अवध के नागरिकों को महाशिवरात्री की शुभकामनाएं

विचार I - धर्म (मिथक/अनुष्ठान)
13-02-2018 02:29 PM
अवध के नागरिकों को महाशिवरात्री की शुभकामनाएं

प्रस्तुत तस्वीर हमें अंधे विश्वास के खतरों की याद दिलाती है- एक बंदर ने शिव के पसंदीदा भक्त नंदी को अपने हांथों से अंधा कर दिया, और खुद शिव को लगातार निरंतर रूप से देखा। यह छोटा मंदिर अयोध्या में एक स्थल पर है, जहां आप एक बड़े मंदिर के लिए पत्थर के निर्माण को देख सकते हैं। अयोध्या, "न युद्ध" (ए-युधि) की भूमि है। कभी-कभी चित्र शब्दों से अधिक बोलते हैं शब्द और भाषा समय के साथ विकसित होती हैं, अक्सर कुछ-कुछ बदलती रहती हैं। अयोध्या से लेकर अवध तक, अवध तक, "उत्तरी प्रांतों" (1830 से 1860) तक, "संयुक्त प्रांतों के आगरा और अवध" (1901-1920), संयुक्त प्रांतों (1930 से 1950) तक, अब उत्तर प्रदेश में प्रदेश (यूपी) - आज दुनिया में हर 30 वें व्यक्ति की आबादी वाले देश की गहराई धार्मिक आधार पर टिकी है और इसका मूल संस्कृत अर्थ है "ना युद्ध" या "ए-युधि" की जगह।