सचिन तेंदुलकर और शेन वार्न (Shane Warne) के बीच की पौराणिक लड़ाई क्रिकेट लोककथाओं में हमेशा याद रखी जाएगी।दोनों खिलाड़ी 1992 में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड(Sydney Cricket Ground -SCG) में वार्न के टेस्ट डेब्यू में पहली बार आमने-सामने आए।लेकिन 1990 के दशक के अंत तक यह लड़ाई सभी की निगाहों का केंद्र बन गई थी।शारजाह, भारत और ऑस्ट्रेलिया (Australia) में उनकी जोड़ी किंवदंतियों का हिस्सा बन गई थी।1998 में जब ऑस्ट्रेलियाई टीम टेस्ट सीरीज खेलने के लिए भारतीय धरती पर उतरी, तब यह मैच भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के रूप में नहीं देखा जा रहा था। सभी ने इसे वार्न बनाम तेंदुलकर का नाम दिया। इस सीरीज में तेंदुलकर वॉर्न पर काफी भारी पड़े थे, यहां तक कि इस सीरीज को आज भी सचिन की सीरीज के रूप में याद किया जाता है। लेकिन टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले ही, तेंदुलकर और वार्न ने पहली बार मुंबई और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन दिवसीय खेल के दौरान एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दी थी। मुंबई के कप्तान तेंदुलकर ने दोहरा शतक बनाया और अपनी टीम को 10 विकेट से जीत दिलाई, लेकिन यह वार्न का सामना करने की उनकी योजना थी, जिसकी वजह से वे मैच में और भी अच्छा प्रदर्शन कर पाए।