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राष्ट्रीय विद्युत परिवहन मिशन योजना (National Electric Mobility Mission Plan - NEMMP) के तहत, भारत सरकार ने 2015 में फास्टर अडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ (हाइब्रिड एंड) इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (Faster Adoption and Manufacturing of (Hybrid &) Electric Vehicles - FAME) योजना शुरू की, जिसका उद्देश्य देश में ऐसे वाहनों को बढ़ावा देना है, जो पर्यावरण के अनुकूल हों। चूंकि, एक मजबूत ऑटोमोबाइल क्षेत्र के साथ उत्तर प्रदेश भारत के सबसे बड़े उपभोक्ता आधारों में से एक है, इसलिए राज्य ने अपनी इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण और परिवहन नीति (Electric Vehicle Manufacturing and Mobility Policy) 2019 शुरू की, ताकि राज्य को इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने और बुनियादी ढाँचे को बढ़ावा देने हेतु प्रोत्साहित किया जा सके। राज्य ने इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं के लिए प्रोत्साहन आवंटित किया है, जिससे यह उम्मीद की जा रही है कि, 50,000 नई नौकरियों का सृजन होगा। भारत में उत्तर प्रदेश फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ हाइब्रिड एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का तीसरा सबसे बड़ा लाभार्थी रहा है तथा उसके पास लगभग 1,39,000 पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहन हैं, जो भारत में सबसे ज्यादा है। इस नीति का लक्ष्य अगले पांच सालों में इलेक्ट्रिक परिवहन तंत्र में 40,000 करोड़ से भी अधिक के निवेश को आकर्षित करना है। इस नीति का अन्य उद्देश्य ऐसी योजनाओं को शामिल करना है, जिनके माध्यम से वर्ष 2030 तक 1,000 इलेक्ट्रिक बसों और दस चिन्हित शहरों में 70% इलेक्ट्रिक सार्वजनिक परिवहनों को शुरू किया जा सके। विभिन्न संगठनों के अंतर्गत चलने वाले मोटर वाहनों और रसद वाहनों को धीरे-धीरे बंद कर दिया जायेगा तथा 2024 तक दस चिन्हित इलेक्ट्रिक वाहनों वाले शहरों में माल परिवहन के 50% तक इलेक्ट्रिक परिवहनों में बदलने की उम्मीद की गयी है। इन दस शहरों में नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, मथुरा, आगरा, कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद, गोरखपुर और वाराणसी शामिल हैं। 2024 तक वाहनों के सभी क्षेत्रों में लगभग दस लाख इलेक्ट्रिक वाहनों को लॉन्च (Launch) किये जाने हेतु अधिसूचित किया गया है। अगले 5 वर्षों में कम से कम 5GWh (Gigawatt hours) क्षमता की उच्च घनत्व बिजली भंडारण वाली विनिर्माण इकाइयों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा 2024 तक लगभग 2 लाख मंद और तीव्र चार्जिंग (Charging), स्वैपिंग स्टेशनों (Swapping stations) को स्थापित करने की योजना भी बनायी गयी है।
नीति के निवेश मानदंडों को निम्नलिखित प्रकार से समझा जा सकता सकता है: