संगीत उद्योग को भी प्रभावित कर रहा है कोविड (COVID-19)

ध्वनि I - कंपन से संगीत तक
15-06-2020 12:05 PM
संगीत उद्योग को भी प्रभावित कर रहा है कोविड (COVID-19)

वर्तमान समय में पूरा विश्व जहां कोविड (COVID-19) संक्रमण से जूझ रहा है वहीं इसके प्रभावों को अनेक क्षेत्रों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है जिसमें संगीत उद्योग भी शामिल है। संगीत प्रदर्शन स्थलों पर होने वाले कार्यक्रमों और पर्यटन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है। कोरोना के प्रभाव के कारण संगीत के सजीव (Live) प्रदर्शन के लिए कोई जगह उपलब्ध नहीं है जिसकी वजह से संगीत उद्योग मंद पडा हुआ है। यह प्रभाव ऐसा है कि आने वाले महीनों में भी सुधार के कोई संकेत नहीं दिखायी दे रहे हैं। वैश्विक संगीत उद्योग 3,78,150 करोड से भी अधिक है, जिसकी दो प्रमुख आय धाराएं, सजीव संगीत और रिकॉर्ड (Record) संगीत हैं। कुल राजस्व में सजीव संगीत का 50% से भी अधिक हिस्सा है जोकि मुख्य रूप से टिकटों की बिक्री और सजीव प्रदर्शन के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। रिकॉर्ड संगीत राजस्व स्ट्रीमिंग (Streaming), डिजिटल डाउनलोड (Digital downloads), भौतिक बिक्री और सिंक्रनाइज़ेशन (Synchronization) राजस्व के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। महामारी के मद्देनजर, भौतिक बिक्री, जो रिकॉर्ड संगीत राजस्व के एक चौथाई का प्रतिनिधित्व करती है, लगभग एक-तिहाई से नीचे आ गयी है जबकि डिजिटल बिक्री में लगभग 11% की गिरावट आई है। महामारी के इस दौर में लोगों का ध्यान समाचार मीडिया (Media - विशेष रूप से टेलीविजन) ने खींच लिया है। कम आवागमन और जिम (Gym) बंद हो जाने से लोगों का रिकॉर्ड संगीत सुनना बंद हो गया है।

इंटरएक्टिव एडवरटाइजिंग ब्यूरो (Interactive Advertising Bureau) के एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि लगभग एक चौथाई मीडिया खरीदारों और ब्रांडों (Brands) ने 2020 की पहली छमाही के लिए सभी संगीत आधारित विज्ञापन रोक दिए हैं, और 46% खर्च कम कर दिया है। यह, डिजिटल विज्ञापन खर्च में लगभग एक-तिहाई की कमी के साथ संयुक्त है, जोकि विज्ञापन-समर्थित संगीत चैनलों को प्रभावित करेगा। इस प्रकार कुल उद्योग राजस्व और कलाकारों के लिए व्यक्तिगत आय दोनों ही प्रभावित होंगे। नए एल्बमों (Albums) और सजीव संगीत को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन का उपयोग करने में असमर्थता के कारण, कई कलाकारों ने अपने कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है। इसके अलावा प्रमुख समारोहों और कार्यक्रमों की एक व्यापक सूची को रद्द कर दिया गया है। जब तक बड़े समारोहों पर प्रतिबंध जारी रहता है, तब तक सजीव प्रदर्शन राजस्व लगभग शून्य रहेगा जिसके प्रभाव से उद्योग का कुल राजस्व आधा हो जायेगा। महामारी के बाद का दृष्टिकोण संगीत उद्योग के लिए चुनौतीपूर्ण है। क्षेत्र में उपभोक्ता विश्वास का पुनर्निर्माण मुश्किल होगा। एक सर्वेक्षण से पता चला है कि, एक सिद्ध टीके (Vaccine) के बिना आधे से भी कम अमेरिकी उपभोक्ता संगीत कार्यक्रम, सिनेमा, खेल कार्यक्रमों इत्यादि में जाने की योजना बनाएंगे।

सजीव प्रदर्शन के माध्यम से कलाकार अपनी आय का लगभग 75% उत्पन्न करते हैं, किंतु वर्तमान स्थिति कलाकारों को बेहद प्रभावित करती है। कई बडे टिकट कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है। सरकार ने कोविड-19 के प्रसार का मुकाबला करने के लिए नई यात्रा सलाह जारी की जिसके बाद, कई अंतर्राष्ट्रीय संगीत कलाकारों ने भारत में अपने निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। एक रिपोर्ट (Report) के अनुसार, वर्तमान में सूचीबद्ध 1,000 से अधिक कार्यक्रमों को अगले दो महीनों में रद्द कर दिया जाएगा। डेलॉयट और ट्रेड बॉडी द इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री, द लाइव म्यूजिक इंडस्ट्री (Deloitte and trade body the Indian Music Industry, The Live Music industry) द्वारा प्रकाशित 2019 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सजीव संगीत उद्योग का मूल्य 1,280 करोड़ रुपये है। व्यावसायिक उद्यमों के साथ-साथ संगीत से जुडे लोगों के समूह भी उत्सुकता से सरकार के राहत पैकेज की प्रतीक्षा कर रहे हैं किन्तु उम्मीद की कोई भी किरण उन्हें अभी तक नजर नहीं आयी है। सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने हेतु वे अब मुआवजे के लिए याचिका दायर कर रहे हैं। यह याचिका केवल संगीतकारों तक ही सीमित नहीं है।

यह समग्र उद्योग के लिए है, जिसमें तकनीशियन (Technicians), ध्वनि और प्रकाश इंजीनियर, प्रदर्शन स्थलों के मालिक और कर्मचारी आदि भी शामिल हैं। अनेक संगीत कलाकारों और प्रतिनिधियों का मानना है कि कोविड-19 के इस कठिन दौर में उनके उद्योग को पूरी तरह से उपेक्षित किया गया है तथा सरकार द्वारा घोषित राहत पैकेज में कलाकारों और संगीतकारों का कोई भी उल्लेख नहीं है। फर्मों (Firms) में संगीत प्रदर्शन के लिए करोडों रुपये के उपकरण मौजूद हैं किंतु प्रदर्शन स्थलों के अनिश्चित काल तक स्थगित होने से उपकरणों की आपूर्ति नहीं की जा सकती है। चूंकि हालात सामान्य होने की सम्भावना दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है इसलिए सजीव संगीत के लिए ड्राइव-इन टाइप शो (Drive-in Type Shows) को एक सफल विकल्प के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि इससे सामाजिक दूरी को बनाए रखा जा सकता है। ड्राइव-इन टाइप शो के तहत दर्शकों को स्टेडियम (Stadium) के बाहर एक पार्किंग (Parking) स्थल उपलब्ध करवाया जाता है तथा उपयुक्त व्यवस्था की जाती है। संगीत प्रदर्शन करने वाले कलाकार अपने पूर्वाभ्यास कमरों से सजीव प्रदर्शन करते हैं जिसका लुफ़्त दर्शक अपने वाहनों में बैठे हुए भी उठा सकते हैं।

चित्र सन्दर्भ:
1. मुख्य चित्र में संगीत उद्योग पर कोविड़-19 के प्रभाव का कलात्मक चित्रण है।
2. दूसरे चित्र में लाइव म्यूजिक कॉन्सर्ट से लिया गया चित्र है।
3. तीसरा चित्र महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय म्यूजिक एल्बम के संग्रह का है।
4. अंतिम चित्र में ड्राइव-इन म्यूजिक कॉन्सर्ट को दिखाया गया है।

संदर्भ:
1. https://www.weforum.org/agenda/2020/05/this-is-how-covid-19-is-affecting-the-music-industry/
2. https://bit.ly/2Y1iBRn
3. https://indianexpress.com/article/entertainment/music/future-of-live-music-will-be-different-for-a-while-bono-6402972/
4. https://bit.ly/2MWkfgP