मैन रे थे, यशवंत राव होलकर द्वितीय, और उनकी पत्नी संयोगिताबाई के खास फ़ोटोग्राफ़र

दृष्टि I - लेंस/फोटोग्राफी
06-09-2024 09:26 AM
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मैन रे थे, यशवंत राव होलकर द्वितीय, और उनकी पत्नी संयोगिताबाई के खास फ़ोटोग्राफ़र
लखनऊ वासियों, क्या आप जानते हैं कि, मैन रे (Man Ray), एक अमेरिकी दृश्य कलाकार थे, जिन्होंने अपने पेशे का अधिकांश समय पेरिस(Paris) में बिताया था। उनका जन्म, 27 अगस्त, 1890 को हुआ था, और तब उन्हें इमैनुएल रेडनिट्ज़की(Emmanuel Radnitzky) नाम से पहचाना जाता था। डाडा (Dadaism) और सरियलिस्ट आंदोलनों(Surrealist movements) में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। हालांकि, इन आंदोलनों के साथ, उनके संबंध अनौपचारिक थे। मैन रे, इंदौर के महाराजा और महारानी – यशवंत राव होलकर द्वितीय, और उनकी पत्नी संयोगिताबाई होलकर की कुछ प्रतिष्ठित तस्वीरें खींचने के लिए भी प्रसिद्ध हैं। तो चलिए, आज मैन रे के बारे में विस्तार से जानते हैं। हम उनकी फ़ोटोग्राफ़ी शैली के बारे में भी जानेंगे। उन्होंने, एंडी वारहोल(Andy Warhol) जैसे महान आधुनिक चित्रकारों को प्रभावित किया है। आगे, हम यह पता लगाएंगे कि, मैन रे ने महाराजा व महारानी की तस्वीरें, कैसे खींची थीं। अंत में, हम उनके कुछ सबसे प्रसिद्ध कार्यों पर प्रकाश डालेंगे।
मैन रे, एक अमेरिकी दृश्य कलाकार थे। उन्होंने विभिन्न मीडिया में, प्रमुख रचनाएं कीं, लेकिन, खुद को इन सबसे ऊपर, एक चित्रकार माना। वह अपनी अग्रणी फ़ोटोग्राफ़ी के लिए जाने जाते थे, और एक प्रसिद्ध फ़ैशन और पोर्ट्रेट फ़ोटोग्राफ़र(Fashion and portrait photographer) थे। उनको अपने फ़ोटोग्राम के साथ, उनके काम के लिए भी जाना जाता है, जिसे उन्होंने अपने संदर्भ में “रेयोग्राफ़(Rayographs)” कहा था।
स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, उन्होंने एक पेशेवर चित्रकार बनने की दिशा में, लगातार काम किया। उन्होंने एक व्यावसायिक कलाकार के रूप में पैसा कमाया, और कई मैनहट्टन कंपनियों(Manhattan companies) में तकनीकी चित्रकार बनें।
दरअसल, मैन रे की कलात्मक प्रतिभा, विभिन्न प्रकार के कला रूपों, विशेषकर चित्रकला से विकसित हुई थी । उनके फ़ोटोग्राफ़िक प्रयास, जिसमें रेयोग्राफ़ी नामक, उनकी अपनी मौलिक शैली भी शामिल थी, आधुनिकतावाद के जन्म के पोषण में, सहायक थे। उन्होनें, फ़ोटोसेंसिटिवपेपर(Photosensitive paper) पर, “कैमरा-रहित” तस्वीरें बनाने का तरीका खोजा, और उसे रेयोग्राफ़ी कहा।
तर्क और कारण की बाधाओं से मुक्त, रे की तस्वीरें, ‘उच्च कला’ की अवधारणा को चुनौती देती हैं, और आदर्शवाद के पक्ष को दर्शाती हैं। रे के बहुमुखी व्यक्तिमत्व की छाया के भीतर, एक गहरी सुंदरता उभरती है, जो दर्शकों को आश्चर्यचकित करती है। उनके करीबी, मित्र और साथी कलाकार – मार्सेल ड्यूचैम्प(Marcel Duchamp) ने निम्नलिखित वाक्यों के साथ, मैन रे की छवियों की सुंदरता की प्रशंसा की थी। वे कहते थे कि, “कैमरे को उसी प्रकार व्यवहार करवाना, उनकी उपलब्धि थी, जिस प्रकार उन्होंने पेंटब्रश को अपने मन की सेवा में, मात्र एक उपकरण के रूप में माना था।”
मार्सेल ड्यूचैम्प जैसे लोगों के साथ, कला को देखने के तरीके को बदलने से लेकर, मैन रे के काम ने, एंडी वारहोल और जोसेफ़ कोसुथ(Joseph Kosuth) जैसे लोगों को प्रेरित किया है ।
मैन रे ने, अपने लेंस की कृतियों को विशिष्ट बनाने के लिए, हठपूर्वक प्रसिद्ध लोगों की तस्वीरें खींचने का प्रयास किया। बर्नार्ड बूटेत डी मोनवेल(Bernard Boutet de Monvel) जैसे लोगों द्वारा, उनके स्वप्निल चित्र, चित्रित किए गए थे। फिर भी, बहुत से लोगों ने, इन आधुनिकतावादी महाराजाओं के बारे में नहीं सुना है।
इंदौर के महाराजा, फ़ोटो खिंचवाने के लिए, पेरिस के एक स्टूडियो में आए थे। तब वे पश्चिमी पोशाक – बोरी सूट और औपचारिक शाम की पोशाक में, वहां गए थे। उसके अगले वर्ष, महाराजा अपनी युवा दुल्हन के साथ, फ़्रांस(France) के दक्षिण में गए थे। उन्होंने, कान्स(Cannes) में, एक होटल की पूरी मंजिल ही, अपने और अपने साथियों के लिए, किराए पर ले ली। अपनी किशोरावस्था में, महारानी एक उत्कृष्ट लड़की थीं। उन्होंने फ़्रांसीसी कपड़े, और एक विशाल पन्ना रत्न की अंगूठी पहनी थी। महाराजा ने उस दिन सुबह टहलते समय, उनके लिए इसे खरीदा था। अगले दिन, मैन रे को, उनकी तस्वीरों की एक श्रृंखला बनाने के लिए, अपना कैमरा उनके सुइट(Suite) में लाने के लिए कहा गया। सबसे पहले, वहां कुछ प्रतिभागियों ने नृत्य किया, और फिर महाराजा व महारानी, एक दूसरे के हाथ पकड़कर बैठ गए। तब, मैन ने कुछ एक्सपोज़र(Exposures) लिए, जिसके बाद, अलग-अलग पोर्ट्रेट के लिए, अलग-अलग पोज़ में उनके फ़ोटो खींचे गए।
मैन रे की, इसी तरह की कुछ सबसे प्रसिद्ध कृतियां निम्नलिखित हैं:
1.) एल’एनिग्मे डी’इसिडोर डुकासे (द एनिग्मा ऑफ़ इसिडोर डुकासे – The Enigma of Isidore Ducasse), 1920: 
मैन रे ने, फ़्रांस में बसने से एक साल पहले ही, यह कलाकृति बनाई गई थी। इसके शुरुआती मॉडल में, मार्सेल ड्यूचैम्प के प्रभाव दिखते हैं, क्योंकि, उन्होंने इसमें मैन की सहायता की थी। डाडा कलाकारों के लिए महत्वपूर्ण – ‘मौके’ की विषयवस्तु के अनुसार, इस कृति के लिए, एक सिलाई मशीन को सेना के कंबल में लपेटा जाता है, और एक डोरी से बांधा जाता है।
2.) ओब्जेक्ट ए डेट्रुइरे (ओब्जेक्ट टू बी डिस्ट्रॉयड – Object to be Destroyed), 1923: यह कलाकृति, झूलते हुए हाथ पर, चिपकाई गई आंख की तस्वीर के साथ, एक मेट्रोनोम(Metronome) से युक्त है। ओब्जेक्ट ए डेट्रुइरे की कल्पना, सबसे पहले मैन के स्टूडियो में, काम करने वाले एक मूक और निरंतर पर्यवेक्षक के रूप में की गई थी। हालांकि, इसकी 1923 की मूल रचना को, उन्होनें 1932 में अपने प्रेमी व काव्य प्रेरणा – ली मिलर(Lee Miller) के साथ हुए, ब्रेकअप के बाद बदल दिया था।
3.) नोइरे एट ब्लैंच (ब्लैक एंड व्हाइट – Black and White), 1926: पहली बार वोग पत्रिका(Vogue magazine) में प्रकाशित, यह प्रतिष्ठित तस्वीर, एक अफ़्रीकी मुखौटे के बगल में, किकी डी मोंटपर्नासे(Kiki de Montparnasse) के सिर को दर्शाती है। कृति के विषय, आकार और अभिव्यक्ति में समानताएं साझा करते हैं, लेकिन, एक तेज रंग, विरोधाभास दिखाते हैं। इसे फ़ोटोग्राफ़िक प्रक्रिया के साथ, शीर्षक में भी संदर्भित किया गया है। यह चित्र अफ़्रीकी कला में, कलाकार की रुचि को भी व्यक्त करता है।
4.) लेस लार्मेस (ग्लास टीयर्स – Glass Tears), 1932: एक फ़िल्म से मिलती-जुलती, क्रॉप की गई यह तस्वीर, सिनेमाई कथा में, मैन रे की रुचि को दर्शाती है। ली मिलर के साथ, उनके ब्रेकअप के समय बनाई गई, इस कृति में एक मॉडल की संकट, क्रोध और उदासी की भावना को सौंदर्यपूर्ण बनाने के लिए, आंसुओं के रूप में, गोल कांच के मोती रोते हुए दिखाए गए थे |

संदर्भ

https://tinyurl.com/3drsjdfy
https://tinyurl.com/htt3mfr3
https://tinyurl.com/bdhznwkx
https://tinyurl.com/2du9ay4r

चित्र संदर्भ

1. मैन रे को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. मैन रे द्वारा खींची गई एक तस्वीर को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. मुस्कुराते हुए मैन रे को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. ग्लास टीयर्स, मैन रे के एक प्रसिद्ध फोटोग्राफ़ को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)



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