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भारतीय वायु सेना (Indian Air Force Officer (IAF)), भारतीय सशस्त्र बलों की हवाई युद्ध शाखा है। इसे आधिकारिक तौर पर 8 अक्टूबर 1932 को ब्रिटिश साम्राज्य की सहायक वायु सेना के रूप में स्थापित किया गया था और 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद यह एक स्वतंत्र सेना बन गई। भारतीय वायु सेना भारतीय हवाई क्षेत्र की रक्षा करने, हवाई संचालन करने और प्राकृतिक आपदाओं के समय सहायता प्रदान करने का कार्य करती है। क्या आप जानते हैं कि 2024 में, आई ए एफ़ की आधिकारिक वेबसाइट पर उड़ान, तकनीकी और गैर-तकनीकी शाखाओं में 336 पदों के लिए पंजीकरण खोले गए थे। उम्मीदवारों का चयन 'एयर फ़ोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट' (Air Force Common Admission Test (AFCAT)) के माध्यम से किया जाएगा, जो 22-23 फ़रवरी 2025 के दौरान आयोजित किया जाएगा। तो आइए, आज भारतीय वायु सेना की विभिन्न शाखाओं और उनके संचालन के बारे में जानते हैं। इसके साथ ही, हम भारतीय वायु सेना के अधिकारियों को मिलने वाले वेतन और भत्तों पर कुछ प्रकाश डालेंगे और उन विभिन्न तरीकों के बारे में जानेंगे जिनके माध्यम से आप इस सेना में भर्ती हो सकते हैं।
भारतीय वायु सेना की विभिन्न शाखाएं और उनका संचालन:
ये शाखाएँ, भारतीय वायु सेना की परिचालन तत्परता, दक्षता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए परस्पर सहयोग के साथ कार्य करती हैं।
वेतन एवं भत्ता:
वायु सेना अधिकारी, अपनी नियुक्ति से पहले ही किसी भी वायु सेना प्रशिक्षण संस्थान में अपनी प्रशिक्षण अवधि के अंतिम एक वर्ष के दौरान 56,100/-रुपये का मासिक वजीफ़ा अर्जित करना शुरू कर देते हैं। नियुक्ति के बाद उड़ान अधिकारियों को निम्नलिखित वेतन/भत्ते प्राप्त होते हैं:-
भारतीय वायु सेना में शामिल होने के विभिन्न तरीके:
1. राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के माध्यम से:
'राष्ट्रीय रक्षा अकादमी' (National Defence Academy (NDA)), भारतीय सशस्त्र बलों का रक्षा सेवा प्रशिक्षण संस्थान है। पुणे, महाराष्ट्र में स्थित एन डी ए खड़कवासला में युवा कैडेट भारतीय वायु सेना, भारतीय सैन्य बल और भारतीय नौसेना में शामिल होने के लिए कठोर प्रशिक्षण और अध्ययन से गुज़रते हैं। एन डी ए के लिए परीक्षा साल में दो बार-अप्रैल और दिसंबर में आयोजित की जाती है। 12वीं कक्षा पूरी करने वाले या परीक्षा देने वाले उम्मीदवार, एन डी ए परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। पुरुष और महिला दोनों उम्मीदवार एन डी ए परीक्षा के लिए आवेदन करने के पात्र हैं।
एन डी ए पात्रता:
एन डी ए के माध्यम से भारतीय वायु सेना में शामिल होने के लिए पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:
| मापदण्ड | विवरण |
| आयु | 16 ½ से 19 ½ वर्ष (प्रारंभ के समय |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| लिंग | पुरुष और महिला |
| वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
| योग्यता | गणित और भौतिकी के साथ कक्षा 12वीं |
| परीक्षा स्तर | राष्ट्रीय |
| पद | लेफ़्टिनेंट |
| आयोजक | संघ लोक सेवा आयोग |
| चयन प्रक्रिया | लिखित परीक्षा, सेवा चयन बोर्ड (Service Selection Board) साक्षात्कार |
| आवेदन शुल् | रूपये 100 (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/महिला/जूनियरअधिकृत अधिकारी/गैर अधिकृत अधिकारियों के बच्चों को शुल्क भुगतान से छूट दी गई है) |
एन डी ए चयन प्रक्रिया:
एन डी ए चयन प्रक्रिया को दो चरणों में विभाजित किया गया है- लिखित परीक्षा और एस एस बी (Services Selection Board (SSB)) साक्षात्कार। लिखित परीक्षा में दो पेपर होते हैं-गणित और जीएटी। आवश्यक अंक हासिल करके लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों को एसएसबी साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। एन डी ए एस एस बी साक्षात्कार में दो चरण होते हैं। एन डी ए मेरिट सूची लिखित परीक्षा और एसएसबी साक्षात्कार के आधार पर तैयार की जाती है।
एन डी ए प्रशिक्षण प्रक्रिया:
कैडेटों को तीन साल तक कठोर प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है और प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, अधिकारियों को उनके संबंधित विंग में अधिकृत किया जाता है। हालाँकि, फ़्लाइंग और ग्राउंड ड्यूटी (तकनीकी) शाखाओं का चयन करने वाले कैडेटों को अगले डेढ़ साल के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, कैडेट स्थायी अधिकृत अधिकारी के रूप में भारतीय वायु सेना में शामिल हो जाते हैं। कैडेटों को बी एस सी/बी ए की डिग्री भी प्रदान की जाती है। नौसेना कैडेटों को एन डी ए में तीन साल की पढ़ाई के बाद बीटेक की डिग्री प्रदान की जाती है।
2. 'एयर फ़ोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट' के माध्यम से:
भारतीय वायु सेना में शामिल होने का सबसे आम तरीका 'एयर फ़ोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट' (Air Force Common Admission Test (AFCAT)) है। स्नातक या स्नातकोत्तर पूरा करने वाले उम्मीदवार ए एफ़ सी ए टी परीक्षा के माध्यम से भारतीय वायु सेना में शामिल हो सकते हैं। ए एफ़ सी ए टी के माध्यम से वायु सेवा की उड़ान शाखा, ग्राउंड ड्यूटी (तकनीकी) शाखा और ग्राउंड ड्यूटी (गैर-तकनीकी) शाखा में भी प्रवेश मिल सकता है। ए एफ़ सी ए टी परीक्षा का विवरण इस प्रकार है:
| परीक्षा विवरण | विवरण |
| परीक्षा का नाम | ए एफ़ सी ए टी |
| परीक्षा का तरीका | ऑनलाइन (केवल अंग्रेज़ी में) |
| विषय | सामान्य जागरूकता, अंग्रेज़ी में मौखिक योग्यता, संख्यात्मक क्षमता, तर्कशक्ति और सैन्य योग्यता |
| प्रश्नों की संख्या | 100 |
| अधिकतम अंक | 300 |
| अवधि | 2 घंटे |
| सही उत्तर | 3 अंक |
| ग़लत उत्तर | (-)1 अंक |
3. राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स (National Cadet Corps (NCC)) के माध्यम से:
एन सी सी, एयर विंग स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से उम्मीदवारों को नियुक्त करता है। फिर चुने गए लोगों को सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है। एन सी सी, प्रवेश कार्यक्रम में नामांकन करके, उड़ान शाखा में निम्न प्रकार भर्ती हो सकती है:
| लिंग | पुरुष एवं महिला (अविवाहित) |
| आयु सीमा | 20 से 24 वर्ष |
| विज्ञापन का समय | www.afcat.cdac.in पर जून और दिसंबर |
| विज्ञापन जारीकर्ता | भारतीय वायु सेना/दिशा (DISHA) इकाई |
| प्रशिक्षण | वायु सेना अकादमी |
| अन्य पात्रता | वैध एनसीसी "एयर" विंग 'सी' प्रमाणपत्र होना चाहिए। |
संदर्भ
मुख्य चित्र: मोहना सिंह, भावना कंठ और अवनी चतुर्वेदी, भारतीय वायु सेना की पहली महिला लड़ाकू जेट पायलेट हैं (Flickr)