1896 में एक ऑटोमोबाइल (Automobile) दुर्घटना में मरने वाले पहले पैदल यात्री के बाद से, कंपनियों ने कार से होने वाली मौतों की समस्या का हल खोजने के लिए अनेकों प्रयास किए।1930 के दशक में उन्हें एक विशेष समाधान प्राप्त हुआ, जिसे पैडेस्ट्रियन कैचर (Pedestrian catcher) नाम दिया गया।इस उपकरण को सेफ्टी स्कूप (Safety scoop) और कार कैचर (Car catcher) भी कहा गया।पैडेस्ट्रियन कैचरको सड़क पर पैदल चल रहे लोगों की मौत को स्थायी रूप से रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया था।1931 में मॉर्डन मैकेनिक्स (Modern Mechanix) में इस उपकरण के लिए यह शीर्षक दिया गया था,कि “यह रोलर सेफ्टी डिवाइस (Roller Safety Device) पैदल चल रहे यात्री को अपने सामने से सुरक्षित रूप से हटा देती है। इसमें बताया गया था कि "वास्तव में जब कोई पैदल यात्रीगाड़ीके सामने आएगा, तब गाड़ीके सामने लगा यह उपकरण खुल जाएगा, जिससे पैदल चलने वाला भारी पहियों के नीचे आने से बच जाएगा।" हालाँकि, यह उपकरण उतना उपयोगी साबित नहीं हुआ जितना कि दावा किया गया था। जब कार बहुत तेज गति में हो या चालक लीवर को पर्याप्त तेजी से नहीं खींचे, तब पैदल यात्री को नुकसान पहुंचने की पूरी संभावना थी। परिणामस्वरूप इस आविष्कार का उपयोगअधिक समय तक नहीं किया गया।तो आइए आज इस आविष्कारसे सम्बंधित एक वीडियो पर नजर डालें।