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लखनऊ वास्तुकला के अनेक चमत्कारों का गढ़ रहा है। बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा इसके सजीव मिसाल हैं। लेकिन वास्तुशास्त्र के एक पहलू की हम अक्सर अनदेखी कर देते हैं, वह है हमारे कामकाज की जगह का वास्तुशास्त्र। जैसे-जैसे वास्तुशास्त्र संबंधी हमारी जानकारी तथा उत्पादकता को लेकर शोध का विस्तार हो रहा है, उससे यह बात साफ हो जाती है कि जो कुछ हम कर रहे हैं, सिर्फ इतने मात्र से हमारी खुशहाली पूरी नहीं होती, ना ही इससे कि हम कितना ज्यादा उत्पादन कर रहे हैं बल्कि यह ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम यह सारी मेहनत कर कहां रहे हैं? कामकाज की जगह के वास्तुशास्त्र और हमारी उत्पादकता का एक-दूसरे से गहरा संबंध है।
कैसे बढ़ाता है ऑफिस का डिजाइन (Design) उसकी उत्पादकता?
बहुत समय से वास्तुकार इस बात पर जोर देते रहे हैं कि किसी भी इमारत का डिजाइन उत्पादकता पर ज्यादा प्रभाव डालता है, बजाये सिर्फ देखने में सुंदर लगने के। आज ऐसे बहुत से अध्ययन सामने आए हैं, जो इस बात का समर्थन करते हैं कि ऑफिस की इमारत के कुछ लक्षण ऐसे होते हैं, जो उत्पादकता पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। आजकल यह प्रथा बहुत लोकप्रिय हो रही है कि लंच-ब्रेक (Lunch Break) में लोग प्रकृति के संपर्क में जाने का प्रयास करते हैं, ताकि काम का तनाव कम हो और कुछ देर काम की जगह से बाहर भी निकला जाए। 2014 के एक अध्ययन में यह बताया गया कि अगर काम की किसी जगह पर पौधे रखे जाएं, तो उत्पादकता 15% बढ़ जाती है। एक अन्य अध्ययन में हावर्ड विश्वविद्यालय (Harvard University) ने प्रमाणित किया कि दफ्तर के भीतर पौधे रखने से ऑफिस के अंदर की पर्यावरण संबंधी गुणवत्ता को सुधारा जा सकता है। इन खोज के आधार पर पूरे विश्व में पर्यावरण को सुधारने के प्रयास हुए। इसमें कैलिफ़ोर्निया (California) में एप्पल (Apple) का नया मुख्यालय भी शामिल है, वहां पूरे कैंपस (Campus) में लगभग 10,000 पेड़ हैं, जो न केवल कर्मचारियों को प्रकृति के नजदीक ले जाते हैं बल्कि इससे उनकी उत्पादकता की शक्ति भी बढ़ती है।
वायु गुणवत्ता
यह एक आधारभूत सच्चाई है कि अगर कामकाज की जगह में शुद्ध वायु का प्रबंध नहीं है, तो कर्मचारी वहां अपनी सर्वोत्तम सेवा नहीं दे पाएंगे।
रोशनी का प्रबंध
इमारत के निर्माण और उसके वास्तु पर विचार करते समय अंदर की स्वाभाविक रोशनी का विशेष ध्यान रखा जाता है। 
ऑफिस बनाते समय किन चीजों का ध्यान रखें-
ऑफिस ऐसी जगह हो जहां से कर्मचारी, ग्राहक और उद्योग के भागीदारों के घरों की दूरी अधिक ना हो।
रेस्टोरेंट, दुकानें या बाहर घूमने-बैठने की जगह नजदीक हो।
सार्वजनिक वाहन व्यवस्था दफ्तर के पास हो।
सुरक्षित दुपहिया लेन या पैदल चलने के रास्ते दफ्तर से जुड़े होने चाहिए।
इनडोर-आउटडोर (Indoor-Outdoor) सामुदायिक स्थल हो, जहां अनौपचारिक आयोजन और मीटिंग रखी जा सके।
कुछ एकांत स्थल ऐसे रखे जाएं, जहां निजी फोन किए जा सकें या बहुत ज्यादा ध्यान से किया जाने वाला काम निपटाया जा सके।
चित्र सन्दर्भ :
मुख्य चित्र में एक कार्यालय की ईमारत का वास्तु दिखाया गया है। (Unsplash)
दूसरे चित्र में एक कार्यालय के अंदर हरियाली (हरे-भरे पौधों) को दिखाया गया है। (Picseql)
तीसरे चित्र में कार्यालय के अंदर स्वच्छ और ताज़ी हवा का संकेत चित्रण है। (Pickist)
चौथे चित्र में कार्यालय के भीतर प्राकृतिक प्रकाश को दिखाया गया है। (Pexels)