क्या आप घोडे के दूध का एक गिलास पीना पसंद करेंगे? आपको शायद यह प्रस्ताव पसंद न आये लेकिन मंगोलिया में, यह बिल्कुल भी असामान्य प्रस्ताव नहीं है। वे एक तरह की बीयर (Beer) बनाते हैं जिसे एयरैग (Airag) कहते हैं। इसे बनाने के लिए वे घोड़ी का दूध लेकर उसे तब तक किण्वित करते हैं जब तक वह बुलबुलेदार, खट्टे, शराब के समान तरल में परिवर्तित नहीं हो जाती। इसे पारंपरिक रूप से कटोरे के आकार के कप में ठंडा करके परोसा जाता है। बचे अवशेष को मुख्य पात्र में वापस डाला जाता है। एयरैग मंगोलिया का पारंपरिक राष्ट्रीय पेय है। मंगोलों का सबसे महत्वपूर्ण जानवर घोड़ा है। घोड़े का उपयोग न केवल सवारी के रूप में किया जाता है, बल्कि घोड़ी का दूध भी इसकी विशेषता है। दूध को एक कपड़े के माध्यम से छाना जाता है, और उसे एक बड़ी खुली चमड़े की बोरी (Khukhuur-खुखुर) में डाला जाता है जो कि आमतौर पर यर्ट (Yurt) के प्रवेश द्वार के बगल में लटका होता है। वैकल्पिक रूप से, लार्च वुड (Larch wood - Gan) या आधुनिक समय में प्लास्टिक का उपयोग किया जा सकता है। इस पात्र के भीतर, दूध को एक लकड़ी के मशर (Masher) या बुलुर (Buluur) के साथ हिलाया जाता है। मिश्रण को हिलाने की प्रक्रिया नियमित रूप से एक या दो दिनों में दोहरायी जानी चाहिए। परंपरागत रूप से, कोई भी व्यक्ति जो यर्ट में प्रवेश करता है, वो ये प्रक्रिया दोहरा सकता है। किण्वन प्रक्रिया केफिर (Kefir) के समान लैक्टिक (Lactic) अम्ल, जीवाणु और खमीर के संयोजन के कारण होती है। दूध के सभी भागों को समान रूप से किण्वित किया जाना चाहिए। एयरैग एक ताजा स्वाद प्रदान करता है। इसमें कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon dioxide) की थोड़ी मात्रा होती है, और 2% तक शराब होती है। इसका स्वाद थोड़ा खट्टा होता है, लेकिन बार-बार पीने पर यह स्वाद सामान्य लगने लगता है। पेय खानाबदोशों के लिए यह विटामिन और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत है। आतिथ्य संस्कार के रूप में यहां प्रत्येक आगंतुक को एयरैग का एक कटोरा पेश किया जाता है। मंगोलियाई सामान्य रूप से इसे खाली कर देते हैं, लेकिन केवल एक घूंट पीकर भी कटोरा वापस किया जा सकता है। प्रस्ताव को पूरी तरह से अस्वीकार करना घोर निंदनीय माना जाता है।
संदर्भ:
https://www.mongolfood.info/en/recipes/airag.html
https://www.youtube.com/watch?v=PQG8sfx3Jkk