 
                                            समय - सीमा 268
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                                            आने वाले दिनों में जौनपुर में ठण्ड का पारा अत्यंत नीचे आने की संभावनाए हैं जिसमें यहाँ पर बारिश की भी 55% की संभावना है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो यहाँ पर वायु प्रदूषण भी बड़े पैमाने पर होगा। हम में से अधिकतम लोग ऐसा मानते हैं कि गर्मियों में प्रदूषण का प्रकोप सातवें आसमान पर होता है क्यूंकि सूरज आग उगलता हुआ नज़र आता है और पराबैगनी किरण यहाँ पर प्रदूषण को बढ़ावा देती होंगी। परन्तु ये धारणा गलत है। असल में सर्दियों में वायु प्रदूषण में अधिक इज़ाफा होता है। प्रदूषण सर्दियों में ज़्यादा इसलिए भी हो जाता है क्यूंकि इस समय बादल के कारण प्रदूषण नीचे ही दब जाता है और प्रदूषण का धुंध हमें दिखाई देने लगता है। प्रदूषण के इसी धुंध को हम स्मोग (Smog) नाम से जानते हैं।
सर्दियों की रातों में पृथ्वी की सतह का तापमान बड़ी तेज़ी के साथ गिरता है परंतु ऐसे में इनके बीच में हवा की एक गर्म परत भी बनती है। इस गतिविधि को तापमान व्युत्क्रम कहा जाता है। अब यह समझना ज़रूरी हो जाता है कि तापमान व्युत्क्रम और वायु की गुणवत्ता के बीच क्या सम्बन्ध है? वास्तविकता में गर्म हवा की परतें औद्योगिक प्रदूषण, घरेलु ताप, वाहनों का प्रदूषण, जीवाश्म इंधन का प्रदूषण आदि को नीचे ही दबा के रख देती हैं जिसके कारण जो हम सांस लेते हैं उसमें टोक्सिन (Toxin) की सांद्रता बढ़ जाती है।
 
अक्सर हम यह भी महसूस करते हैं कि जब हम किसी घाटी में होते हैं तब वहाँ ठंडी हवा और ऊपर गर्म हवा का अनुभव करते हैं। ठंडी हवा भारी होती है जिस कारण से यह हमेशा नीचे ही दबी होती है। अब यह एक प्रमुख कारण है कि ठण्ड के मौसम में प्रदूषण बड़ी मात्रा में रहता है। इस प्रदूषण से बड़ी संख्या में लोगों को परेशानियां होती हैं। ठण्ड में होने वाला प्रदूषण यदि देखा जाए तो भारत में ही नहीं है बल्कि यह पूरे विश्व भर में फैलता है। उदाहरण स्वरुप 1952 में लन्दन में एक ऐसी समस्या आई थी जिसे कि ग्रेट लन्दन स्मोग (Great London Smog) नाम से जाना जाता है। इस स्मोग से करीब 12,000 लन्दन वासियों की मौत हो गयी थी। यह दुनिया भर के लिए एक झटका बन कर सामने आया था। यह इस कारण से हुआ था क्यूंकि लन्दन में कोयले का प्रयोग बड़े पैमाने पर होता था जिस कारण से प्रदूषण की मात्रा बढ़ गयी थी। उपरोक्त लिखित तथ्यों पर यह कहा जा सकता है कि सर्दियों के समय में वायु प्रदूषण में भारी वृद्धि होती है। यही कारण है कि जौनपुर में ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण उत्तर भारत भर में इस समय बड़े पैमाने पर प्रदूषण फैलता है।
सन्दर्भ:-
1. https://weather.com/en-IN/india/science/news/2018-10-30-why-do-pollution-levels-skyrocket-during-winter
2. https://airlief.com/2017/12/15/air-pollution-during-winter/
3. https://bit.ly/35dK1Uw
4. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6163671/
5. https://www.waikatoregion.govt.nz/environment/natural-resources/air/weather-affects-air-quality/
 
                                         
                                         
                                         
                                         
                                        