
जौनपुर की पुरानी गलियों में घूमिए, तो ज़री-ज़रदोज़ी की कारीगरी और इत्र की ख़ुशबू आज भी आपको खींच लेगी। हालांकि इन पारंपरिक बाज़ारों की रौनक आज भी बरकरार है, लेकिन यहाँ खरीदारी करने वाले ग्राहकों का मिज़ाज अब पहले जैसा नहीं रहा। वो दिन लद गए जब लोग सिर्फ़ अपनी जानी-पहचानी दुकान पर ही भरोसा करते थे। आज के ग्राहक स्मार्ट हो गए हैं! वे अलग-अलग ब्रांड्स को परखते हैं, मोल-भाव करते हैं, और ऑनलाइन दुनिया में भी बेहतरीन डील्स खोजते हैं। ये रुझान बताता है कि जौनपुर के लोगों में अब नई चीज़ें आज़माने और सोच-समझकर खर्च करने की आदत बढ़ रही है।
असल में, उपभोक्ता व्यवहार (Consumer Behaviour)' यही समझने का खेल है कि हम और आप जैसे लोग अपनी ज़रूरतों और शौक़ को पूरा करने के लिए चीज़ों का चुनाव कैसे करते हैं, उन्हें खरीदते कैसे हैं, या फिर उनका इस्तेमाल कैसे करते हैं। आज के ज़माने में हर कंपनी आपका ध्यान अपनी ओर खींचना चाहती है! विज्ञापन पहले से कहीं ज़्यादा ताकतवर हो गए हैं। ऐसे में जो ब्रांड ये समझ लेता है कि उसके ग्राहक क्या चाहते हैं और क्यों चाहते हैं, वो ऐसे विज्ञापन बना सकता है, जो उसकी और सैकड़ों या हज़ारों नहीं बल्कि लाखों ग्राहकों को खींच सकता है।
इसलिए आज के इस लेख में हम उपभोक्ता व्यवहार के विभिन्न प्रकारों की गहराई से पड़ताल करें। साथ ही हम सांस्कृतिक, व्यक्तिगत, आर्थिक और पर्यावरणीय कारकों को भी समझेंगे, जो इन व्यवहारों को प्रभावित करते हैं। इसके बाद हम यह भी देखेंगे कि विज्ञापन किस तरह उपभोक्ताओं की धारणाएं बनाता है, उत्पादों की पहचान को बढ़ाता है और उनके खरीद निर्णयों को प्रेरित करता है। अंत में, हम कुछ भरोसेमंद मार्केटिंग रणनीतियों का विश्लेषण करेंगे, जो ब्रांड्स को उपभोक्ताओं के साथ और भी अधिक असरदार और अर्थपूर्ण जुड़ाव बनाने में मदद करती हैं।
बाज़ार में कोई भी सामान खरीदते समय, हम सभी का खरीदारी करने का तरीका अलग-अलग होता है। यह तरीका कई बातों पर निर्भर करता है, जैसे कि हम क्या खरीद रहे हैं, किस दाम में खरीद रहे हैं या फिर वह हमारे लिए कितना ज़रूरी है?
आइए अब आपको बताते हैं, अलग-अलग स्थति में कैसे उपभोक्ता या खरीदार का व्यवहार भी अलग-अलग होता है!
किसी भी वस्तु या सेवा को खारीदते समय, कई बातें हमारे फ़ैसले पर असर डालती हैं। आइए इन महत्वपूर्ण बातों को आसान भाषा में समझते हैं।
उपभोक्ता जागरूकता, यानी हम ग्राहकों का किसी चीज़ के बारे में जानना, हमारे खरीदने के तरीकों का एक बहुत ज़रूरी हिस्सा है। और विज्ञापन, यह जागरूकता बढ़ाने का एक दमदार तरीका है। ज़रा सोचिए, विज्ञापन क्या-क्या करते हैं? वे सिर्फ़ हमें किसी कंपनी या चीज़ के नाम, उसके निशान (लोगो) और उसके कहे जाने वाले खास शब्दों (नारों) से ही नहीं पहचान कराते, बल्कि और भी बहुत कुछ करते हैं।
विज्ञापनों के ज़रिए, हमें बाज़ार में आने वाली नई-नई चीज़ों के बारे में पता चलता है। जैसे, अगर कोई नया साबुन आया है या कोई नई तरह की चाय बाज़ार में आई है, तो विज्ञापन हमें इसकी जानकारी देते हैं। इससे हम जान पाते हैं कि बाज़ार में क्या नया है और हमारी ज़रूरत की कौन सी चीज़ है।
इतना ही नहीं, कई बार विज्ञापन हमें एक मुश्किल दिखाते हैं और फिर बताते हैं कि कौन सा उत्पाद उस मुश्किल को आसान कर सकता है। उदाहरण के लिए, अगर आपको घर के काम में ज़्यादा समय लगता है, तो एक विज्ञापन आपको दिखा सकता है कि एक खास तरह की मशीन कैसे आपका समय बचा सकती है। इस तरह, विज्ञापन हमें यह समझने में मदद करते हैं कि हमारी क्या ज़रूरतें हैं और कौन सी चीज़ हमारी उन ज़रूरतों को पूरा कर सकती है। यह जानना हमारे लिए बहुत ज़रूरी है ताकि हम सोच-समझकर खरीदारी कर सकें। विज्ञापन हमें जागरूक बनाते हैं और सही चुनाव करने में हमारी मदद करते हैं।
अभी तक हमने पढ़ा कि लोग कई बातों को ध्यान में रखकर ही खरीदारी करते हैं? खरीदारी करने का हर किसी का तरीका अलग होता है।
आइए अब समझने की कोशिश करते हैं कि अलग-अलग ग्राहक कैसे सोचते हैं और उन तक पहुंचने के सबसे कारगर मार्केटिंग तरीके कौन से हो सकते हैं?
1. जब ग्राहक बहुत सोच-समझकर खरीदे: महंगी या ज़रूरी चीज़ें (जैसे गाड़ी या घर) खरीदते वक़्त, लोग काफ़ी अध्ययन करते हैं और गहराई से सोचते हैं। इसमें उनका पैसा और वक़्त दोनों लगते हैं।
ऐसे ग्राहकों का दिल जीतने के जीतने के लिए:
2. जब ग्राहक खरीदने के बाद दुविधा में हो: कभी-कभी, खासकर महंगी चीज़ खरीदने के बाद, लोगों को शक होता है कि कहीं फ़ैसला गलत तो नहीं हो गया। वे दुविधा में पड़ जाते हैं।
ऐसे ग्राहकों को शांत करने और उनका शक दूर करने के लिए:
3. जब ग्राहक आदत से खरीदारी करे: रोज़ की कई चीज़ें (जैसे दूध, ब्रेड, साबुन) हम ज़्यादा सोचे बिना, बस आदत की वजह से खरीदते हैं। इनमें ज़्यादा पैसा नहीं लगता और हम अक्सर ब्रांड बदलने का नहीं सोचते।
ऐसे ग्राहकों के लिए ये तरीके काम करते हैं:
4. जब ग्राहक कुछ नया आज़माना चाहे: कुछ ग्राहक हमेशा नई चीज़ें ट्राई करना पसंद करते हैं। वे एक ही चीज़ से बोर हो जाते हैं और बाज़ार में कुछ नया खोजते हैं। वे सिर्फ़ वैरायटी के लिए अलग-अलग ब्रांड आज़माते हैं।
ऐसे ग्राहकों को अपनी ओर खींचने के लिए:
इन तरीकों को आज़माकर आप समझ पाएंगे कि अलग-अलग ग्राहक कैसे सोचते हैं, और अपनी मार्केटिंग को ज़्यादा कामयाब बना सकेंगे।
सन्दर्भ
मुख्य चित्र स्रोत : Wikimedia; Attribution: © Jorge Royan; CC BY-SA 3.0
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