शानदार सुनहरे रंग का कछुआ बीटल (Tortoise beetle), जिसे वैज्ञानिक तौर पर चारिडोटेला सेक्सपंक्टाटा (Charidotellasexpunctata) कहा जाता है,आमतौर पर पूर्वी उत्तरी अमेरिका (America) में पाया जाता है और इसकी लंबाई पांच से सात मिलीमीटर होती है। यूं तो इसका रंग वास्तव में असाधारण रूप से सुनहरा है, लेकिन अपने बाहरी आवरण को बदलकर यह अपना रंग बदल भी सकता है, ताकि यह पारदर्शी हो जाए। रंग परिवर्तन की इस प्रक्रिया से बीटल के अंदर की तरफ मौजूद आवरण भी दिखाई देता है, जो लाल धब्बों के साथ काले रंग का होता है, एक लेडीबग (Ladybug) की तरह।जब इन बीटल्स को एकत्रित कर उन्हें उनके प्राकृतिक आवास से हटा दिया जाता है, तो वे अपना रंग खो देते हैं, तथा मिट्टी के रंग के जैसे भूरे रंग में बदल जाते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे अपनी उस तरल परत को खो देते हैं, जो उन पत्तियों पर मौजूद ओस से बनती हैं, जिन पर वे रहते हैं। यह तरल परत सुनहरा रंग होने का भ्रम उत्पन्न करती है। इस प्रजाति के बीटल लार्वा भी काफी दिलचस्प हैं। उनकी दिखावट गहरे काले रंग की और कांटेदार होती है. जैसे ही वे अपनी त्वचा त्यागते हैं, उनका यह हिस्सा भी निकल जाता है। इसके बाद लार्वा इसमें अपना खुद का मल मिलाते हैं, जिससे शिकारियों से सुरक्षा के लिए एक मल कवच बनता है। जब उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जाती है, तब वे अपने इस आवरण को खोलते हैं और शिकारी पर वार करते हैं। तो आइए इस वीडियो के जरिए कछुआ बीटल के लार्वा और उसके मल कवच को देंखे।