दो संगीत शैलियों, दो धर्मों, दो भाषाओं को आपस में जोड़ता है कव्वाली गोस्पेल

ध्वनि I - कंपन से संगीत तक
26-12-2021 05:34 PM
Post Viewership from Post Date to 25- Jan-2022 (30th Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Messaging Subscribers Total
1943 111 0 2054
* Please see metrics definition on bottom of this page.
क्रिसमस, ईसाई धर्म का एक प्रमुख पर्व है, लेकिन इसकी लोकप्रियता अब केवल एक ही धर्म तक सीमित न होकर विश्व व्यापक हो चुकी है।यही कारण है, कि इससे सम्बंधित विभिन्न गीतों के संयोजन विभिन्न रूपों में दिखाई देते हैं।कव्वाली गोस्पेल(Qawwali Gospel) भी इन्हीं रूपों में से एक है।कव्वाली गोस्पेल संगीत में एक अनूठा संलयन है, जो दो संगीत शैलियों अर्थात गोस्पेल और कव्वाली, दो धर्मों अर्थात इस्लाम और ईसाई धर्म,दो भाषाओं अर्थात अंग्रेजी और उर्दू / हिंदी को आपस में जोड़ता है।गोस्पेल संगीत ईसाई संगीत की एक शैली है।संस्कृति और सामाजिक संदर्भ के अनुसार इसका निर्माण, प्रदर्शन, महत्व, और यहां तक कि इसके संगीत की परिभाषा भिन्न होती है।गोस्पेल संगीत कई उद्देश्यों के लिए रचित और प्रदर्शित किया जाता है, जिसमें सौंदर्य आनंद, धार्मिक या औपचारिक उद्देश्यों सहित मार्केटप्लेस के लिए एक मनोरंजन उत्पाद शामिल है।गोस्पेल संगीत के साक्ष्य 17वीं सदी की शुरुआत में पाए जा सकते हैं।भजन और पवित्र गीतों को अक्सर एक कॉल और प्रतिक्रिया फैशन में दोहराया जाता था।कव्वाली गोस्पेल एक ऐसा संगीत संयोजन है, जहां मुसलमान और ईसाई एक रूप में पूजा करते हैं। तो आइए इन दो वीडियो के जरिए कव्वाली-गोस्पेल संगीत संयोजन का आनंद प्राप्त करें।

संदर्भ:
https://bit.ly/3yVKT0v
https://bit.ly/3qkLGUT
https://bit.ly/3qmLaWv
https://bit.ly/3EpoWrO