संक्षेप में भार‍तीय क्रिकेट का क्रमिक इतिहास

दृष्टि II - अभिनय कला
20-05-2019 10:30 AM
संक्षेप में भार‍तीय क्रिकेट का क्रमिक इतिहास

आज भारत के बच्‍चे-बच्चे के सिर पर क्रिकेट का जुनून सवार है, जो मुख्‍यतः ब्रिटिश भारत की देन है। औपनिवेशिक भारत से पूर्व भारतीय इतिहास में कहीं भी क्रिकेट का उल्‍लेख देखने को नहीं मिलता है। व्‍यापार के लिए भारत आये अंग्रेजों ने मनोरंजन के रूप में क्रिकेट खेलना प्रारंभ किया जो देखते ही देखते आज भारत का सबसे लोकप्रिय खेल बना गया है।

ऊपर दिया गया चित्र मद्रास और कलकत्ता के मध्य मैच के दौरान लिया गया है, इस चित्र में मद्रास एलेवेन (Madras Eleven) दिखाई दे रहे हैं।
चलिए जानते हैं भारत में क्रिकेट के क्रमिक इतिहास के विषय में:
1. 1751: भारत में ब्रिटिश सेना और यहाँ बसे हुए अंग्रेज़ों के बीच पहला मैच खेला गया।
2. 1787: मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (Marylebone Cricket Club) की स्थापना हुई। यह दुनिया का सबसे पुराना क्रिकेट क्लब था।
3. 1792: इस वर्ष कलकत्ता क्रिकेट क्लब (जिसे आज CCC के नाम से जानते हैं) की स्थापना की गयी, यह मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (Marylebone Cricket Club) MCC (1787) के बाद दुनिया का दूसरा सबसे पुराना क्रिकेट क्लब था। इसकी स्‍थापना के बाद कई क्रिकेट क्‍लबों ने पूरे देश में विस्‍तार करना प्रारंभ किया।
CCC ने अपनी स्थापना के दस साल बाद अपनी टीम और ओल्ड इटोनियन्‍स (Old Etonians) के बीच एक मैच का आयोजन किया। इस मैच में भारत की भूमि पर पहला शतक बनाया गया, जिसे ओल्ड एटोनियन के रॉबर्ट वैन्सिटार्ट (Robert Vansittart) ने बनाया।
4. 1848: पारसियों द्वारा ओरिएंटल क्रिकेट क्लब (Oriental Cricket Club) की स्थापना की गई। हालांकि, यह क्लब लंबे समय तक नहीं चला परन्तु बाद में इसी समुदाय ने 1850 में यंग ज़ोरास्ट्रियन्स क्लब (Young Zoroastrians Club) का गठन किया।
5. 1864: प्रथम श्रेणी के क्रिकेट की शुरूआत हुयी, जिसमें मद्रास और कलकत्ता टीम के बीच एक मैच आयोजित किया गया।
6. 1866: हिंदुओं ने हिंदू जिमखाना शुरू किया और इसके बाद मुंबई जिमखाना और पारसी जिमखाना जैसे कई जिमखाना क्लबों की शुरुआत हुई।
7. 1884: श्रीलंका की टीम मैच के लिए कलकत्ता आई, यह भारत में हुआ पहला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच था।
8. 1889-90: अंग्रेजों ने जी.एफ. वर्नोन की कप्तानी में एक टीम भारत भेजी। टीम का मुख्य उद्देश्य भारत में रहने वाले अंग्रेजों के विरूद्ध खेलना था। परन्तु एक मैच पारसियों से भी किया गया जिसमें पारसियों ने चार विकेट से जीत हासिल की, यह भारत की धरती पर ब्रिटिशों की पहली हार थी।
9. 1890 के दशक में कुमार श्री रणजीत सिंह जी ने क्रिकेट जगत में अपना परचम लहराया।
10. 1912: पटियाला के महाराजा द्वारा संचालित (कप्‍तान) और प्रायोजित भारतीय टीम को पहली बार इंग्लैंड भेजा गया।
11. 1915 में चेन्नई में यूरोपीय और भारतीयों के बीच एक वार्षिक प्रेसीडेंसी मैच शुरू किया गया। यह मैच पोंगल पर्व के उत्‍सव के दौरान खेला गया।
12. 1927 में पूरे भारत में क्रिकेट को नियंत्रित करने वाले, एक बोर्ड की स्थापना के संबंध में एक बैठक (दिल्‍ली में) आयोजित की गई। इस बैठक में देश भर के लगभग पैंतालीस प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अंततः दिसंबर 1928 को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड अस्तित्व में आया।
13. 1932: भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच खेला।
14. 1935 में रणजी ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय चैम्पियनशिप शुरू की गयी।
15. 1967-68 में भारत ने पहली बार विदेश में एक टेस्ट सीरीज़ जीती, जिसमें इन्‍होंने न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों को उनकी ही पिच पर 3-1 से हराया।
16. 1961-62 में घरेलू क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए दलीप ट्रॉफी, प्रथम श्रेणी की प्रतियोगिता आयोजित की गयी। जिसमें भारत की घरेलू टीमों ने ही प्रतिभाग किया।
17. 2002-03 में विजय हज़ारे ट्रॉफी की शुरुआत की गयी।
18. BCCI ने 2006-07 में ट्वेंटी-20 की शुरुआत की, भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय टी-20 खेला।

1983 के विश्व कप में भारत की अप्रत्याशित जीत ने BCCI को 1987 विश्व कप को भारत में आयोजित करवाने के लिए बोली लगाने के लिए प्रोत्‍साहित किया। यह पहली बार था जब किसी ने इंग्लैंड के बाहर प्रतियोगिता के आयोजन के बारे में सोचा था। BCCI भारत के सबसे स्वायत्त संस्थानों में से एक है और इसके सभी निर्णय बोर्ड के सदस्य ही लेते हैं जिनमें खेल मंत्रालय का कोई हस्तक्षेप नहीं है। यह ICC को अपना आदर्श मानता है तथा उसी का अनुसरण करता है।

संदर्भ:
1. http://www.bcci.tv/about/2019/history
2. https://blog.ipleaders.in/bcci-organisational-structure/
3. https://www.indianmirror.com/games/cricket/cricket-history.html