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स्मार्ट कार्ड(Smart Card), हमारे शहर के नागरिकों के दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं। इनके ज़रिए लेनदेन और सेवाएं पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक बन गई हैं। चाहे लखनऊ मेट्रो में यात्रा करना हो, खरीदारी के दौरान भुगतान करना हो या स्वास्थ्य बीमा योजनाओं तक पहुंचना हो, स्मार्ट कार्ड, तेज़ और परेशानी मुक्त प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करते हैं। हमारे शहर के कई कार्यालयों और कॉलेजों में भी, सुरक्षित प्रवेश के लिए स्मार्ट आई डी कार्ड (Smart ID card) का उपयोग करते हैं। नकदीहीन भुगतान, डिजिटल पहचान और त्वरित प्रमाणीकरण जैसी सुविधाओं के साथ, स्मार्ट कार्ड दक्षता में सुधार कर रहे हैं, और भौतिक दस्तावेज़ों की आवश्यकता को कम कर रहे हैं। बार्टोनिक्स(Bartonics) और विन ए एम र (WinAMR) जैसे भारतीय ब्रांडों ने, हमारे देश में स्मार्ट कार्ड प्रौद्योगिकी के विकास में योगदान दिया है।
इसलिए आज, हम यह पता लगाएंगे कि, स्मार्ट कार्ड क्या है। इसके बाद, हम इस बात पर नज़र डालेंगे कि, स्मार्ट कार्ड कैसे काम करता है। अंत में, हम स्मार्ट कार्ड के विभिन्न अनुप्रयोगों पर चर्चा करेंगे तथा बैंकिंग, पहचान सत्यापन, परिवहन और अन्य क्षेत्रों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करेंगे।
स्मार्ट कार्ड क्या है?
एक स्मार्ट कार्ड (Smart Card), आमतौर पर किसी क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के आकार में एक छोटा चलता–फिरता कंप्यूटर (Portable computer) होता है, जिसमें कोई डिस्प्ले (Display) और कीबोर्ड (Keyboard) नहीं होता है। यह एक माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor), कुछ मेमोरी (Memory) और कुछ ऐप्स (Apps) को एकीकृत करता है। गोलाकार धातु संपर्क, इस कार्ड के नीचे स्थित चिप(Chip) से संबद्ध होने और विद्युत रूप से कार्ड को सक्रिय करने के लिए महत्वपूर्ण है।
इसका उपयोग, एक संपर्क या संपर्क रहित कार्ड रीडर (Card Reader) के साथ किया जाता है। स्मार्ट कार्ड, पॉइंट ऑफ़ सेल भुगतान (Point of Sale payments), ए टी एम (ATM) पर, और यहां तक कि आपके मोबाइल फ़ोन पर भी, प्रयुक्त किया जा सकता है। ये कार्ड अधिक सुरक्षा और सुविधा प्रदान करते हैं, जिससे वे विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए आदर्श बनते हैं। इन अनुप्रयोगों में, सुरक्षित लेनदेन, एक्सेस कंट्रोल (Access control) और पहचान उद्देश्यों शामिल हैं।
स्मार्ट कार्ड कैसे काम करता है?
किसी मेज़बान कंप्यूटर, क्लाउड कंप्यूटर (Cloud computer) या किसी भी नियंत्रक टर्मिनल (Controlling terminal) से जुड़ा एक स्मार्ट कार्ड रीडर, उस कार्ड के माइक्रोप्रोसेसर चिप पर संग्रहीत जानकारी को एकत्रित करता है। फिर, यह स्मार्ट कार्ड से प्राप्त जानकारी को तत्काल प्रसंस्करण के लिए, नियंत्रक टर्मिनल पर वापस भेजता है।
स्मार्ट कार्ड, एक अद्वितीय रेडियो फ़्रीक्वेंसी आई डी (Radio Frequency ID) का उपयोग करके या कैरियर सेंसिंग कोलिजन डिटेक्शन सिस्टम प्रोटोकॉल (Carrier Sensing Collision Detection System Protocol) के माध्यम से, स्मार्ट कार्ड रीडर से जुड़ता है। रेडियो फ़्रीक्वेंसी आई डी टैग, अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला में उपयोग पाते हैं, जैसे कि – आपूर्ति श्रृंखला के माध्यम से माल को ट्रैक करना, परिसंपत्तियों को ट्रैक करना, इमारतों में पहुंच को नियंत्रित करना तथा अन्य समान अनुप्रयोग।
एक तरफ़, कैरियर सेंसिंग कोलिजन डिटेक्शन प्रोटोकॉल, स्मार्ट कार्ड की वाहक आवृत्ति को पहचानता है। कोलिजन या टकराव का पता चलने पर, दो-तरफ़ा संचार का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, पुन: संचार, इसकी खोज की प्राथमिकता पर आधारित होता है।
स्मार्ट कार्ड, जी पी एस (Global Positioning System) सेवाओं का उपयोग करके, लोकेशन (Location) या स्थिति प्रदान नहीं कर सकते हैं। क्योंकि, स्मार्ट कार्ड में निरंतर संचालन का समर्थन करने के लिए ऊर्जा स्रोत नहीं है। जहां कोई व्यक्ति अपने कार्ड का उपयोग करता है, वह ऑडिट ट्रेल्स (Audit trails) का संचालन करके ट्रैक किया जाता है।
स्मार्ट कार्ड चिप, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कार्ड रीडर के संपर्क में आती है, और एक इलेक्ट्रॉनिक इंटरफ़ेस (Electronic interface) स्थापित करती है। यह संपर्क, तब लेनदेन को पॉइंट ऑफ़ सेल के माध्यम से भुगतान करने में सक्षम बनाता है। हालांकि, कुछ स्मार्ट कार्ड, किसी भी रीडर के संपर्क का उपयोग नहीं करते हैं। वे एक वायरलेस माध्यम का उपयोग करके, चिप से संबद्ध होते हैं। इस प्रकार के स्मार्ट कार्ड को, ‘संपर्क रहित कार्ड (Contactless card)’ कहा जाता है। जबकि, जिन कार्डों को रीडर से संपर्क की आवश्यकता होती है, उन्हें ‘संपर्क स्मार्ट कार्ड (Contact smart cards)’ के रूप में जाना जाता है। आज, संपर्क रहित स्मार्ट कार्ड, उपयोग में आसानी और लचीलेपन के कारण काफ़ी मांग में हैं।
स्मार्ट कार्ड का उपयोग कैसे किया जा सकता है?
स्मार्ट कार्ड का उपयोग त्वरित और सुरक्षित लेनदेन के साथ-साथ, व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा के लिए किया जाता है। स्मार्ट कार्ड के सामान्य उपयोग निम्नलिखित उद्योगों में हैं:
•बैंकिंग
स्मार्ट कार्ड के सबसे आम उपयोगों में से एक, क्रेडिट और डेबिट कार्ड जैसे भुगतान कार्ड हैं। इनमें से अधिकांश कार्ड “चिप और पिन (Pin)” कार्ड हैं, जिनके लिए एक पिन की आवश्यकता होती है। जबकि अन्य कार्ड, “चिप और सिग्नेचर (Signature)” कार्ड हैं, जिनके सत्यापन के लिए गग्राहकों के हस्ताक्षर की आवश्यकता होती है।
•दूरसंचार
मोबाइल फ़ोन में उपयोग किए जाने वाले सिम कार्ड (SIM card) छोटे आकार के स्मार्ट कार्ड हैं। सिम कार्ड, उपयोगकर्ता को सही ढंग से पहचानने और उनका बिल बनाने हेतु, एक अद्वितीय पहचानकर्ता सिस्टम का उपयोग करता है। सिम कार्ड द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा, वायरलेस प्रदाताओं को धोखाधड़ी से भी रोकती है।
•सूचना प्रौद्योगिकी
सुरक्षित वेब ब्राउज़िंग (Web browsing) के लिए सुरक्षा टोकन (Token) और स्टोर सर्टिफ़िकेट (Store certificates) के रूप में स्मार्ट कार्ड का उपयोग किया जा सकता है। वे सुरक्षित लॉगिन, उपयोगकर्ता प्रमाणीकरण, डिजिटल प्रमाणपत्रों का भंडारण, जानकारी, पासवर्ड और संवेदनशील डेटा एन्क्रिप्शन (Data encryption) को सक्षम करते हैं। ये कार्ड व्यक्तियों की गोपनीयता को बनाए रखते हुए, अवांछित घुसपैठ से उनकी जानकारी को सुरक्षित रखते हैं।
•शैक्षिक संस्थान
कई विद्यालय और कॉलेज भी, छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए स्मार्ट कार्ड का उपयोग करते हैं। इससे ही वे पुस्तकालय के पुस्तकों, प्रतिबंधित सुविधाओं तक पहुंच और परिवहन सेवाओं पर नज़र रखते हैं। छात्र कैंटीन और वेंडिंग मशीनों (Vending Machine) में भुगतान के लिए भी, उनका उपयोग कर सकते हैं। ये कार्ड, इस प्रकार कर्मचारियों का व्यवस्थापन बोझ कम करने, अधिक शिक्षण समय सुनिश्चित करने और छात्र गतिविधि तथा व्यवहार पर वास्तविक समय डेटा प्रदान करने में भी मदद करते हैं।
संदर्भ
मुख्य चित्र में दिल्ली मेट्रो स्मार्ट कार्ड डिज़ाइन का स्रोत : Wikimedia
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