मुनस्यारी: बर्फीली हिमालयी चोटियों और प्राकृतिक सुंदरता से भरा अद्भुत पहाड़ी स्वर्ग

पर्वत, पहाड़ियाँ और पठार
23-11-2025 09:12 AM

मुनस्यारी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक खूबसूरत छोटा पहाड़ी कस्बा है, जो हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों के बीच बसा हुआ है। समुद्र तल से लगभग 2298 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह स्थान अपने प्राकृतिक सौंदर्य, शांत वातावरण और बर्फीले पर्वतों के मनमोहक दृश्य के लिए प्रसिद्ध है। मुनस्यारी का अर्थ ही है “बर्फ वाली जगह” और इसे इसकी शांत, सुकून भरी सुंदरता के कारण अक्सर "लिटिल कश्मीर" भी कहा जाता है। यहाँ से पंचाचूली पर्वतमाला का अद्भुत दृश्य साफ दिखाई देता है, जिसमें पाँच ऊँची हिमालयी चोटियाँ शामिल हैं, जो चिमनियों जैसी दिखती हैं। इन पहाड़ों के साथ-साथ नंदा देवी, नंदाकोट, राजारंभा और नेपाल हिमालय की चोटियाँ भी यहाँ के आकाश को और भव्य बनाती हैं। मुनस्यारी का वातावरण इतना शांत और स्वच्छ है कि यहाँ से आसपास के पर्वतों की घाटियाँ और हिमनद बेहद करीब और आकर्षक लगते हैं।

मुनस्यारी ट्रेकिंग (trekking) और रोमांच प्रेमियों के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय है। यह मिलम ग्लेशियर (glacier), रालम ग्लेशियर, नामिक ग्लेशियर और नंदा देवी ईस्ट बेस कैंप जैसे कई प्रसिद्ध ट्रेक्स का आधार बिंदु है। ऊँचे पर्वतों की ओर जाने वाले ये रास्ते रोमांच, शांति और प्रकृति की गहराई का ऐसा अनुभव कराते हैं जो कहीं और दुर्लभ है। यहाँ के जंगलों में चीड़, देवदार और बुरांश के पेड़ पाए जाते हैं, और हिमालयी मोनाल, रैवन (raven), फाल्कन (Falcon) और ग्रिफ़न (Griffon) जैसे पक्षियों की झलक भी अक्सर मिल जाती है। हिमालयी भालू, मस्क डियर (Musk Deer) और लोमड़ी जैसे वन्यजीव भी इस क्षेत्र की ऊँची घाटियों में पाए जाते हैं।

यहाँ की पहाड़ियों के बीच बसे गाँवों में भोटिया समुदाय रहता है, जिनकी अपनी अनोखी संस्कृति, रीति-रिवाज़ और हस्तशिल्प की परंपरा है। स्थानीय बाजारों में हाथ से बने ऊनी कालीन और शॉल मिलते हैं, जो यहाँ की पहचान हैं। मुनस्यारी का इतिहास भी रोचक है - यह कभी भारत और तिब्बत के बीच नमक व्यापार मार्ग का महत्वपूर्ण केंद्र हुआ करता था, लेकिन 1962 के बाद सीमा बंद हो जाने से यह व्यापार समाप्त हो गया। मुनस्यारी में मार्च से अप्रैल का समय बेहद सुंदर होता है, जब जंगल लाल बुरांश के फूलों से भर जाते हैं और बर्फीली पहाड़ियाँ साफ़-साफ़ दिखाई देती हैं। यहाँ आने वाले यात्रियों को सलाह दी जाती है कि यात्रा से पहले मौसम और सड़क की जानकारी ले लें और रहने की बुकिंग पहले से कर लें, क्योंकि यह जगह छोटी होने के कारण आवास सीमित है।

संदर्भ- 
https://tinyurl.com/3e6nsrjd 
https://tinyurl.com/3zyz9j6n 
https://tinyurl.com/269czmk3 
https://tinyurl.com/ymu9894z 



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