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                                            एक शहर से दूसरे में, स्वप्न से लेकर जाग्रति तक, जीवन से मृत्यु तक ... एक मार्ग से दुसरे मार्ग के अलावा कुछ और भी है जो भारत के हर हिस्से को आपस में जोड़ता है, और वो है भारत की संस्कृति। हर भारतीय के दिल में भारत के लिए अनंत सम्मान है और ये आज से नही है ये प्राचीन काल से है इसी सम्मान के कारण आज हमारा देश एकजुट होकर एक साथ चल रहा है। भारत के लोगों के दिलों में धर्म, जाति से ऊपर एक सद्भावना है जो भारत को अखंड भारत बनती है। हर भारतीय का बोलने का माध्यम यानी की उनकी बोलचाल की भाषा एक दुसरे से भिन्न हो सकती है किन्तु हर भारतवासी के दिल में एक दुसरे के लिए जो प्रेम भावना है वो हमारे चेहरों पर साफ़ दिखती है। अगर हम किसी दुसरे देश में जाते हैं और वहां हमें कोई भारतीय मिलता है तो वह हमारा वैसे ही सामान के साथ स्वागत करता है जैसे हमारे देश में अपने रिश्तेदारों या अथितियों का किया जाता है। ऐसी स्थिति में हमें भी एक राहत का एहसास होता है। यही है, भारत की अनंत परम्परा जो भारतीय संस्कृति को दुनिया की महानतम संस्कृति की श्रेणी में लाकर खड़ा करती है। विविधता भारत के भूगोल, संस्कृति और भोजन की एक पारिभाषिक विशेषता है।
आज प्रारंग लेकर आया है एक ऐसा चलचित्र जिसमें भारतीय चेहरों और चेहरों के भावों को तवज्जो दी गयी है। इस चलचित्र में ऐसे भाव हैं जो न सिर्फ हमें भारत का सांस्कृतिक महत्व महसूस करायेंगे अपितु यह चलचित्र दिखाए गये सभी चेहरों के मध्य भावनात्मक सम्बन्ध प्रस्तुत करेगा। इस चलचित्र को जोर्ज कोसमेन (Jorge Cosmen) द्वारा प्रसारित किया गया है।