समय - सीमा 268
मानव और उनकी इंद्रियाँ 1035
मानव और उनके आविष्कार 802
भूगोल 264
जीव-जंतु 304
| Post Viewership from Post Date to 17- May-2025 (31st) Day | ||||
|---|---|---|---|---|
| City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Messaging Subscribers | Total | |
| 2338 | 55 | 0 | 2393 | |
| * Please see metrics definition on bottom of this page. | ||||
जौनपुरवासियों, क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में 22 जुलाई 2023 से 15 अगस्त 2023 के बीच चले वृक्षारोपण अभियान के तहत, राज्य के 75 ज़िलों और 18 मंडलों में कुल 4,52,75,779 शीशम (Indian Rosewood) के पौधे लगाए गए थे। शीशम की लकड़ी अपनी उच्च गुणवत्ता, असाधारण स्थायित्व, और विशिष्ट पैटर्न के लिए जानी जाती है। हालांकि सीमित उपलब्धता और फ़र्नीचर बनाने के लिए अत्यधिक मांग के कारण का मूल्य भी पिछले कुछ वर्षों में बहुत अधिक बढ़ा है। तो आइए, आज उपरोक्त अभियान के दौरान हमारे राज्य में लगाए गए शीशम के पौधों के विभिन्न प्रकारों और मात्रा के बारे में जानते हैं। इसके साथ ही, हम भारत में शीशम के प्राकृतिक और व्यावसायिक उत्पादक राज्यों के बारे में बात करेंगे और शीशम की विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानेंगे। अंत में, हम शीशम की लकड़ी के विभिन्न अनुप्रयोगों जैसे फ़र्नीचर, संगीत वाद्ययंत्र, सजावटी सामान आदि के बारे में बात करेंगे।
हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश में कितने शीशम के पौधे लगाए गए:
हमारे राज्य के वन विभाग (Uttar Pradesh Forest Department) के आंकड़ों के अनुसार, यहाँ पर एक वार्षिक वृक्षारोपण अभियान में शीशम के पौधों की हिस्सेदारी सबसे अधिक थी। उत्तर प्रदेश में लगाए गए कुल 36.16 करोड़ से अधिक पौधों में से 12.52% या 4.52 करोड़ पौधे शीशम के थे, जो एक कठोर, पर्णपाती लकड़ी है जिसका उपयोग इसकी स्थायित्व के कारण फ़र्नीचर बनाने के लिए किया जाता है। राज्य में उस वर्ष 35 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया और 22 जुलाई को एक मेगा वृक्षारोपण अभियान चलाया गया, जिसके तहत 30.21 करोड़ पौधे लगाए गए और 15 अगस्त को 5.95 करोड़ पौधे लगाए गए, जिससे कुल 36.16 करोड़ पौधे लगाए गए।
भारत के वे राज्य जहाँ शीशम प्राकृतिक रूप से पाया जाता है:
शीशम प्राकृतिक रूप से भारत के कई राज्यों में पाया जाता है, जिनमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और बिहार शामिल हैं। शीशम गर्म और आर्द्र जलवायु में अच्छे से उगता है और आमतौर पर नदियों, झरनों और अन्य जल निकायों के पास पाया जाता है। यह आमतौर पर पर्णपाती जंगलों में पाया जाता है और वन पारिस्थितिकी तंत्र का एक अनिवार्य घटक है।
वे राज्य जहां इसे व्यावसायिक रूप से उगाया जाता है:
शीशम भारत के कई राज्यों में व्यावसायिक रूप से भी उगाया जाता है, जिनमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार शामिल हैं।
शीशम की विशेषताएँ:
शीशम के उपयोग:
भारतीय शीशम का उपयोग इसके असाधारण गुणों के कारण कई अलग-अलग अनुप्रयोगों में किया जाता है, जैसे:
संदर्भ
मुख्य चित्र में शीशम के पेड़ और फर्नीचर का स्रोत : Wikimedia