अफगानिस्‍तान से प्राप्‍त श्री कृष्‍ण की छवि का प्राचीनतम सिक्‍का

धर्म का युग : 600 ई.पू. से 300 ई.
03-09-2018 02:10 PM
अफगानिस्‍तान से प्राप्‍त श्री कृष्‍ण की छवि का प्राचीनतम सिक्‍का

हम सभी जानते हैं जन्माष्टमी का त्यौहार सभी हिन्दुओं के लिए एक प्रमुख त्यौहार है। हिन्दू इस त्यौहार को भगवान विष्णु के आठवें अवतार कृष्ण के जन्म के रूप में मनाते हैं। ये धर्म में करुणा, कोमलता और प्रेम के देवता हैं, जन्माष्टमी "चंद्रमा हिंदू कैलेंडर" के अनुसार अगस्त के अंत में या ग्रेगोरियन कैलेंडर के सितंबर के आरंभ में आती है। लेकिन क्या आप जानते हैं, भगवान कृष्ण की सबसे पुरानी ज्ञात प्रस्तरप्रतिमा एक मूर्ति नहीं है बल्कि एक सिक्का है, जो अफगानिस्तान में पाया गया है और अब स्विट्जरलैंड में एक संग्रहालय में है।

इतिहास में भारत के उत्तर-पश्चिम में यूनानी (Greeks) द्वारा शासन किया गया था, हालांकि ग्रीक और भारत के बीच संबंध, विशेष रूप से तमिलों से भी पहले के है। भारतीय लोगो के धर्म की ओर आकर्षित होकर ग्रीक राजा एगाथोकल्स (Agathocles) और उनके कुछ अनुयायियों ने बौद्ध धर्म को अपना लिया। तथा हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म दोनों के देवताओं के सम्मान के लिये एगाथोकल्स द्वारा सिक्कों में देवताओं की छवि का प्रयोग किया गया। अगाथोकल्स और पैंटेलियन के कुछ सिक्कों पर जो नृत्यंगना है उन्हें हिंदुओं द्वारा देवी लक्ष्मी का स्वरुप माना जाता है और बौद्धों द्वारा देवी सुभद्रा (श्री कृष्ण और बलराम की बहन) का स्वरुप माना जाता है।

और वहीं एगाथोकल्स द्वारा प्रचलित सिक्कों में से एक सिक्का अफगानिस्तान के ऐ-खानूम (Ai-Khanoum) में जमीन के अंदर से मिला है, इसमें एक तरफ श्री कृष्ण चक्र और सांखा लिये हुए हैं और दूसरी तरफ बलराम एक गदा और हल लिये हुए देखने को मिलते हैं। यह श्री कृष्ण और बलराम को दर्शाते हुए सबसे पुराना सिक्का है।

ऐ-खानूम के ये सिक्के भारत के प्रारंभ में भगवती पंथ और वैष्णववाद द्वारा किए गए रूपों का एक अनमोल संकेत थे, और यह दर्शाते हैं कि यह पंथ दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व के आसपास गंधरा के क्षेत्र में पहले से ही लोकप्रिय थे।

वहीं 2017 में चाड गणराज्य, एक मध्य अफ़्रीकी गणराज्य द्वारा भगवान कृष्णा की अद्वितीय सीमित संस्करण "चांदी के सिक्का" को बनाया गया। और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ए.एस.आई) द्वारा कई ऐसी जगहें खोजी हैं जो कृष्ण के युग पर ताजा प्रकाश डालती हैं।

संदर्भ :-
1.https://ramanan50.wordpress.com/2015/02/11/krishna-balarama-lakhmi-greek-coins-200-bc/
2.https://en.wikipedia.org/wiki/Agathocles_of_Bactria
3.https://timesofindia.indiatimes.com/city/chennai/New-finds-take-archaeologists-closer-to-Krishna/articleshow/3898205.cms
4.https://economictimes.indiatimes.com/news/politics-and-nation/the-republic-of-chad-to-release-silver-coin-to-celebrate-krishna-janmasthami/articleshow/60061580.cms
5.http://varnam.nationalinterest.in/2009/01/king-agathocless-coins/