असीमित नोटों की छपाई करके, क्यों भारत सरकार नहीं बना देती सबको अमीर

अवधारणा I - मापन उपकरण (कागज़/घड़ी)
18-08-2019 10:30 AM

प्रारंग आपको इस चलचित्र के माध्यम से बताना चाहता है कि जब भारतीय सरकार या भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) असीमित भारतीय मुद्रा रुपये के नोटों को प्रिंट करता है और सभी को मुफ्त में वितरित करता है, तो उन्हें देश के भीतर असीमित मुद्रा (नोटों) को छापने की अनुमति होती है। इसके बावजूद रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा 2000, 500, 100 रुपये (INR) जैसे भारतीय मुद्रा (नोटों) की सीमित मात्रा क्यों छापी जाती है? भारतीय मुद्रा वास्तविक मूल्य क्या है और हम अपने लेनदेन के लिए भारतीय रुपये का उपयोग क्यों करते हैं।

क्यों हमारी भारतीय सरकार कर्ज चुकाने और सबको अमीर बनाने के लिए ज्यादा पैसा नहीं छाप सकती ?

सन्दर्भ:-
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https://www.youtube.com/watch?v=3oyLdYv9Ql8&pbjreload=10