आइए नज़र डालें, कैसे तैयार की जातीं हैं, पूरे भारत में प्रसिद्ध बनारसी एवं सूरत की साड़ियां

वास्तुकला II - कार्यालय/कार्य उपकरण
30-03-2025 09:10 AM
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हमारे जौनपुर वासियों, आप इस बात से भली-भांति परिचित होंगे कि  साड़ियां भारत की समृद्ध विरासत, परंपरा और शालीनता का प्रतीक हैं। यह परिधान पीढ़ियों से सांस्कृतिक पहचान, स्त्रीत्व और कालातीत लालित्य का प्रतिनिधित्व करता है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि जौनपुर की कुछ महिलाओं ने अपने जीवन में कम से कम एक बार बनारसी साड़ी अवश्य पहनी होगी। बनारसी साड़ियाँ अपने समृद्ध रेशम, जटिल ज़री के काम और कालातीत लालित्य के लिए प्रसिद्ध हैं। इस साड़ी को सोने और चांदी के धागों से बुना जाता है, जो आश्चर्यजनक रूप से मुगल-प्रेरित  डिज़ाइनों को प्रदर्शित करता है। प्रत्येक साड़ी को बनाने में महीनों का समय लगता है, जो उन्हें विलासिता, परंपरा का प्रतीक बनाता है। जटिलता के आधार पर, इन साड़ियों को  पूरा होने में कुछ दिनों से लेकर लगभग छह महीने तक का समय लग सकता है।  इनका ब्रोकेड (brocade) सबसे ज़्यादा समय लेता है और  इनकी कीमत भी इसी पर निर्भर करती है। डिज़ाइन जितना जटिल होगा, उसे पूरा होने में उतना ही ज़्यादा समय लगेगा और साड़ी उतनी ही महंगी होगी। आमतौर पर  इन्हें बनाने में दो धागे इस्तेमाल किए जाते हैं - नियमित ताना और बाना। हालाँकि, ब्रोकेड बनाते समय, शटल की मदद से तीसरा धागा भी उपयोग में लाया जाता है। इसका इस्तेमाल,  इन साड़ियों के डिज़ाइन बनाने में किया जाता है। तीसरा धागा, आमतौर पर रेशम या ज़री होता है। बनारसी साड़ियों में इस्तेमाल की जाने वाली ज़री, धातु के धागों से बनी होती है। बेशक, इन धागों को अब कृत्रिम रूप से भी बनाया जा सकता है। हालाँकि, शुद्ध ज़री तांबे के धागे और सोने और चांदी की पॉलिश से बनाई जाती है। चूँकि इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री बहुत कीमती होती है, इसलिए शुद्ध ज़री की साड़ियाँ बहुत ज़्यादा महंगी होती हैं। तो आइए, आज हम कुछ चलचित्रों के माध्यम से यह समझने की कोशिश करते हैं कि भारत में साड़ियों का निर्माण कैसे होता है। हम सबसे पहले वाराणसी के कारखानों में  साड़ियों का उत्पादन कैसे किया जाता है, इस पर नज़र डालेंगे। फिर हम, सूरत में साड़ी बनाने की प्रक्रिया को समझाने  वाली एक वीडियो क्लिप देखेंगे। अंत में, एक अन्य  चलचित्र के माध्यम से हम सीखेंगे कि अपना खुद का साड़ी निर्माण व्यवसाय कैसे शुरू  किया जा सकता है। इसके लिए हम व्यवसाय में आवश्यक निवेश, कमाई की संभावना तथा  इन साड़ियों के निर्माण के समय बरतने वाली सावधानियों आदि के बारे में जानेंगे।



संदर्भ:

https://tinyurl.com/muxdumuw 

https://tinyurl.com/39y22sab 

https://tinyurl.com/59dfhhra 

https://tinyurl.com/uytu5wjj 

https://tinyurl.com/p9xjteba 

https://tinyurl.com/yckbsj48
 



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