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 मानव शोषण और अन्य गतिविधियों की वजह से संकटग्रस्त पक्षियों की सूची हर साल बढ़ती जा रही है। यदि भारत की बात की जाए, तो भारत में सन् 2000 में गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजातियों की संख्या 7 थी। जबकि 2001 में यह संख्या बढ़कर 9,, 2008 में 12,2010 में 14 और 2011 में 15 हो गई । 2011 में ‘ग्रेट इंडियन बस्टर्ड अर्डियोटिस नाइग्रिसेप्स (Great Indian Bustard Ardeotis Nigriceps) को भी इस सूची में शामिल कर लिया गया । दुर्भाग्य से, संकटग्रस्त पक्षी की श्रेणी में आने वाला यह एकमात्र पक्षी नहीं है। पिछले सप्ताह जारी किए गए प्रमुख विज्ञान प्रकाशन ‘स्टेट ऑफ द वर्ल्ड्स बर्ड्स’ (State of the World’s Birds) के पांचवें संस्करण में यह घोषणा की गई थी कि धरती के पक्षियों की लगभग आधी प्रजातियों की संख्या घट रही है।
 यह प्रकाशन बताता है कि 15 वी शताब्दी के बाद से पक्षियों की कम से कम 187 प्रजातियां या तो संदिग्ध रूप से विलुप्त हैं, या पूर्ण रूप से विलुप्त हो चुकी हैं। वर्तमान में पक्षियों की 8 में से कम से कम 1 प्रजाति संकटग्रस्त है। इसके अलावा वे प्रजातियां जिन्हें संकटग्रस्त नहीं भी माना गया है, उनमें से भी अधिकांश प्रजातियों की संख्या कम होती जा रही है। कुल मिलाकर पक्षियों की संख्या में आ रही यह गिरावट न केवल पक्षी आबादी के लिए, बल्कि हमारी धरती के लिए भी चिंतनीय है । एक अध्ययन के अनुसार, सामान्य पक्षी, जिन्हें आमतौर पर लोग हर दिन देखते हैं, की प्रजातियों की संख्या में सबसे अधिक गिरावट आई है। जिन पक्षी प्रजातियों की संख्या में सबसे अधिक गिरावट आई है, उनमें से 90% से अधिक पक्षी (2.5 बिलियन से अधिक पक्षी) सिर्फ 12 परिवारों से सम्बंधित हैं, जिनमें गौरैया, ब्लैकबर्ड (Blackbird), वारब्लर (Warblers) और फिंच (Finches) शामिल है। ‘प्रकृति के संरक्षण के अंतर्राष्ट्रीय संघ’ (International Union for Conservation of Nature (IUCN) के अनुसार, पक्षियों की जिन प्रजातियों को गंभीर रूप से संकटग्रस्त घोषित किया गया है, वे निकट भविष्य में विलुप्त हो सकती हैं। 
यदि इन प्रजातियों के संरक्षण के लिए कुछ नहीं किया जाता है तो ये प्रजातियां 10 वर्षों में या पक्षियों की तीन पीढ़ियों से भी कम समय में विलुप्त हो सकती हैं। भारत में लगभग 16 संकटग्रस्त पक्षी प्रजातियां मौजूद हैं, जिनमें लैसर फ्लोरिकन साइफियोटाइड्स इंडिकस (Lesser Florican Sypheotides Indicus), मिस्र का गिद्ध नियोफ्रॉन पेर्कनोप्टेरस (Neophron Percnopterus), नारकोंडम हॉर्नबिल राइटिसेरोस नारकोंडामी (Narcondam Hornbill Rhyticeros Narcondami) और मास्क्ड फिनफुट हिलियोपैस पर्सोनेटा (Masked Finfoot Heliopais Personata) शामिल हैं। लगभग 58 भारतीय पक्षी प्रजातियों को कमजोर प्रजातियों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। ये ऐसी प्रजातियां हैं, जो कम जोखिम में हैं एवं उन्हें संकटग्रस्तता के निकट रखा गया है।
 जिन प्रजातियों को अधिक नुकसान नहीं हुआ है, उन्हें ‘प्रकृति के संरक्षण के अंतर्राष्ट्रीय संघ’ ने "कम चिंताजनक" प्रजाति के रूप में वर्गीकृत किया है। हालांकि, पिछले 20 वर्षों में गिद्ध प्रजातियों की संख्या में अत्यधिक गिरावट आई है। घरेलू गौरैया तक की संख्या में धीमी गिरावट से यह संकेत मिलता है कि इस मानव-प्रभुत्व वाली दुनिया में कोई भी प्रजाति पर्याप्त रूप से सुरक्षित नहीं है। उदाहरण के लिए, 1990 के दशक में, एशिया (Asia) के जिप्स (Gyps) गिद्धों को आई यू सी एन (IUCN) द्वारा एक ऐसी प्रजाति माना जाता था, जिनकी संख्या पर्याप्त थी, किंतु 2001 तक यह पक्षी लुप्तप्राय प्रजातियों की श्रेणी में आ गया। अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘बर्डलाइफ इंटरनेशनल’ (Birdlife International) और आई यू सी एन 2011 की सूची के अनुसार, भारत में 150 से अधिक पक्षी प्रजातियां, विश्व स्तर पर संकटग्रस्त पक्षी की श्रेणी में आती हैं।भारत में पक्षी संरक्षण के लिए अगला दशक बहुत महत्वपूर्ण है। दुनिया भर में, 8 में से एक पक्षी प्रजाति वर्तमान में लुप्तप्राय है, और 93 प्रजातियां जो विश्व स्तर पर खतरे में हैं, भारत में पाई जाती हैं।
 एक समय ऐसा था, जब ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (Great Indian Bustard) को हमारा राष्ट्रीय पक्षी बनाने पर विचार किया जा रहा था, किंतु बड़े पैमाने पर अवैध शिकार तथा प्रजनन स्थलों और निवास स्थानों के विनाश ने 2018 तक देश में इस पक्षी की संख्या घटाकर मात्र 150 कर दी थी। पक्षियों की गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजातियां 20 वर्षों के भीतर विलुप्त हो सकती हैं। इसलिए यह जरूरी है कि पक्षी प्रजातियों को उचित संरक्षण प्रदान किया जाए।
संदर्भ: 
https://bit.ly/3yeFqTj
https://bit.ly/3IW598V
https://rb.gy/pk4btz
चित्र संदर्भ
1. एक दुखी चिड़िया को संदर्भित करता एक चित्रण (Flickr)
2. ग्रेट इंडियन बस्टर्ड अर्डियोटिस नाइग्रिसेप्स को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. ब्लैकबर्ड को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. मिस्र के गिद्ध नियोफ्रॉन पेर्कनोप्टेरस को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. ग्रेट इंडियन बस्टर्ड को दर्शाता एक चित्रण (Rawpixel)