मेरठ एक ऐसा शहर है जो ना ही ऐतिहासिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि यहाँ काफी चीजों का आविष्कार, प्रयोग एवं उत्पादन हुआ जो इस जगह को और महत्ता प्रदान करता है|
मेरठ में आभूषणों का बाज़ार व बनाने की प्रक्रिया 1908 में शुरू हुई थी और आज इसकी चर्चा पुरे भारत में है| मेरठ का संगीत से सम्बन्ध भी करीब 150 साल पुराना है| मेरठ में जली कोठी रोड, सुभाष मार्केट एवं लाला बाज़ार मे उत्तम गुणवत्ता के वाद्ययंत्र मिलते हैं|
सिर्फ यही नहीं अगर धातुओं की बात करें तो, मेरठ में मुग़ल सम्राट अकबर ने एक टकसाल की स्थापना की थी| वहाँ से विभिन्न प्रकार के सिक्को का ढलाई की जाती थी| इसके अलावा बर्तन बनाने का कारोबार भी यहाँ वृहद रूप से किया जाता है| बर्तनों के साथ प्रमुख व्यापारों मे से एक कैंची बनाने का व्यापार यहाँ मुख्य है|
यहाँ के प्रमुख रोजगार प्रदान करने वाले कार्यों मे कृषी, खेल-कूद का सामान, कैंची, वादन यंत्र, कृत्रिम आभूषण आदि हैं|
1.http://www.msmediagra.gov.in/writereaddata/2%20DIPS%20Meerut.pdf
2. क्वाइन्स: पी. एल. गुप्ता
3. http://updes.up.nic.in/reports_publication_copy(3).html