मेरठवासियों की सेहत और ताज़गी के लिए क्यों ज़रूरी है स्प्रिंग वाटर?

नदियाँ
01-05-2025 09:20 AM
मेरठवासियों की सेहत और ताज़गी के लिए क्यों ज़रूरी है स्प्रिंग वाटर?

बोतलबंद पानी आज मेरठ के लोगों की ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। प्यास लगने पर हर कोई बोतल का ढक्कन खोलते हुए दिखाई देता हैं! ऐसा इसलिए है क्योंकि बोतल का पानी साफ़ , स्वच्छ और सुरक्षित विकल्प माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बोतलबंद पानी के भी कई प्रकार होते हैं?  पानी के सभी प्रकारों में स्प्रिंग वाटर (Spring Water) यानी झरने के पानी को सबसे शुद्ध और आदर्श माना जाता है! आम बोतलबंद पानी के मुक़ाबले, झरने के पानी को अधिक प्राकृतिक माना जाता है। क्योंकि यह सीधे भूमिगत स्रोतों से आता है और इसमें प्राकृतिक रूप से मौजूद खनिज होते हैं। यह न सिर्फ़ ताज़ा रहता है बल्कि आमतौर पर दूषित तत्वों से भी मुक्त होता है। इसे पहाड़ों या प्राकृतिक जल स्रोतों से इकट्ठा करके हल्का फ़िल्टर किया जाता है, ताकि इसकी प्राकृतिक गुणवत्ता बनी रहे। आजकल सेहत को लेकर लोगों की जागरूकता बढ़ रही है, और इसी वज़ह से कई लोग झरने के पानी को ज़्यादा पसंद करने लगे हैं। इसकी ख़ासियत सिर्फ़ इसका प्राकृतिक स्वाद ही नहीं, बल्कि इसमें मौजूद ज़रूरी मिनरल्स (minerals) भी हैं, जो शरीर के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकते हैं। इसलिए आइए आज के इस लेख में हम पानी के अलग-अलग प्रकारों और उनकी ख़ूबियों को समझते हैं, और यह भी देखते हैं कि क्या झरने का पानी वाक़ई में एक बेहतर विकल्प है?

पानी, पानी ही होता है, लेकिन उसके भी अपने कई रूप होते हैं! हर तरह का पानी अपने फ़ायदे और कमियों के साथ आता है। चलिए, सबसे पहले आसान भाषा में समझते हैं कि किस तरह के पानी की क्या ख़ासियतें होती हैं और आपके लिए कौन-सा बेहतर हो सकता है।

चित्र स्रोत : wikimedia

1. नल का पानी: नल का पानी वही है जो आपके घरों में पाइप से आता है। यह सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला पानी है! नगरपालिका इसे फ़िल्टर करके सप्लाई करती है। लेकिन इसकी गुणवत्ता जगह-जगह अलग-अलग हो सकती है। कई बार इसमें अशुद्धियाँ रह जाती हैं, इसलिए कुछ लोग इसे फ़िल्टर करने के बाद ही पीना पसंद करते हैं।

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2. आसुत जल (Distilled Water): आसुत जल यानी डिस्टिल्ड वॉटर (Distilled Water) को उबालकर और ठंडा करके तैयार किया जाता है, जिससे इसकी सारी अशुद्धियाँ हट जाती हैं। यह लगभग 100% शुद्ध होता है, इसलिए इसका इस्तेमाल आमतौर पर प्रयोगशालाओं और मेडिकल उपकरणों में किया जाता है। लेकिन चूंकि इसमें ज़रूरी मिनरल्स नहीं होते, इसलिए रोज़मर्रा की प्यास बुझाने के लिए यह सबसे अच्छा विकल्प नहीं माना जाता।

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3. शुद्ध पानी (Purified Water): शुद्ध पानी को बैक्टीरिया, केमिकल्स और दूसरी अशुद्धियों से हटाने के लिए अलग-अलग तरीक़ों से फ़िल्टर किया जाता है। इसमें रिवर्स ऑस्मोसिस (RO), डिस्टिलेशन (distillation) और कार्बन फ़िल्ट्रेशन (Carbon Filteration) जैसी तकनीकें शामिल हैं। डिस्टिल्ड वॉटर के उलट, इसमें कुछ ज़रूरी मिनरल्स बचाए भी जाते हैं, जिससे यह प्यूरीटी और न्यूट्रिशन का बैलेंस बनाए रखता है।

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4. खनिज जल (Mineral Water): खनिज जल प्राकृतिक भूमिगत स्रोत से आता है और इसमें कैल्शियम (Calcium), मैग्नीशियम (Magnesium) और पोटैशियम (Potassium) जैसे मिनरल्स स्वाभाविक रूप से मौजूद होते हैं। ये मिनरल्स सेहत के लिए फ़ायदेमंद होते हैं। हालाँकि, अलग-अलग ब्रांड्स के मिनरल वॉटर में इनकी मात्रा अलग हो सकती है, इसलिए ख़रीदने से पहले लेबल चेक करना ज़रूरी है।

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5. झरने का पानी या स्प्रिंग वाटर (Spring Water): स्प्रिंग वाटर उस पानी को कहा जाता है जो ज़मीन के अंदर से ख़ुद-ब-ख़ुद निकलकर सतह पर आ जाता है। इसे प्राकृतिक रूप से शुद्ध माना जाता है, लेकिन कई बार इसे भी प्रोसेस किया जाता है ताकि यह लंबे समय तक सुरक्षित बना रहे। अगर इसे साफ़ स्रोत से लिया जाए, तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। दुनियाभर में स्प्रिंग वाटर का कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है। यह न सिर्फ़ पीने और दैनिक ज़रूरतों के लिए ज़रूरी है, बल्कि इसे आनंद और मनोरंजन का भी एक अच्छा स्रोत माना जाता है।

इसके अलावा, झरने के पानी के कई औषधीय गुण भी होते हैं। प्राचीन यूनानी चिकित्सक मिनरल वाटर थेरेपी के फ़ायदों से भली-भांति परिचित थे। प्राचीन समय में अरब और मिस्र के लोग बीमारियों के इलाज के लिए मिनरल वाटर का उपयोग करते थे।

यह पानी शरीर में एटीपी (ATP) उत्पादन जैसी जैव-रासायनिक प्रक्रियाओं में सहायक होता है। यह हड्डियों से जुड़ी बीमारियों को धीरे-धीरे कम करता है और मांसपेशियों को स्वस्थ बनाए रखता है। साथ ही, यह रक्तचाप और शरीर में जल संतुलन बनाए रखने में भी मदद करता है।

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झरने के पानी में प्राकृतिक खनिज तत्व मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए फ़ायदेमंद हो सकते हैं। यह पानी स्वाभाविक रूप से खनिजों से भरपूर होता है, इसलिए जब इसकी तुलना बोतलबंद या नल के पानी से की जाती है, तो यह अलग नज़र आता है।

खनिज पानी भूमिगत जलाशयों से निकलता है। जब झरने का पानी तलछटी चट्टानों, मिट्टी और प्राकृतिक खनिजों से होकर गुज़रता है, तो ये खनिज उसमें घुल जाते हैं। इसमें पोटैशियम, सोडियम (sodium), कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे मुख्य खनिज पाए जाते हैं, साथ ही थोड़ी मात्रा में ज़िंक (Zinc) और आयरन (Iron) भी मौजूद होते हैं। झरने के पानी में मौजूद हर खनिज अपने आयनिक रूप में होता है, जिससे हमारा शरीर इसे सप्लीमेंट्स या खाने में मौजूद खनिजों की तुलना में ज़्यादा आसानी से अवशोषित कर सकता है। जब झरने का पानी अपने शुद्धतम रूप में होता है, तो इसमें किसी भी अन्य पानी की तुलना में सबसे अधिक खनिज तत्व होते हैं।

 

संदर्भ 

https://tinyurl.com/28yvolfo 

https://tinyurl.com/28yvolfo 

https://tinyurl.com/296pbyog 

https://tinyurl.com/28grfhnz

मुख्य चित्र स्रोत : Wikimedia 

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