समय - सीमा 268
मानव और उनकी इंद्रियाँ 1036
मानव और उनके आविष्कार 802
भूगोल 264
जीव-जंतु 306
| Post Viewership from Post Date to 27- Aug-2025 (31st) Day | ||||
|---|---|---|---|---|
| City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Messaging Subscribers | Total | |
| 2317 | 92 | 4 | 2413 | |
| * Please see metrics definition on bottom of this page. | ||||
जौनपुर, उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है, जिसे 1359 ईस्वी में दिल्ली के सुल्तान फिरोज़ शाह तुगलक ने अपने चचेरे भाई मोहम्मद बिन तुगलक की स्मृति में बसाया था। यह नगर केवल एक प्रशासनिक केंद्र नहीं रहा, बल्कि एक समय में कला, संस्कृति और शिक्षा का समृद्ध केंद्र भी था। 1394 ईस्वी में मलिक सरवर ने यहाँ शर्क़ी सल्तनत की स्थापना की, जो इब्राहिम शाह शर्क़ी के शासनकाल (1402–1440) में अपने चरम पर पहुँची। उस समय जौनपुर की सीमाएँ बिहार से लेकर कन्नौज और दिल्ली से बंगाल तक फैली हुई थीं। यहाँ का शासन धार्मिक सहिष्णुता, सांस्कृतिक समन्वय और स्थापत्य के अद्भुत उदाहरणों के लिए जाना गया। हुसैन शाह के काल में जौनपुर की सैन्य ताकत इतनी बढ़ गई थी कि यह भारत की सबसे बड़ी सेनाओं में गिना जाने लगा। हालाँकि दिल्ली पर अधिकार की उनकी कोशिशें असफल रहीं और अंततः सिकंदर लोदी ने 1493 में इस पर कब्ज़ा कर लिया। इसके बाद 1779 ईस्वी में जौनपुर को स्थायी बंदोबस्त की संधि के तहत ब्रिटिश शासन में मिला लिया गया। शर्क़ी काल में जौनपुर एक प्रमुख सूफी केंद्र भी था, जहाँ हिन्दू और मुस्लिम समुदायों के बीच अद्वितीय सांप्रदायिक सौहार्द देखने को मिलता था।
पहली वीडियो के माध्यम से हम जौनपुर के गौरवशाली इतिहास को जानने का प्रयास करेंगे।
नीचे दी गई वीडियो में हम जौनपुर शहर और उसके इतिहास की एक झलक देखेंगे।
जौनपुर की मस्जिदें, जैसे अटाला मस्जिद, जामा मस्जिद और लाल दरवाज़ा मस्जिद, आज भी उस दौर की वास्तुकला की भव्यता को जीवित रखे हुए हैं। ये संरचनाएँ न केवल धार्मिक आस्था के प्रतीक हैं, बल्कि एक ऐसे युग की गवाही भी देती हैं, जहाँ कला और संस्कृति का गहरा सम्मान था। साथ ही, गोमती नदी पर 1564 में बना ऐतिहासिक शाही पुल और जौनपुर का किला आज भी इस नगर की ऐतिहासिक पहचान को संजोए हुए हैं। जौनपुर वास्तव में एक ऐसा नगर है जहाँ इतिहास आज भी साँस लेता है।
नीचे दिए गए लिंक के माध्यम से हम जौनपुर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों की झलक देखेंगे।
संदर्भ-