मेरठ वासियों, बदलता रहे दौर, पर नहीं बदलना चाहिए लैंगिक समानता का महत्व

संचार एवं संचार यन्त्र
07-05-2025 09:24 AM
मेरठ वासियों, बदलता रहे दौर, पर नहीं बदलना चाहिए लैंगिक समानता का महत्व

मेरठ वासियों, क्या आप जानते हैं कि, आज मैनोस्फ़ेयर(Manosphere) का उभरना वैश्विक स्तर पर बहस और चिंता का विषय बन चुका है? मैनोस्फ़ेयर, एक ऑनलाइन समुदाय है, जहां विभिन्न समूह पुरुषों के अधिकारों, पुरुषत्व और लिंग भूमिकाओं पर चर्चा करते हैं। हालांकि, जहां कुछ समूह पुरुषों से जुड़े वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, वहीं अन्य लोग हानिकारक विचारों को फ़ैलाते हैं, जो गलतफ़हमी, अनुचित पुरुषत्व और गैर–नारीवादी विश्वासों को बढ़ावा देते हैं। कई आलोचकों का मानना है कि, इस तरह का कंटेंट महिलाओं के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण, ऑनलाइन उत्पीड़न, और यहां तक कि कट्टरता का कारण बन सकता है। यह मुद्दा, इस तरह के कंटेंट के बारे में जागरूक होना तथा समाज में लिंग भूमिकाओं के बारे में, सकारात्मक और सम्मानजनक बातचीत को प्रोत्साहित करने के महत्व को रेखांकित करता है। विशेष रूप से किशोर पुरुषों को सावधान और सतर्क रहना चाहिए, और ऐसी साइटों से बचना चाहिए। क्योंकि, मैनोस्फ़ेयर लोगों को हानिकारक विचारधाराओं की ओर धकेल सकते हैं।

आज, हम चर्चा करेंगे कि, मैनोस्फ़ेयर क्या है। हम जांच करेंगे कि, किशोर लड़के इन समुदायों की ओर क्यों आकर्षित होते हैं; वे इनसे क्या अपील पाते हैं; और इससे जुड़े संभावित जोखिम क्या हैं। अंत में, हम यह देखेंगे कि, माता-पिता अपने बेटों को पुरुषत्व और इंटरनेट के उपयोग पर स्वस्थ मार्गदर्शन करने के लिए, क्या कर सकते हैं।

चित्र स्रोत : pexels 

मैनोस्फ़ेयर क्या है?

मैनोस्फ़ेयर, महिलाओं के सशक्तिकरण के खिलाफ़ पुरुषों के ऑनलाइन समुदायों का एक नेटवर्क है, जो गैर–नारीवादी और लिंगवादी विश्वासों को बढ़ावा देते हैं। वे समाज में सभी प्रकार की समस्याओं के लिए, महिलाओं और नारीवादियों को दोषी मानते हैं। इनमें से कई समुदाय, महिलाओं और लड़कियों के प्रति नाराज़गी, या यहां तक कि घृणा को प्रोत्साहित करते हैं। मैनोस्फ़ेयर के चार मुख्य समूह हैं:

१.पुरुष अधिकार कार्यकर्ता (MRAs), राजनीतिक परिवर्तनों की वकालत करते हैं, जो पुरुषों को लाभान्वित करेंगे। हालांकि, उनकी अधिकांश सक्रियता में नारीवादी और अन्य महिला समर्थकों के प्रति उत्पीड़न और दुरुपयोग शामिल हैं।

२.मेन गोइंग देयर ओन वे(Men going their own way – MGTOW) का तर्क है कि, महिलाएं इतनी बुरी हैं कि, पुरुषों को उनसे पूरी तरह से बचना चाहिए। इस मान्यता के कुछ पुरुष, महिलाओं के साथ दोस्ती भी नहीं करेंगे। 

३.पिक-अप आर्टिस्ट्स (Pick-up artists – PUAs), पुरुषों को प्रलोभन रणनीतियां सिखाते हैं, ताकि वे महिलाओं को आकर्षित कर सकें। फिर इनमें से कई तकनीकों में, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करना शामिल है, जैसे कि – उनका अपमान करना या उनकी सहमति की अवहेलना करना।  

४.इनवॉलंटरी सेलिबेट्स(Involuntary celibates) का मानना है कि, वे किसी महिला के साथ संबंध के हकदार हैं, लेकिन, किसी साथी को खोजने में असमर्थ हैं। अत्यधिक हिंसा और यहां तक कि हत्या के कुछ कृत्यों के लिए, इस समूह को ज़िम्मेदार ठहराया गया है।

चित्र स्रोत : pxhere

किशोर लड़के, मैनोस्फ़ेयर पर क्यों आकर्षित होते हैं?

इस ऑनलाइन स्थान का सबसे खतरनाक हिस्सा यह है कि, यह भाई-चारे की भावना को बढ़ाता है। जबकि कई ज्येष्ठ पुरुषों के पास सूचना को समझने और जांचने की क्षमता होती है, किशोर लड़के इतनी जागरूकता नहीं रखते हैं। उन युवा लड़कों को, जो अपनी वास्तविकताओं में खोए हैं और दुनिया में अनदेखा महसूस करते हैं, यह स्थान उन्हें ऐसा महसूस कराता है कि, वे अपने समुदाय को पाए हैं।

मैनोस्फ़ेयर, पुरुषत्व का एक बहुत स्पष्ट दृश्य प्रस्तुत करता है, साथ ही साथ ‘एक अलग पुरुष बनने’ के लिए एक योजना भी प्रस्तुत करता है। यह ऐसा विश्व दर्शाता है, जहां नियंत्रण, शक्ति और प्रतिष्ठा ही सर्वोपरि मानी जाती हैं। और कोई भी किशोर लड़का, जो अभी भी विभिन्न चीज़ों का पता लगा रहा होता है, यहां आश्वस्त महसूस कर सकता है।

एक तरफ़, ये ऑनलाइन स्थान, आमतौर पर काफ़ी आकर्षक होते हैं। यहां लड़कों के मूल्यों को एक परस्पर संवादात्मक समुदाय द्वारा मान्य किया जाता है। अतः यह समझना आसान है कि, किशोर लड़के ऐसे प्लेटफ़ॉर्म पर क्यों आ सकते हैं।

चित्र स्रोत : pexels

लड़कों के माता-पिता इस संदर्भ में क्या कर सकते हैं?

यद्यपि मैनोस्फ़ेयर की गलत शिक्षाएं इंटरनेट तक ही सीमित नहीं हैं, केवल ऑनलाइन समुदायों में ही सबसे अधिक समस्याग्रस्त विचारधारा साझा की जाती है। यदि आप किसी लड़के के माता-पिता हैं, तो आप निम्नलिखित तरीकों से, अपने लड़कों को मैनोस्फ़ेयर के हानिकारक पहलुओं से बचा सकते हैं।

1. मुक्त बातचीत ज़रूरी है!

जैसे-जैसे लड़के वयस्क पुरुषों में बदलते हैं, उनके लिए यह स्वाभाविक है कि, वे पुरुषत्व और दुनिया में उनकी जगह के बारे में उत्सुक हों। अतः इस समय माता-पिता को एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देना चाहिए, जहां बेटे अपने विचारों और भावनाओं के बारे में बात करने में सहज महसूस कर सकते हैं। लिंग भूमिकाओं, रिश्तों और पुरुषत्व के विषयों को भी, बातचीत में शामिल करना एक अच्छा विचार है। साथ ही, बच्चों को विश्वास में लेकर, यह जानें कि वे इंटरनेट पर क्या देखते, करते और सुनते या पढ़ते हैं। 

2. सकारात्मक आदर्श को बढ़ावा देना:

किसी लड़के के विकास के दौरान, कोई आदर्श होना महत्वपूर्ण हैं। अपने बेटे को किसी ऐसे आदर्श पुरुष व्यक्ति से बातें सीखने में मदद करें, जो स्वस्थ पुरुषत्व का प्रदर्शन करते हैं और महिलाओं का सम्मान करते हैं। 

3.उनकी ऑनलाइन गतिविधि की निगरानी करें:

आज विभिन्न वेबसाइट (Website), सोशल मीडिया (Social Media), फ़ोरम (Forums)  और सब्रेडिट्स (Subreddits) ने खतरनाक विचारधारा को फ़ैलने की अनुमति दी है, जो इंटरनेट पूर्व दिनों में असंभव था। इसलिए, आज बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों में माता-पिता के छोटे से हस्तक्षेप की आवश्यकता है।

 

संदर्भ 

https://tinyurl.com/3u4mmwxp

https://tinyurl.com/yum8b34k

https://tinyurl.com/4s29hshc

मुख्य चित्र स्रोत : pexels 

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