जहाँ भगवान बुद्ध का बचपन बीता: आइए, श्रद्धा से करें लुम्बिनी और कपिलवस्तु के दर्शन

विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)
11-05-2025 09:12 AM

लखनऊ के नागरिकों, क्या आप जानते हैं कि ‘भगवान बुद्ध का हमारे शहर के साथ एक गहरा नाता रहा है?’ जी हाँ! अमौसी का इलाका, जिसे आजकल इसे हवाई अड्डे के लिए जाना जाता है, कभी उसे 'अमावसी बुद्ध विहार' के नाम से जाना जाता था। उस समय, अमावस्या की रातों में यहाँ विशेष बुद्ध पूजा होती थी। धीरे-धीरे यह स्थान 'अमौसी' के नाम से मशहूर हो गया। यही नहीं, लखनऊ में 'शांति उपवन बुद्ध विहार' नाम की एक और सुंदर जगह है। यहाँ 18 फीट ऊँची, सफ़ेद संगमरमर की भगवान बुद्ध की एक भव्य मूर्ति स्थापित है। यह मूर्ति शांति और करुणा का प्रतीक है, जो हमें इन मानवीय मूल्यों की याद दिलाती है। भगवान् बुद्ध के जन्म को भी मानव इतिहास से सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में गिना जाता है! उनका जन्म वर्तमान नेपाल में स्थित "लुम्बिनी" में हुआ था!  आज हम कुछ रोचक चलचित्रों के माध्यम से भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़े दो खास स्थानों 'लुम्बिनी और कपिलवस्तु' की यात्रा पर निकलेंगे।' कपिलवस्तु में भगवान् वुद्ध ने अपने बाल्यकाल में राजकुमार सिद्धार्थ के रूप में अपने बचपन के दिन बिताए थे।

सिद्धार्थ गौतम, (भगवान बुद्ध) का जन्म 623 ईसा पूर्व में लुम्बिनी के प्रसिद्ध बाग में हुआ था। आज यह स्थान एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल बन गया है। भारत के महान सम्राट अशोक भी तीर्थयात्रा पर यहाँ आए थे और उन्होंने यहाँ एक यादगार स्तंभ बनवाया था। आज इस पवित्र स्थल को एक बड़े बौद्ध तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है। भगवान बुद्ध के जन्म से जुड़े प्राचीन अवशेष यहाँ का मुख्य आकर्षण हैं। इस पहले विडियो में आप भगवान् बुद्ध की जन्म स्थली लुम्बिनी की आलौकिक दिव्यता को देख सकते हैं|

इस दूसरे विडियो में भी इस व्यक्ति ने “लुम्बिनी” की अध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्ता को बखूबी बयां किया है:

कपिलवस्तु, उस नगर का नाम है, जहाँ सिद्धार्थ गौतम का लगभग 563-483 ईसा पूर्व) में पालन पोषण हुआ था। उन्होंने अपने जीवन के पहले 29 वर्ष यहीं बिताए, जिसके बाद वे आध्यात्मिक मार्ग पर चले और बुद्धत्व को प्राप्त किया। माना जाता है कि इस शहर का नाम महान ऋषि कपिला के सम्मान में रखा गया था।  वर्तमान समय में, 'कपिलवस्तु' नेपाल के एक जिले का नाम है, जहाँ तिलौराकोट का पुरातात्विक स्थल स्थित है (जिसे प्राचीन कपिलवस्तु माना जाता है)। हालाँकि, इस नाम का उपयोग नेपाल की सीमा के पार, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के पिपरहवा गाँव और उसके पुरातात्विक स्थल के लिए भी किया जाता है (जिसे प्राचीन शहर का दूसरा प्रमुख दावेदार माना जाता है)।
आइए अब इस पावन स्थली के दर्शन करते हैं:

कपिलवस्तु में प्राचीन स्तूप की खुदाई में बुद्ध के अवशेष मिले हैं, जो इस पवित्र भूमि की समृद्ध आध्यात्मिक और ऐतिहासिक विरासत को दर्शाते हैं। आप भी इस चलचित्रों के ज़रिए लुम्बिनी गार्डन के पुराने खंडहर और बौद्ध सभ्यता के शानदार अवशेषों को ज़रूर देखें। कपिलवस्तु तीर्थयात्रियों और इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए एक अवश्य जाने लायक जगह है। 

आइए अब इस अंतिम चलचित्र में भगवान् बुद्ध के गृहनगर को और करीब एवं गहराई से समझते हैं: 

 

संदर्भ :

https://tinyurl.com/5n7wffz2 

https://tinyurl.com/2ynd76sp 

https://tinyurl.com/4x6xry49 

https://tinyurl.com/53n27ecs 

https://tinyurl.com/bk2caxsy 

https://tinyurl.com/y4slogbw 

https://tinyurl.com/2bvxo56z 

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