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गोमती नदी के किनारे बसे हमारे शहर जौनपुर की हवा में तहज़ीब घुली है! शाही पुल और जामा मस्जिद जैसी ऐतिहासिक धरोहरों के आसपास, हज़ारों ज़िंदगियाँ बेफ़िक्री से सांस ले रही हैं! लेकिन अब हमारे शहर में भी कई गंभीर बीमारियाँ ख़ामोशी से अपने पैर पसार रही हैं। उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर (High blood Pressure) भी इन्हीं में से एक है। हाई ब्लड प्रेशर के शुरुआत में अक्सर कोई लक्षण नज़र नहीं आते, लेकिन अगर समय रहते इसे न रोका जाए तो यह हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसे गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता हैं। हालाँकि घबराने की ज़रूरत नहीं है। कुछ साधारण आदतों में बदलाव लाकर हम खुद को और अपने परिवार को इस 'खामोश खतरे' से बचा सकते हैं। साथ ही, नियमित जांच और रक्तचाप की निगरानी हमें समय रहते सचेत कर सकती है। आज हम इस लेख में हम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने वाली डैश (DASH) डाइट के बारे में गहराई से जानेंगे! आगे हम जानेंगे कि कैसे अपनी छोटी-छोटी आदतों में बदलाव लाकर हम अपनी सेहत में बड़े बदलाव ला सकते हैं।
आइए सबसे पहले जानते हैं कि डैश डाइट (DASH diet) क्या है?
डैश या “उच्च रक्तचाप को रोकने के लिए आहार संबंधी दृष्टिकोण (Dietary Approaches to Stop Hypertension (DASH)” डाइट एक विशेष आहार योजना है! इसे उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) को कम करने के लिए विकसित किया गया। जब शोधकर्ताओं ने देखा कि “शाकाहारी और पौधे आधारित आहार खाने वाले लोगों में उच्च रक्तचाप बहुत कम देखने को मिलता है”, तब उन्होंने डैश डाइट की नीवं रखी। डैश डाइट के तहत ज़्यादा से ज़्यादा फलों और सब्ज़ियों का सेवन करने पर ज़ोर दिया जाता है! हालाँकि इसमें लीन प्रोटीन (lean protien) स्रोत जैसे चिकन, मछली और बीन्स भी शामिल होते हैं। इस आहार में रेड मीट (red meat), नमक, अतिरिक्त चीनी और वसा युक्त भोजन के इस्तेमाल से परहेज किया जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए यह डाइट फ़ायदेमंद हो सकती है, क्योंकि इसमें सोडियम (नमक) की मात्रा प्रति दिन 3/4 चम्मच (टी एस पी) या 1,500 मिलीग्राम (एम जी) से अधिक नहीं होती है।
रक्तचाप को कम करने के अलावा, डैश डाइट से कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हो सकते हैं:
डैश आहार के साथ-साथ आप अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव लाकर भी रक्तचाप के खतरे को कई गुना कम कर सकते हैं!
इन छोटे-छोटे बदलावों में शामिल हैं:
आइए अब जानते हैं कि नियमित व्यायाम आपके रक्तचाप को कैसे कम करता है?
नियमित तौर पर व्यायाम करने से आपके दिल को मजबूती मिलती है, जिससे कम मेहनत में ज़्यादा खून पंप होता है और धमनियों पर दबाव घटता है। नतीजतन आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में आ जाता है!
"पारे के मिलीमीटर (mmHg)" का इस्तेमाल ,रक्तचाप को मापने वाले पैमाने के तौर पर किया जाता है।
इसमें दो अंक होते हैं:
विश्वसनीय स्वास्थ्य संस्थाओं (अमेरिकन कॉलेज ऑफ़ कार्डियोलॉजी और अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन) के अनुसार, स्वस्थ रक्तचाप 120/80 mmHg से कम होना चाहिए। नियमित एक्सरसाइज से सिस्टोलिक प्रेशर (Systolic Pressure) 4-10 mmHg और डायस्टोलिक प्रेशर (Diastolic Pressure) 5-8 mmHg तक कम हो सकता है! हालाँकि, यह प्रभाव हर व्यक्ति में अलग-अलग होता है। व्यायाम आपके वज़न को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। सिर्फ़ 2.3 किलो (5 पाउंड) वज़न घटाने से भी ब्लड प्रेशर में गिरावट आ सकती है! लेकिन याद रखें, ये सभी लाभ तभी टिकाऊ हैं जब आप लगातार एक्टिव रहें। आमतौर पर, व्यायाम का असर आपके रक्तचाप पर 1-3 महीनों में दिखने लगता है।
संदर्भ
https://tinyurl.com/242l9m7p
मुख्य चित्र में जौनपुर के शाही पुल और डैश डाइट का स्रोत : प्रारंग चित्र संग्रह, wikimedia
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