क्या रहा लखनऊ की वनस्पतियों के अनुसार, अब तक प्रारंग का सफर

शरीर के अनुसार वर्गीकरण
04-08-2020 10:00 AM
क्या रहा लखनऊ की वनस्पतियों के अनुसार, अब तक प्रारंग का सफर

प्रारंग शहर की स्थानीय भाषा में विभिन्न शहरों/स्थानों की संस्कृति और प्रकृति पर हर रोज उपयोगी अंतर्दृष्टि प्रदान करके, संस्कृति - प्रकृति संतुलित करने का उद्देश्य रखता है। हम शहर विशेष की संस्कृति और प्रकृति के संदर्भ में दुनिया के अन्य हिस्सों के साथ शहर के संसर्गों पर शोध करते हैं और उन्हें प्रस्तुत करते हैं। प्रारंग के लेखों की रूपरेखा में, हमने प्रकृति और संस्कृति दोनों का ही निम्नलिखित 6 (प्रत्येक में 3) भागों के माध्यम से प्रतिनिधित्व किया है:

संस्कृति

1. समयसीमा : इस बिंदु में पृथ्वी की शुरुआत से लेकर अब तक के समयकाल के बारे में बहुत से नये तथ्यों का पता चलेगा। हम दुनिया भर में सभ्यताओं के विकास के संश्रय में हमारे विशिष्ट शहर के विकास का पता लगाते हैं।

2. मानव व उनकी इन्द्रियाँ : शहर के संदर्भ को ध्यान में रखते हुए, हम मनोरंजन और संवर्धन की वस्तुओं और मानव आवश्यकता की गतिविधियों के विकास का पता लगाते हैं, जो ध्वनि, गंध, स्पर्श, स्वाद, दृष्टि और विचार के रूप में मानव अपनी इंद्रियों के माध्यम से अनुभव करते हैं।

3. मानव व उसके अविष्कार : हम दस्तकारी और औद्योगिक उत्पादों और सेवाओं में हुए आविष्कारों और नवाचारों का पता लगाते हैं, क्यूंकि इनके द्वारा ही दुनिया ने विभिन्न सभ्यताओं की वृद्धि देखी है।

प्रकृति

1. भूगोल : प्रकृति के इस बिंदु में हम अपने शहर और विश्व के भूगोल के बारे में प्राप्त जानकारियों को संदर्भित करते हैं। यह भाग पृथ्वी पर मौजूद स्थानों की प्राकृतिक विषेशताओं पर रौशनी ड़ालता है जैसे नदियाँ, समुद्र, जंगल इत्यादि।

2. जीव–जन्तु : जीव-जन्तु प्रकृति का एक अहम हिस्सा होते हैं। प्रारंग के प्रकृति खण्ड के इस भाग में जानिए अपने शहर और विश्व भर में पाये जाने वाले जीव-जन्तुओं से जुडी रोचक जानकारी का वर्णन।

3. वनस्पति : पेड़-पौधों अथवा वनस्पति लोक का अर्थ, किसी क्षेत्र का वनस्पति जीवन या भूमि पर मौजूद पेड़-पौधे और इसका संबंध किसी विशिष्ट जाति, जीवन के रूप, रचना, स्थानिक प्रसार या अन्य वानस्पतिक या भौगोलिक गुणों से है।


क्या रहा लखनऊ की वनस्पतियों के अनुसार, अब तक प्रारंग का सफर


1. शारीरिक:

क्या आप जानते हैं काफी पौष्टिक होते हैं कुछ शैवाल?

लिंक - https://prarang.in/lucknow/posts/3824/Do-you-know-some-algae-are-very-nutritious


2. व्यवहारिक:

प्राकृतिक सौन्‍दर्य ही नहीं वरन् स्‍वास्‍थ्‍य के लिए भी लाभदायक चंपा

लिंक - https://prarang.in/lucknow/posts/1838/postname


3. निवास स्थान:

लखनऊ में अद्भुत पेड़ों की प्रजातियाँ

लिंक - https://prarang.in/lucknow/posts/1141/postname


4. कोशिका के आधार पर:

क्या पौधों में भी हो सकता है कैंसर

लिंक - https://prarang.in/lucknow/posts/3600/Can-cancer-also-occur-in-plants


5. डीएनए:

क्या पौधों में भी होता है डीएनए?

लिंक - https://prarang.in/lucknow/posts/1378/postname


6. पेड़, झाड़ियाँ, बेल व लतायें:

लखनऊ में प्राकृतिक असंतुलन का उपाय हो सकती है, मियावाकी तकनीक

लिंक - https://prarang.in/lucknow/posts/3989/Miyawaki-technique-can-be-the-remedy-for-natural-imbalance-in-Lucknow


7. बागवानी के पौधे (बागान):

पर्यावरण को स्वस्थ और अधिक शांतिपूर्ण बनाता है लखनऊ का फूल बाजार

लिंक - https://prarang.in/lucknow/posts/4011/the-flower-market-of-Lucknow-makes-the-environment-healthier-and-more-peaceful


8. साग-सब्जियाँ:

कौन लाया लखनऊ के मलिहाबाद में आम के बागानों को?

लिंक - https://prarang.in/lucknow/posts/4318/Who-brought-mango-plantations-in-Malihabad-Lucknow


9. कीटाणु,एक कोशीय जीव,क्रोमिस्टा, व शैवाल:

कोरोना वायरस से लखनऊ और देश के अन्य पर्यटन क्षेत्र कैसे हो रहा है प्रभावित

लिंक - https://prarang.in/lucknow/posts/4141/How-is-the-corona-virus-affecting-Lucknow-and-other-tourist-areas-of-the-country


10. फंफूद, कुकुरमुत्ता:

इस जादुई कुकुरमुत्ते से हो सकता है नशा

लिंक - https://prarang.in/lucknow/posts/2186/magic-mushroom-intoxication


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