जौनपुर जिला उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में बसा हुआ है। यह जिला ऐतिहासिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक जौनपुर कई परतों में अपने इतिहास को समेटे हुए है। जौनपुर का स्वर्ण काल शर्कियों के काल में आता है जब यह पूरे भारत का एक प्रमुख शक्ति केंद्र बन कर उभरता है। मुगलों और अंग्रेजों के साथ साथ इस जिले पर प्रांतीय शासकों ने अपना शासन चलाया था। जौनपुर जिले के भौगोलिक समीकरण को यदि ध्यान में रखकर अध्ययन किया जाए तो पता चलता है की यहाँ की भौगोलिक स्थिति 24.24 उ. से 26.12 उ. अक्षांश और 82.7 पू. और 83.5 पू. देशांतर है, तथा इसकी समुद्र तल से ऊंचाई 261 फीट से 290 फीट है। जिले का संपूर्ण भौगोलिक भाग 4038 वर्ग किलोमीटर है और उत्तर में सुल्तानपुर, उत्तर पूर्व में आजमगढ़, पूर्व में गाजीपुर, दक्षिण पूर्व में वाराणसी, दक्षिण में संत कबीर नगर, दक्षिण पश्चिम में इलाहाबाद, पश्चिम में प्रतापगढ़ यह जौनपुर के पडोसी जिले हैं। जौनपुर जिले को प्रशासनिक रूप से 6 तहसीलों मे बाँटा गया है- सदर, मडियाहूँ, मछलीशहर, केराकत, शाहगंज व बदलापुर, तथा इसी प्रकार जिले को आगे 21 ब्लाकों में बाँटा गया है।