वूलिंगयुआन (Wulingyuan) के दांतेदार बलुआ पत्थर के स्तंभों को दुनिया के सबसे लंबवत दृश्यों में शुमार किया जाना चाहिए।फिल्म निर्माता जेम्स कैमरून (James Cameron) की फिल्म “अवतार” में दिखाए गए विशाल हवा में तैरते द्वीप शायद इन्हीं संरचनाओं से प्रेरित थे। इनमें से 3,000 से अधिक संरचनाएं हरे भरे परिदृश्य को दर्शाती हैं, जो सैकड़ों मीटर लंबी हैं।जब धुंध मौजूद होती है, तो ये स्तंभ बादल के समुद्र में लटके हुए दिखाई देते हैं।दक्षिण-पश्चिम चीन (China) के हुनान (Hunan) प्रांत में मौजूद यह दर्शनीय क्षेत्र अपने दुर्लभ चट्टानी वनों और ऐसे प्राकृतिक दृश्य के लिए विश्व में अद्वितीय है, जिसे मानव द्वारा कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया है।वूलिंगयुआन अपने 3,000 से अधिक नुकीले बलुआ पत्थर के खंभों और बलुआ पत्थर के शिखरों के लिए प्रसिद्ध है। इनमें से अधिकांश 200 मीटर से अधिक ऊंचे हैं, जो दुनिया में क्वार्टजाइट (Quartzite) बलुआ पत्थर के स्तंभों के दुर्लभतम जंगल का निर्माण करते हैं।70 मिलियन वर्ष पहले, ओरोजेनेसिस (Orogenesis) आंदोलन ने एक उभरे हुए तथा समतल क्वार्टजाइट बलुआ पत्थर के आधार का पृथक्करण किया। इससे अंततः एकीकृत संकरी घाटीका गठन हुआ जो अभी तक मौजूद है। तो आइए इन वीडियो के जरिए वूलिंगयुआन के दांतेदार बलुआ पत्थर के स्तंभोंया चट्टानों के अनोखे दृश्यों का आनंद प्राप्त करें।