प्रकृति की अनोखी कहानियां, पराग फैलाने के लिए कुछ पौधे उपयोग करते हैं स्तनधारी जानवरों का
व्यवहार के अनुसार वर्गीकरण
29-05-2022 01:48 PM
संपूर्ण विश्व में किसी भी प्रजाति का पृथक्करण में विकसित होना संभव नहीं होता है, वे अपने संपूर्ण जीवन चक्र में अन्य प्रजातियों के साथ परस्पर रूप से जुड़े होते हैं। जैसे एक शिकारी और शिकार के बीच, एक विकासवादी संसाधनों के लिए किए होने वाली दौड़ काफी संघर्षों से भरी होती है। वैसे ही कई प्रजातियाँ अन्य प्रजाति पर एक दूसरे को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से विकसित होते हैं।ऐसे ही जब हम उन जानवरों के बारे में सोचते हैं जो पौधों को परागित करते हैं, तो हमें अक्सर मधुमक्खियों और अन्य कीड़ों का ही ख्याल आता है जो फूल से फूल तक पराग को फैलाने में मदद करते हैं। हालांकि, पौधों की कई ऐसी प्रजातियां भी हैं जो प्रजनन के लिए स्तनधारियों पर निर्भर रहती हैं। साथ ही इन स्तनधारियों को आकर्षित करने के लिए, पौधों को कीड़ों को लुभाने वाले फूलों की तुलना में काफी अलग प्रकार के फूल को विकसित करना होता है।स्तनपायी-परागित फूलों की महक आम नाजुक पुष्प सुगंध जैसी नहीं होती है, बल्कि एक स्तनपायी-आकर्षित फूल में अक्सर पनीर और खमीर की गंध आती है। ये फूल स्तनधारियों के माध्यम से पराग बिखेरने के लिए नीचे की ओर झुके रहते हैं ताकि वे उनका सेवन कर सकें। यह केवल शाकाहारी स्तनधारी ही नहीं हैं जिनका उपयोग पौधों द्वारा परागणकों के रूप में किया जाता है। चीनी की झाड़ियाँ मांसाहारी नेवले और सिवेट-बिल्ली (Genets) को भी आकर्षित करती हैं। जिससे पौधों को काफी लाभ होता है क्योंकि मांसाहारी काफी दूर तक भ्रमण करते हैं और पराग को अधिक दूर तक फैलाने में मदद करते हैं। स्तनपायी-परागित फूलों और स्तनधारियों के मध्य इस अद्भुत संबंध को इन चलचित्रमें देखकर अपने रविवार का आनंद लें।
संदर्भ :-
https://bit.ly/3MYlN7A