"अनेकता में एकता" ही भारत की प्रमुख विशेषता है। गीत और कविता ऐसे माध्यम हैं, जिनके जरिए इस भाव को हम सर्वश्रेष्ठ रूप में अभिव्यक्त करते हैं। तो आइए आज कुछ ऐसे छोटे वीडियो देखें, जो भारत के यूनिक सेलिंग प्रपोजिशन (Unique Selling Proposition) को प्रदर्शित करते हैं। इन वीडियो में भारत के भूगोल, धर्मों, प्रदर्शन कलाओं, वन्यजीवों, सशस्त्र बलों, खेल,पर्यटन, विज्ञान आदि को प्रदर्शित किया गया है।
इसी प्रकार एक वीडियो गीत ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा’ का भी है, जो भारत की विविधता को दर्शाता है। इस वीडियो में मूल गीत के अलावा विभिन्न भारतीय भाषाओं में भी बोल दिए गये हैं, जो विभिन्न भाषाओं के अद्भुत संगम को दर्शाता है। जैसे हिंदी में - “मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा। सुर की नदियाँ हर दिशा से बहते सागर में मिलें, बादलों का रूप लेकर बरसे हल्के हल्के। मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा, मिले सुर मेरा तुम्हारा”। कॉशुर या कश्मीरी में - “चॉन्य् तरज़ तय म्यॉन्य् तरज़, इक-वट बनि यि सॉन्य् तरज़”। पंजाबी में – “तेरा सुर मिले मेरे सुर दे नाल, मिलके बने एक नवर सुरताल”। सिंधी में – “मुहिंजो सुर तुहिंजे सान प्यारा मिले जदेन्ह, गीत आसनजो मधुर तारानो बने तडेन्हो”। उर्दू में - “सुर का दरिया बहके सागर में मिले”। तमिल में – “इसैंधल नाम इरुवरिन सुरमुं नमधाकुम्, ढिसाई वेरु अनलम आजी सेर अरुगल मुगिलाई मजाई पोज़िवाडु पोल इसाई नाम इसाई”।
कन्नड़ में – “नन्ना ध्वनिगे निन्ना धवानिया सेरिदंते नम्मा धवानिया”। तेलुगु में – “न स्वरामु नी स्वरामु संगममई, मन स्वरमगा अवतारिनचे”। मलयालम में – “एंटे स्वरवम निंगलुडे स्वरावुम ओथुचेर्न्नु नम्मुदे स्वरामयी”। बांग्ला में – “तोमार शूर मोदेर शूर, सृष्टि कोरुक ओइक्कोशूर, सृष्टि कोरुक ओइक्कोतानन”। असमिया में – “सृष्टि हौक ओइक्योतां”। ओडिया में – “तोमा मोरा स्वारर मिलान, सृष्टि करे चलबोचतानो”। गुजराती में – “माले सुर जो तारो मारो, बने आपनो सुर निरालो”। मराठी में – “माझा तुम्चा जुलता तारा, मधुर सुरंचा बरसी धारा”। तो आइए आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारत की विविधता में एकता को दर्शाने वाली कुछ अनोखे वीडियो पर एक नजर डालें।