यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन(CERN) में क्यों है,नटराज के रूप में भगवान शिव की मूर्ति?

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यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन(CERN) में क्यों है,नटराज के रूप में भगवान शिव  की मूर्ति?

दुनिया भर में, वेब अरबों लोगों द्वारा इंटरनेट पर संचालन या कुछ खोज करने के लिए उपयोग किए जाने वाले एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में कार्य करता है। अधिकांश लोग अपने पेशेवर अथवा व्यक्तिगत महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने के लिए हर दिन वर्ल्ड वाइड वेब का उपयोग करते हैं। फिर चाहे आप अपने दोस्तों के साथ ऑनलाइन बातचीत या चैट(Chatting) करना चाहते हों या अपने काम से संबंधित कोई महत्वपूर्ण विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हों, वेब इन सभी चीजों को आसान बना सकता है। अतः हमारे दैनिक जीवन में इंटरनेट की प्रमुख भूमिका का जश्न मनाने के लिए, दुनिया भर में वर्ल्ड वाइड वेब दिवस प्रत्येक वर्ष 1 अगस्त, यानी आज मनाया जाता है।(repetition) वर्ल्ड वाइड वेब को वेब के रूप में भी जाना जाता है। वेब के कारण, इंटरनेट पर ऑनलाइन संसाधनों तक हमारी पहुंच संभव बन जाती है। वेब का आविष्कार अंग्रेजी कंप्यूटर वैज्ञानिक(Computer Scientist) टिम बर्नर्स-ली(Tim Berners-Lee) ने किया था। तब वह यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन, जिसे सर्न या सीईआरएन(CERN) के नाम से जाना जाता है, में कार्यरत थे। सबसे पहले, टिम द्वारा वेब बनाने का प्रस्ताव वर्ष 1989 में पारित किया गया था। और फिर वर्ष 1990 के अंत तक, इस प्रणाली को परमाणु अनुसंधान संगठन में लागू भी किया गया। इसके पश्चात, वर्ष 1991 में वेब को सीईआरएन के बाहर अन्य अनुसंधान संस्थानों, विश्वविद्यालयों और संपूर्ण इंटरनेट पर जारी किया गया।
इंटरनेट कंप्यूटरों के बीच एक कनेक्शन(Connection) अथवा संयोजन होता है, जबकि वेब सूचनाओं का एक संग्रह होता है, जहां इंटरनेट के माध्यम से पहुंचा जाता है।
क्या आप वेब के विकास –की आधारशिला यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन के बारे में जानते हैं? आज, इस अनुसंधान संगठन में भौतिक विज्ञानी और विभिन्न अभियंता हमारे ब्रह्मांड की मूलभूत संरचनाओं की जांच कर रहे हैं। वे पदार्थ(Matter) के मूल घटकों, अर्थात मौलिक कणों(Particles) का अध्ययन करने हेतु, दुनिया के सबसे बड़े और सबसे जटिल वैज्ञानिक उपकरणों का उपयोग करते हैं। इन कणों को लगभग, प्रकाश की गति के समान गति के साथ टकराने के लिए निर्मित किया जाता है। यह प्रक्रिया भौतिक विज्ञानियों को संकेत देती है कि, कण कैसे परस्पर क्रिया करते हैं। साथ ही, यह प्रक्रिया उन्हें प्रकृति के मूलभूत नियमों में अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। पदार्थ के बारे में आज हमारी समझ केंद्रक(Nucleus) से भी अधिक गहरी है। सीईआरएन के अनुसंधान का मुख्य क्षेत्र कण भौतिकी(Particle physics) है, जो पदार्थ के मूलभूत घटकों और उनके बीच कार्य करने वाली शक्तियों का अध्ययन है। इस वजह से, सीईआरएन द्वारा संचालित प्रयोगशाला को अक्सर ‘यूरोपीय कण भौतिकी प्रयोगशाला’ के रूप में भी जाना जाता है।
यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन की स्थापना वर्ष 1954 में की गई थी। इस संगठन की प्रयोगशाला जिनेवा(Geneva) के पास, फ्रांस(France) और स्विट्जरलैंड(Switzerland), इन 2 यूरोपियन देशों की सीमा पर स्थित है। सीईआरएन नाम फ्रांसीसी भाषा के “कॉन्सिल यूरोपियन पौर ला रेचेर्चे न्यूक्लियर(Conseil Européen pour la Recherche Nucléaire)”, इस नाम से लिया गया है। यह यूरोप(Europe) के कुछ सबसे पहले संयुक्त उद्यमों में से एक था और अब 22 देश इसके सदस्य हैं। दुनिया भर के लोग, वैज्ञानिक तथा अभियंता, इस प्रयोगशाला में सभी क्षेत्रों, धर्मों और संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करते हुए, सौहार्दपूर्वक काम करते हैं। यह संगठन मानव जाति के कल्याण के लिए, प्रकृति के रहस्यों को समझने के लिए मौजूद है।
क्या आप जानते हैं कि, इस यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन में भगवान शिव जी की प्रतिमा भी है। इस संगठन के साथ अपने सहयोग का जश्न मनाने के लिए, हमारे भारत देश की ओर से भगवान शिव जी की एक नटराज मूर्ति संगठन को उपहार के तौर पर प्रदान की गई थी। हमनें 1960 के दशक से ही, संगठन के साथ सहयोग किया है और यह संगठन आज भी मजबूत है। हिंदू धर्म के अनुसार, भगवान शिव जी ने नटराज नृत्य का अभ्यास किया था, जो शक्ति या जीवन शक्ति का प्रतीक है। शिव जी की नटराज मूर्ति को भारत सरकार द्वारा संगठन को उपहार में देने हेतु एक रूपक के तौर पर चुना गया था। क्योंकि, शिव जी के इस रूप के ब्रह्मांडीय नृत्य और उप-परमाणु कणों के ‘ब्रह्मांडीय नृत्य’ के आधुनिक अध्ययन के बीच एक संयोजक रेखा देखी गई थी। आज भारत सीईआरएन के सहयोगी सदस्य देशों में से एक है। यह बहु–सांस्कृतिक संगठन, 100 से अधिक देशों और 680 संस्थानों के वैज्ञानिकों का स्वागत करता है। और, शिव प्रतिमा सीईआरएन की कई अन्य मूर्तियों और कलाकृतियों में से एक है। जो हमारे देश का गौरव बढ़ा रही हैं।

संदर्भ

https://tinyurl.com/2mcf8kd6
https://tinyurl.com/2zsf2x74
https://tinyurl.com/a29ympy4

चित्र संदर्भ

1. यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन(CERN) परिसर में,नटराज के रूप में भगवान शिव की मूर्ति को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
2. अपने कंप्यूटर के साथ टिम बर्नर्स-ली को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
3. रॉबर्ट कैलीयू द्वारा डिज़ाइन किये गए ऐतिहासिक वर्ल्ड वाइड वेब लोगो को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
4. स्विट्ज़रलैंड में CERN की मुख्य इमारतों को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
5. (CERN) परिसर में,नटराज के रूप में भगवान शिव की मूर्ति को दर्शाता चित्रण (wikimedia)