समय - सीमा 269
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महात्मा गाँधी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई को अपने विशिष्ट अंदाज़ से लड़ा था जो सत्य और अहिंसा पर आधारित थी। आज ही के दिन 1948 में नाथूराम गोडसे द्वारा गोली चलाये जाने से बापू का निधन हुआ था। बापू ने अपना पूरा जीवन सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलके व्यतीत किया। गांधीजी के सुविचार उन्हीं की लिखावट में मौजूद हैं जिनके दुर्लभ चित्र हम आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं। सत्य और अहिंसा से सम्बंधित उनके कुछ विचार इस तरह थे-
1) ईश्वर के नाम तो अनेक हैं
लेकिन एक ही नाम ढूँढें
तो वह है सत्, सत्य।
इसलिए सत्य ही ईश्वर है।
2) सत्य के दर्शन बगैर अहिंसा के
हो ही नहीं सकते।
इसी लिए कहा है कि
अहिंसा परमोधर्मः।
3) थोड़ा सा झूठ भी मनुष्य का नाश करता है
जैसे दूध को एक बूंद ज़हर भी।
प्रस्तुत चित्रों में बापू के ये विचार उन्हीं की लिखावट में प्रस्तुत किये गए हैं।