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अब तक लिखी गई अधिकांश महान पुस्तकों में, एक बात समान है, जो है उनका नाटकीय अंत। इस प्रकार के अंत, पाठकों को एक भावनात्मक प्रतिक्रिया का अनुभव कराते हैं। चाहे खुशी, दुख या रहस्य हो, किसी कहानी का अंत, पाठकों को उससे और उसके पात्रों के साथ जोड़ देता है। इसी का एक सुंदर उदाहरण है, ‘द अलकेमिस्ट’ (The Alchemist) । इसे पाउलो कोएलो (Paulo Coelho ) ने 1988 में लिखा था। इस उपन्यास की कहानी के अंत में सैंटियागो (Santiago) को वह खज़ाना मिल जाता है, जिसकी उसे हमेशा से तलाश थी। यह खज़ाना, उसे मिस्र (Egypt) के पिरामिडों में नहीं, बल्कि अपने गृहनगर एंडालूसिया (Andalusia) में एक गूलर के पेड़ के नीचे दबा मिलता है । उसकी यात्रा, जो उसे रेगिस्तान में ले में जाती है, उसे जीवन को बदल देने वाले अनुभव प्रदान करती है। अंत में, सैंटियागो यह समझ जाता है कि, वास्तव में जीवन में जो ज्ञान उसने प्राप्त किया, जिन लोगों से वह मिला और फ़ातिमा से उसे जो प्यार मिला, वही उसका असली खज़ाना है। वह फ़ातिमा से शादी कर लेता है और अपना घर बसा लेता है, यह जानते हुए कि, अपने खज़ाने को खोजने की यात्रा वास्तव में उसका खज़ाना ही थी। सैंटियागो की कहानी, रेगिस्तान में एक किंवदंती बन जाती है, और वह एक बुद्धिमान और संतुष्ट व्यक्ति के रूप में अपने दिन व्यतीत करने लगता है। तो आइए, आज हम, सबसे महान पुस्तकों में से एक, अलकेमिस्ट (Alchemist) के नाटकीय अंत को देखेंगे। इसके अलावा, हम रहस्यमय कथानक मोड़ और दिलचस्प अंत वाली कुछ लोकप्रिय अपराधिक या रोमांचकारी हिंदी पुस्तकों के बारे में भी जानेंगे ।
संदर्भ: