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समुद्र तट या बीच (Beaches) हमारी प्रकृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।समुद्र तट पर एक ऐसी अंधेरी रात की कल्पना करें, जब आपको अपने पैरों से टकराते हुए चमकते जुगनू और प्रकाश की तरंगों जैसा कुछ महसूस होगा। लेकिन वास्तव में यह प्रकाश नहीं है जो आपके पैरों से टकरा रहा है,यह समुद्र की लहरें हैं, जिनमें ऐसे जीव मौजूद हैं, जो रोशनी उत्पन्न करते हैं।जीवों द्वारा प्रकाश उत्पन्न करने की यह क्षमता बायोलुमिनसेंस (Bioluminescence) कहलाती है। बायोलुमिनसेंस मुख्य रूप से बैक्टीरिया, कवक, शैवाल, कीड़े और कुछ मामलों में, जलीय जीवों द्वारा उत्पन्न होता है। यह जीवों के शरीर में होने वाली ऐसी रासायनिक प्रक्रिया है, जिसमें रासायनिक ऊर्जा, प्रकाश ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है, जिससे प्रकाश उत्पन्न होता है। इस प्रक्रिया के लिए लूसिफ़ेरिन (Luciferin) अणु उत्तरदायी है, जो इन जीवों में पाया जाता है। यह अणु ऑक्सीजन के साथ क्रिया करता है और प्रकाश उत्पन्न करता है।यह घटना भारत में कई जगहों जैसे गोवा, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि में देखी जा सकती है।
संदर्भ: