ईद की शुरूआत चाँद के आसमान पर आने के साथ शुरू होती है। यह त्योहार खुशीयों की सौगात के जैसे मनाया जाता है। ईद के समय लड़कियाँ अपने हाँथ मे मेंहदी लगाकर और चूड़ियाँ व नये कपड़े पहन कर अपना साजो-श्रृँगार करती हैं। लड़के व वयस्क भी नये कपड़े आदि पहनते हैं।
सभी के अन्दर एक उर्जा का संचार दिखाई देता है। यह त्योहार हर्षोल्लास का है। सभी एक दूसरे से मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं। बच्चों को ईदी याने ईद के अवसर पर तोहफे जैसे कुछ रुपया य नए कपड़े आदि भी दिए जातें हैं।
लखनऊ मे ऐशबाग ईदगाह व अन्य स्थानों पर ईद की नमाज अदा की जाती है। लोग ईदगाह में नमाज अदा करने के बाद अपने पहचानवालों और रिश्तेदार आदि के घरों मे आते जाते हैं तथा सेवइयां व मिठाईयाँ खाते व खिलाते हैं।
(चित्र 1- असफी मस्जिद, बड़ा इमामबारा) (चित्र 2- शाही जामा मस्जिद)
1. ईद- फेस्टिवल्स ऑफ़ इंडिया: प्रियंका वर्मा