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कमल एक बहुवर्षीय जलीय पौधा है जो कीचड़युक्त, पोषक तत्वों से भरपूर जल में पनपता है। भारत सहित पूर्वी अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया और ऑस्ट्रेलिया में यह पौधा सामान्यतः पाया जाता है। अपने जीवनचक्र में यह पौधा अत्यंत रोचक होता है — इसकी जड़ें कीचड़ में होती हैं, और लंबी डंडियों के सहारे फूल जल की सतह तक पहुँचते हैं, जहाँ वे धीरे-धीरे एक-एक पंखुड़ी खोलते हुए खिले हुए दिखाई देते हैं।कमल की पंखुड़ियाँ विशेष रक्षक परत से ढकी होती हैं, जिससे वे गंदगी और जल को दूर रखती हैं। यही कारण है कि यह फूल हमेशा स्वच्छ और निर्मल दिखाई देता है, चाहे वह कितनी भी गंदी सतह से क्यों न निकला हो। दिन में खिलने वाला यह फूल रात में बंद होकर जल में डूब जाता है और हर सुबह पुनः खिलता है। इसकी पंखुड़ियाँ कुछ ही दिनों तक टिकती हैं और फिर झड़ जाती हैं।
पहले वीडियो में आप कमल के फूल को धीरे-धीरे खिलते हुए देख सकते हैं, जो इसकी प्राकृतिक खूबसूरती और दिव्यता को दर्शाते हैं।
कमल का सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व अत्यंत गहरा है। विभिन्न सभ्यताओं में इसके अर्थ भिन्न हो सकते हैं, परंतु सामान्यतः यह पवित्रता, पुनर्जन्म और आत्मबल का प्रतीक माना जाता है। चूंकि यह कीचड़ से निकलकर बिना किसी दाग़ के खिलता है, इसे निर्मलता और आध्यात्मिक शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। यह हर रात कीचड़ में लौटता है और हर सुबह पुनः खिलता है — इसलिए यह शक्ति, सहनशीलता और नवजीवन का भी प्रतीक बन गया है। इसके अतिरिक्त, कमल को आत्मा की भौतिक संसार पर विजय का प्रतीक — "आध्यात्मिक उत्कर्ष" — भी माना जाता है।
नीचे दिए गए वीडियो में कमल के खिलते दृश्य के साथ शांति की अनुभूति होती है, जो इसे ध्यान साधना और आत्मिक शुद्धता से जोड़ता है।
भारत में कमल का स्थान विशेष है। यह प्राचीन भारतीय कला, मूर्तिकला और पौराणिक कथाओं में बार-बार दिखाई देता है। भारतीय संस्कृति में शुभता का प्रतीक माना जाने वाला कमल हमारे राष्ट्रपिता द्वारा भारत का राष्ट्रीय पुष्प घोषित किया गया था, क्योंकि यह नैतिकता और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। इसके केवल दो रंग — गुलाबी और सफेद — पाए जाते हैं। यह फूल कीचड़ भरे जल से लंबी डंडी पर उगता है और अत्यंत भव्यता के साथ खिलता है।
हालांकि यह मूलतः भारतीय पुष्प है, अब यह चीन, जापान, वियतनाम, मिस्र, ऑस्ट्रेलिया और ट्रॉपिकल अमेरिका जैसे अनेक देशों में भी उगाया जाता है। कमल की जड़, जिसे राइजोम कहा जाता है, से इसकी पत्तियाँ निकलती हैं और उसी राइजोम के माध्यम से पौधे की वृद्धि व प्रसार भी होता है।
अगली वीडियो में कमल को बीजों से उगाने की आसान विधि बताई गई है, जिससे आप घर पर भी इस दिव्य पुष्प को उगा सकते हैं।
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