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वडोदरा के हरे-भरे बागों, आम के बागानों और विशाल खेतों के बीच स्थित लक्ष्मी विलास महल भारत के सबसे भव्य राजमहलों में से एक है। 1880 में महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय (Maharaja Sayajirao Gaekwad III) द्वारा बनवाया गया यह महल, आकार में लंदन के बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) से चार गुना बड़ा है। लगभग 1890 में पूरा हुआ यह महल बीते 100 वर्षों से अधिक समय से गायकवाड़ शाही परिवार का निवास रहा है। महल परिसर में बड़ौदा गोल्फ क्लब, मोतीबाग क्रिकेट ग्राउंड और महाराजा फतेहसिंह संग्रहालय जैसी संस्थाएँ भी शामिल हैं। कभी इस विशाल परिसर में एक छोटा चिड़ियाघर और शाही बच्चों को घुमाने के लिए एक रेल लाइन भी थी।
पहले वीडियो में आप लक्ष्मी महल की वास्तुकला, इसके आंतरिक भाग आदि के बारे में देखेंगे।
अगर आप लक्ष्मी महल का खूबसूरत एरियल और ड्रोन व्यू देखना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
इस महल के मुख्य वास्तुकार मेजर चार्ल्स मैन्ट (Major Charles Mant), अपने समय के प्रसिद्ध आर्किटेक्ट थे। दरभंगा और कोल्हापुर के महलों की रचना कर चुके मैन्ट का यह सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट था।
महल की वास्तुकला और सुविधाएँ
लगभग 1.8 लाख पाउंड की लागत से बने इस महल में उस समय की आधुनिकतम सुविधाएँ जैसे लिफ्ट (Lift), आंतरिक टेलीफोन नेटवर्क (internal telephone network)और बिजली आपूर्ति मौजूद थीं। महल का निर्माण गीतापूर्ण सौंदर्य से भरपूर इंडो-सारासेनिक शैली (Indo-Saracenic style) में हुआ, जिसमें सोनगढ़ की सुनहरी पत्थर की दीवारें, झरोखे, मेहराब, छतरियाँ और महीन नक्काशी वाले ब्रैकेट्स प्रमुख हैं। एक ऊँचा टावर भी है जिसे घड़ी टावर बनाना था, लेकिन अंततः उस पर एक लाल बत्ती लगाई गई जो राजा की उपस्थिति का संकेत देती थी।
नीचे दिए गए वीडियो के माध्यम से आप लक्ष्मी महल की सुंदर वास्तुकला और खूबसूरत वातावरण को देख सकते हैं।
शाही आंतरिक सजावट
महल के अंदर दो सुंदर आंगनों के चारों ओर नियोजन किया गया है, जिनमें पेड़ और फव्वारे लगे हैं। शाही भव्यता को सजाने के लिए संगमरमर, स्टुको वर्क, विदेशी झूमर, सना हुआ कांच, वेनेशियन फर्श, और प्रसिद्ध इटालियन मूर्तिकार फेलेची (Felice Casorati) की मूर्तियाँ लगाई गईं। लगभग 170 कक्षों में से हर एक अपने अलग रंग या सजावट की थीम में बना है — जैसे सिल्वर रूम और गुलाबी रूम। इन सभी विशेषताओं के बीच सबसे आकर्षक है दरबार हॉल, जिसकी भव्यता के बिना महल की शान अधूरी है। विशाल सीढ़ियाँ, रोशनी से भरे गलियारे, और राजसी फर्श इसे एक ऐतिहासिक धरोहर बनाते हैं।
नीचे दिए गए लिंक के माध्यम से आपको लक्ष्मी विलास के बारे में संक्षिप्त जानकारी मिलेगी — इसकी भव्य वास्तुकला, स्वादिष्ट भोजन, समृद्ध इतिहास और अन्य कई रोचक पहलुओं के बारे में। यह वीडियो महल की खूबसूरती और सांस्कृतिक विरासत को करीब से जानने का बेहतरीन माध्यम है।
संदर्भ-