सह-कार्यस्थल:कर्मचारियों व व्यवसायों की उत्पादकता बढ़ाने व खर्च घटाने वाले जादुई स्थान

वास्तुकला II - कार्यालय/कार्य उपकरण
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सह-कार्यस्थल:कर्मचारियों व व्यवसायों की उत्पादकता बढ़ाने व खर्च घटाने वाले जादुई स्थान

यह बात हम सभी जानते हैं कि, दुनिया में कोई भी व्यक्ति सभी कलाओं में निपुण नहीं होता है। लेकिन एक सत्य यह भी है कि, हर किसी के पास कोई एक कला, अनुभव या हुनर ऐसा होता है, जो पूरी दुनिया में उसके अलावा किसी और के पास नहीं होता। व्यवसाय जगत की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है, जहां कोई एक कंपनी उत्पाद बनाने में बहुत अच्छी होती है, किंतु उसे उत्पाद बेचने की कला नहीं आती। वहीं दूसरी कंपनी अपने उत्पादों के विज्ञापन और बिक्री करने में बहुत अच्छी होती है. लेकिन वह अपने ग्राहकों को समय पर गुणवत्तापूर्ण उत्पाद नहीं पंहुचा पाती। अब आप कल्पना कर सकते हैं कि इन दोनों कंपनियों के कर्मचारी या फाउंडर (Founder) एक साथ आकर एक दूसरे के गुण सीखने लगें या साथ मिलकर काम करने लगें तो दोनों ही कंपनियों को व्यापार में कितना अधिक फायदा हो सकता है! वी वर्क इंडिया (We Work India) के मुख्य राजस्व अधिकारी, संतोष मार्टिन (Santosh Martin) के अनुसार "आधुनिक कार्यस्थल किसी विशिष्ट स्थान से बंधे नहीं हैं!" पहले के कार्यालय मुख्य रूप से एक विशेष स्थान और बड़ी इमारतों से जुड़े होते थे। लेकिन आज प्रौद्योगिकी और प्रबंधन क्षेत्र की कई कंपनियां अपने काम करने के तरीके पर पुनर्विचार कर रही हैं। कंपनियां यह मान रही हैं कि छोटे शहरों में बड़ी आकांक्षाओं के साथ रहने वाले पेशेवरों को वास्तव में बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं है। इसी के परिणाम स्वरूप हाल के वर्षों में भारत में फ्लेक्सिबल ऑफिस स्पेस (Flexible Office Space) यानी सह-कार्यस्थलों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। सह-कार्यस्थलों , में कई व्यवसाय के कर्मचारी एक ही कार्यक्षेत्र में बैठकर काम करते हैं। रियल एस्टेट सेवा कंपनी जेएलएल (Real Estate Services Company JLL) की एक रिपोर्ट के अनुसार अगले दो वर्षों में भारत के प्रमुख शहरों में सह-कार्यस्थलों की संख्या लगभग 4.5 प्रतिशत तक पहुंच सकती है। बड़े निगमों, बहुराष्ट्रीय कंपनियों, मध्यम आकार के उद्यमों और बैंकों सहित विभिन्न व्यवसाय, कई कारणों से साझा कार्यालय की ओर आकर्षित हो रहे हैं। सह-कार्यस्थल एक लचीला वातावरण प्रदान करते हैं और सकारात्मक नेटवर्किंग तथा नवाचार को बढ़ावा देते हैं, जो पारंपरिक कार्यालय में संभव नहीं हैं। इन जगहों को आधुनिक कर्मचारियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया जाता है। यहां पर वास्तुकार एर्गोनॉमिक्स (Ergonomics) पर विशेष ध्यान देते हैं, जिससे समग्र उत्पादकता में काफी सुधार हो सकता है। सह-कार्यस्थल के कई लाभ होने के कारण, आज छोटी से लेकर बड़ी तक, सभी कंपनियां इनकी ओर आकर्षित हो रही हैं।
कुछ फायदों की सूची निम्नवत दी गई है:
१. सह-कार्यक्षेत्रों में सजावट, फर्नीचर (Furniture), बिजली की आपूर्ति, इंटरनेट सेवाओं और चौकीदार सेवाओं जैसी परिचालन लागतों को उपयोगकर्ताओं के बीच साझा किया जाता है, जिससे व्यक्तिगत खर्च कम हो जाता है।
२. कर्मचारियों को अपना कार्य वातावरण चुनने की स्वतंत्रता होती है। इस लचीलेपन से उत्पादकता, रचनात्मकता, कार्य-जीवन संतुलन और कैरियर की प्रगति में वृद्धि होती है।
३. सह-कार्यस्थल विभिन्न कंपनियों और उद्योगों के पेशेवरों को जुड़ने, सहयोग करने और विचारों को साझा करने के अवसर प्रदान करते हैं।
४. यहाँ पर समान विचारधारा वाले पेशेवरों के साथ नेटवर्किंग से व्यावसायिक साझेदारी, ज्ञान साझा करने और करियर के अवसर पैदा हो सकते हैं।
५. आवासीय क्षेत्रों में सह-कार्यस्थल ,कार्यस्थलों को कर्मचारियों के करीब ले आते हैं, जो कि यात्रा के समय को कम करते हैं और कार्य-जीवन संतुलन में सुधार करते हैं।
६. टियर II/III शहरों में राज्य सरकारें कंपनियों को आकर्षित करने के लिए टैक्स हॉलीडे (Tax Holiday), फ्री ऑफिस स्पेस (Free Office Space), मॉनिटरिंग और इनक्यूबेशन (Monitoring And Incubation) के अवसर जैसे प्रोत्साहन भी प्रदान करती हैं।
७. सह-कार्यस्थलों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए सह-कार्यकर्ता ऑपरेटर (Co-Working Operator) भी टियर II/III शहरों में अपनी सेवाओं का विस्तार कर रहे हैं।
. जैसे-जैसे भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ती है, टियर II और III शहर प्रमुखता प्राप्त कर रहे हैं और उद्यमों और सेवा प्रदाताओं के लिए आकर्षक गंतव्य बनते जा रहे हैं।
९. छोटे शहरों में सह-कार्यस्थल आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाएंगे। अवंता इंडिया (Avanta India) के प्रबंध निदेशक नकुल माथुर के अनुसार कुछ समय पहले लचीले कार्यक्षेत्रों की मांग, मुख्य रूप से फ्रीलांसरों और स्टार्टअप्स (Freelancers And Startups) के बीच ही अधिक थी। हालांकि, कोरोना महामारी के बाद, सभी आकार के संगठनों ने कार्यस्थलों के इस प्रारूप में रुचि दिखाई है। उनके अनुसार भविष्य में, सह-कार्यस्थल की मांग छोटी कंपनियों, बड़ी कंपनियों और बहुराष्ट्रीय निगमों से आएगी जो उन्हें अपने वितरित या हाइब्रिड ऑफिस सेटअप (Hybrid Office Setup) के लिए उपयोग करेंगे । ये स्थान जिम (Gym), फिटनेस सेंटर (Fitness Center), कैफे (Cafe), पुस्तकालय और सामान्य क्षेत्रों जैसी साझा सुविधाएं भी प्रदान करते हैं।
महामारी के कारण कम व्यस्तता की अवधि के बाद, सह-कार्य और लचीले कार्यक्षेत्र और अधिक लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। ये स्थान आधुनिक कर्मचारियों की जीवन शैली के अनुकूल होते हैं। उनमें से अधिकांश कार्यस्थल 24 घंटे खुले रहते हैं, जिससे कर्मचारियों को उच्च स्तर का लचीलापन मिलता है। लखनऊ, इंदौर, नागपुर, सूरत, वाइजैग(Vizag) और कोचीन जैसे टीयर 2 (Tier 2) शहरों में भी साझा स्थानों की मांग बढ़ रही है। कोयंबटूर, मदुरै, तिरुवनंतपुरम, विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा और गुलबर्गा जैसे शहरों में भी लचीले कार्यक्षेत्र उभर रहे हैं। सर्वेक्षण से पता चलता है कि टीयर II शहरों में उपस्थिति वाले 48% उत्तरदाताओं ने और विस्तार करने की योजना बनाई है, जिनमें से 78% ने अगले वर्ष के भीतर ऐसे सह-कार्यस्थलों में स्थानांतरित होने की उम्मीद की है। डेलॉइट और फ्रेशवर्क्स (Deloitte And Freshworks) जैसी बड़ी कंपनियां भी, छोटे शहरों में सह-कार्यस्थलों में निवेश कर रही हैं। इस बदलाव के कारण छोटे शहरों में सह-कार्यस्थलों का विकास हुआ है और बड़े शहरों में गैर-पारंपरिक कार्यस्थलों का उदय हुआ है। दोनों बड़े संगठन और स्टार्टअप, लागत-प्रभावी और फुर्तीले व्यावसायिक समाधानों के लिए सह-कार्यस्थलों का उपयोग कर रहे हैं। छोटे सह-कार्यस्थल प्रदाता भी इस चलन से लाभान्वित हो रहे हैं। आज कई बड़ी कंपनियां भी सह-कार्यस्थलों के लिए उनसे संपर्क कर रही हैं। बढ़ी हुई इंटरनेट बैंडविड्थ (Internet Bandwidth), गोपनीय कार्य के लिए समर्पित वीपीएन (VPN) और वीडियो कॉल के लिए साउंडप्रूफिंग तथा स्क्रीन (Soundproofing And Screen) जैसी विशिष्ट सुविधाओं पर ध्यान देने के साथ ही ग्राहकों की मांग भी बढ़ी है। इन मांगों को पूरा करने के लिए सह-कार्यस्थल अब खुले साझा फर्श के बजाय प्रति कार्यालय समर्पित केबिनों (Cabins) की पेशकश कर रहे हैं।

संदर्भ
Https://Tinyurl.Com/Ypm5y6y9
Https://Tinyurl.Com/R5s9jj53
Https://Tinyurl.Com/Bdd826zy

चित्र संदर्भ
1. हनोई में टूंग कोवर्किंग स्पेस को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
2. एक उबाऊ ऑफिस को दर्शाता चित्रण (Wallpaper Flare)
3. एक प्रोजेक्ट में काम कर रहे कर्मचारियों को दर्शाता चित्रण ( Center for Architecture)
4. कोवर्किंग स्पेस में सामूहिक चर्चा को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
5. प्राकृतिक वातावरण से परिपूर्ण सह कार्यस्थल को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
6. अच्छी लाइटिंग व्यवस्था के साथ सह कार्यस्थल को दर्शाता चित्रण (Wallpaper Flare)