आइए आज जानें, भारतीय नौसेना के विभिन्न पदों, वेतनमान व इसकी प्रवेश परीक्षाओं के बारे में

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आइए आज जानें, भारतीय नौसेना के विभिन्न पदों, वेतनमान व इसकी प्रवेश परीक्षाओं के बारे में

देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षित समुद्री वातावरण बनाए रखने की ज़िम्मेदारी भारतीय नौसेना की है। भारतीय नौसेना में अधिकारियों के विभिन्न रैंक होते हैं, जिन्हें समझना नौसेना में करेयर बनाने वाले व्यक्ति के लिए अत्यंत आवश्यक है। एडमिरल (Admiral) से लेकर मिडशिपमैन (Midshipman) के शुरुआती पद तक, प्रत्येक पद स्तर भारतीय नौसेना की संरचना की जटिलताओं में एक अद्वितीय महत्व रखता है। भारतीय नौसेना में अधिकारियों के अलावा, शिक्षा, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, चिकित्सा और कार्यकारी क्षेत्रों में भी विभिन्न पद होते हैं। क्या आप जानते हैं कि 2023 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय नौसेना में 12,428 कर्मियों के पद रिक्त थे। इन रिक्त पदों में से 1,653 पद अधिकारियों के, 29 चिकित्सा और दंत चिकित्सा अधिकारियों के, और 10,746 नाविकों के थे। यदि आप नौसेना में अपना कैरेयर बनाना चाहते हैं, तो इसमें शामिल होने और विभिन्न कैरेयर के अवसरों के बारे में जानना आपको सूचित निर्णय लेने में मदद कर सकता है। तो आइए, आज, भारतीय नौसेना द्वारा प्रस्तावित विभिन्न नौकरी के अवसरों के बारे में जानते हुए, भारतीय नौसेना में विभिन्न रैंकों के बारे में समझते हैं। इसके साथ ही, हम भारतीय नौसेना अधिकारियों के वेतनमान के बारे में भी जानेंगे। अंत में, हम भारतीय नौसेना में शामिल होने के लिए विभिन्न आयोजित परीक्षाओं पर प्रकाश डालेंगे।

दिसंबर 2022 से भारतीय नौसेना का प्रतीक चिन्ह | चित्र स्रोत : wikimedia

भारतीय नौसेना में नौकरी के विभिन्न अवसर:

1. पाइलट (Pilot): नौसेना पाइलट सैनिक सर्वेक्षण और विभिन्न लड़ाकू अभियानों के लिए लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर उड़ाते हैं। वे नौसैनिक अभियानों को हवाई सहायता भी प्रदान करते हैं और अन्य पायलटों और ग्राउंड क्रू के साथ संपर्क स्थापित करते हैं।

2. गोताखोर अधिकारी (Diving Officer): गोताखोर अधिकारी पानी के भीतर जहाज की मरम्मत, बचाव अभियान और टोइंग जैसे कार्यों का प्रबंधन करते हैं। गोताखोर अधिकारी सूचीबद्ध नौसैनिक गोताखोरों की गतिविधियों की योजना, पर्यवेक्षण और निर्देशन भी करते हैं।

3. शिक्षा अधिकारी (Educational Officer): शिक्षा अधिकारी विभिन्न भारतीय नौसेना प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों में  नौसेना की सभी शाखाओं के तकनीकी विषयों के सैद्धांतिक पहलुओं पर शिक्षा प्रदान करते हैं। वे नौसेना कर्मियों की सामान्य शिक्षा और व्यावसायिक विकास का समर्थन करते हुए यह भी सुनिश्चित करते हैं कि उनके द्वारा प्रदान किया जाने वाला प्रशिक्षण उच्चतम गुणवत्ता वाला हो।

4. चिकित्सक (Doctor): चिकित्सक नौसेना कर्मियों के लिए चिकित्सा प्रदान करते हैं। वे आपात स्थिति एवं युद्ध के दौरान महत्वपूर्ण चिकित्सा कर्तव्य निभाते हैं। 

5. नौसेना आर्किटेक्ट (Naval Architect): नौसेना आर्किटेक्ट जहाज़ों, नौकाओं और अन्य समुद्री जहाज़ों को डिज़ाइन करते हैं। वे नौसेना के जहाज़ों की प्रदर्शन विशेषताओं का आकलन करने के लिए व्यापक विश्लेषण और अनुरूपण करते हुए उनकी सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित करते हैं। वे समुद्री जहाज़ों और उपकरणों के परीक्षण, स्थापना और मरम्मत की देखरेख करते हैं। नौसेना आर्किटेक्ट परिचालन समस्याओं को भी हल करते हैं।

6. नौसेना पर्यवेक्षक: नौसेना पर्यवेक्षक, विमान उपकरणों, जैसे सेंसर, सोनिक, रडार, सोनार और संचार उपकरण की स्थिति का संचालन करते हैं। वे प्रभावी समुद्री संचालन सुनिश्चित करने के लिए अन्य विमानों, जहाज़ों और पनडुब्बियों के साथ समन्वय करते हैं और अक्सर हेलीकॉप्टर और अन्य बहु-भूमिका वाले विमान उड़ाते हैं। 

7. संगीतकार: संगीतकार, नौसेना बैंड के सूचीबद्ध सदस्य होते हैं, जो औपचारिक परेड और अन्य आधिकारिक कार्यों में भाग लेते हैं। कुछ संगीतकार, अपनी विशेषज्ञता और गहरी वाद्य दक्षता के आधार पर ऑर्केस्ट्रा का संचालन भी करते हैं। 

8. कानूनी अधिकारी: नौसेना, नौसेना बलों से संबंधित कानूनी मामलों का प्रबंधन करने के लिए, कानून अधिकारियों को न्यायाधीश अधिवक्ता के रूप में नियुक्त करती है। ये अधिकारी, नौसेना कर्मियों को मानवाधिकार मामलों और कानून के नियमों में कानूनी सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। 

9. खेल अधिकारी: ये अधिकारी, विभिन्न नौसैनिक अड्डों पर शारीरिक प्रशिक्षण प्रदान करते हैं और खेल गतिविधियों का प्रबंधन करते हैं।  ये नौसेना कर्मियों को विभिन्न खेल विधाओं में प्रशिक्षित कर, मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। वे नौसेना कर्मियों की शारीरिक  फ़िटनेस, ताकत और चपलता में सुधार के लिए प्रशिक्षण दिनचर्या, वर्कआउट और अभ्यास डिजाइन करते हैं। 

10. कार्यकारी रसद अधिकारी: नौसेना में कार्यकारी रसद अधिकारी खरीद, आपूर्ति श्रृंखला, वित्तीय, सामग्री और मानव संसाधन प्रबंधन कार्यों की देखरेख करते हैं।

चित्र स्रोत : Wikimedia

भारतीय नौसेना के अलग -अलग रैंक:

1. अधिकृत अधिकारी: 

  • एडमिरल ऑफ़ द फ्लीट (Admiral of the Fleet): यह सर्वोच्च मानद पाँच सितारा रैंक, आमतौर पर, औपचारिक या युद्धकालीन नियुक्तियों के लिए आरक्षित होती है। इसे नौसेना पदानुक्रम में सम्मान का सर्वोच्च रूप माना जाता है।
  • फ्लीट एडमिरल (Fleet Admiral): यह प्रतिष्ठित पद, भारतीय नौसेना के सर्वोच्च रैंकिंग अधिकारी और कमांडर धारण करते हैं। यह पद, चार सितारा कमांड रैंक, शीर्ष स्तर पर असाधारण नेतृत्व का प्रदर्शन करने के लिए आरक्षित  होता है।
  • एडमिरल (Admiral): चार सितारा रैंक से सुशोभित, इस पद को नौसेना स्टाफ़ के प्रमुख के रूप में जाना जाता है। यह भारतीय नौसेना के भीतर रणनीतिक नेतृत्व और कमांड ज़िम्मेदारियों को दर्शाता है।
  • वाइस एडमिरल (Vice Admiral): इस पद के अधिकारी, नौसेना स्टाफ़ के उप प्रमुख के रूप में भूमिका निभाते हैं। तीन सितारा रैंक के साथ, यह पद नौसेना से संबंधित कर्तव्यों के निष्पादन की देखरेख करता है।
  • रेयर एडमिरल (Rear Admiral): दो सितारा रैंक वाले एक वरिष्ठ अधिकारी को उच्च नौसैनिक पदोन्नति पर यह पद प्राप्त होता है। ये अधिकारी, नौसेना कमान संरचना में महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियाँ निभाते हैं।
  • कमोडोर (Commodore): इस पद के अंतर्गत कई जहाज़ों की कमान आती है और यह पद एक टास्क फोर्स या बेड़े की देखरेख करने के समान महत्वपूर्ण है। ये अधिकारी नौसैनिक अभियानों में नेतृत्व और रणनीतिक योजना प्रदर्शित करते हैं।
  • कप्तान (Captain): यह पद भारतीय सेना में "कर्नल" और भारतीय वायु सेना में "ग्रुप कैप्टन" के समकक्ष है। इस पद के अधिकारी नौसैनिक जहाज़ों को कमांड करने और परिचालन दक्षता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • कमांडर (Commander): यह सशस्त्र बलों में एक साधारण अधिकारी रैंक है। इस पद के अधिकारी सैन्य या संगठनात्मक ज़िम्मेदारियों के साथ नेतृत्व की भूमिका निभाते हैं।
  • लेफ़्टिनेंट कमांडर (Lieutenant Commander): यह पद भारतीय सेना में "मेजर" और भारतीय वायु सेना में "स्क्वाड्रन लीडर" के समकक्ष है।
  • लेफ़्टिनेंट (Lieutenant): यह पद भारतीय सेना में "कैप्टन" और भारतीय वायु सेना में "फ़्लाइट लेफ़्टिनेंट" के समकक्ष है। 
  • सब लेफ़्टिनेंट (Sub Lieutenant): यह पद, सेना में लेफ़्टिनेंट और वायु सेना में फ़्लाइंग ऑफ़िसर   के समकक्ष है। इस पद को एकेडमी से ग्रेजुएशन के बाद प्राप्त किया जा सकता है।
  • मिडशिपमैन (Midshipman): यह अधिकारी, कैडेटों के लिए प्रवेश स्तर का रैंक है, जो उनके नौसैनिक करेयर की शुरुआत का प्रतीक है।
2014 में आई एन एस विक्रमादित्य की सुरक्षा में विमानवाहक पोत आई एन एस विराट सहित भारतीय नौसेना का बेड़ा घर लौट रहा था। | चित्र स्रोत : Wikimedia

2. जूनियर अधिकृत अधिकारी:

भारतीय नौसेना के जूनियर अधिकृत अधिकारी (Junior Commissioned Officers),  गैर-अधिकृत अधिकारियों (Non Commissioned Officers) से ऊपर, लेकिन अधिकृत अधिकारियों (Commissioned Officers) से नीचे के पद पर होते हैं। वे भारत सरकार के भीतर समूह बी राजपत्रित अधिकारियों के बराबर स्थिति पर होते हैं। भारतीय नौसेना में जूनियर अधिकृत अधिकारियों की रैंक है:

  • मास्टर चीफ़  पेटी  ऑफ़िस: प्रथम श्रेणी (Master Chief Petty Officer: First Class)
  • मास्टर चीफ़  पेटी  ऑफ़िस: द्वितीय श्रेणी (Master Chief Petty Officer: Second Class)
  •  
  • चीफ़  पेटी अधिकारी (Chief Petty Officer)

3. गैर-अधिकृत अधिकारी:

अधिकृत और जूनियर अधिकृत अधिकारियों के बाद, भारतीय नौसेना के गैर-अधिकृत अधिकारी, कमांडिंग अधिकारियों के निर्देशों को निष्पादित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारतीय नौसेना में गैर-अधिकृत अधिकारियों की रैंक निम्नलिखित है:

  •  पेटी अधिकारी
  • लीडिंग सीमैन
  • सीमैन प्रथम श्रेणी
  • सीमैन द्वितीय श्रेणी

भारतीय नौसेना अधिकारियों का प्रतिमाह वेतनमान:

रैंकस्तरवेतन (रुपये में)एम एस पी (MSP)
सब लेफ़्टिनेंट1056100-17750015500
लेफ़्टिनेंट10बी61300-19390015500
लेफ़्टिनेंट कमांडर1169400-20720015500
कमांडर12ए121200-21240015500
कप्तान13130600-21590015500
कमोडोर13ए139600-21760015500
रेयर एडमिरल14144200-218200शून्य
वाइस एडमिरल15182200-224100शून्य
वाइस एडमिरल और समकक्ष

16

 

205400-224400शून्य
डीजीएएफएमएस17225000शून्य
वी सी एन एस/सी-इन-सी/समतुल्य17225000शून्य
सी एन एस/समतुल्य1825000शून्य

आप भारतीय नौसेना में कैसे शामिल आप हो सकते हैं:

'संघ लोक सेवा आयोग' (Union Public Service Commission (UPSC)) द्वारा राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और नौसेना अकादमी में भर्ती का आयोजन किया जाता है, जो भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना में शामिल होने का सबसे लोकप्रिय तरीका है। यू पी एस सी द्वारा एनडीए भर्ती प्रक्रिया साल में दो बार आयोजित की जाती है और इसमें 12वीं कक्षा या समकक्ष शैक्षणिक योग्यता पूरी करने वाला कोई भी व्यक्ति भाग ले सकता है। यू पी एस सी एनडीए परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवार की आयु 16.5 से 19 वर्ष के बीच होनी चाहिए। जो उम्मीदवार भारतीय नौसेना अकादमी में 10 + 2 कैडेट प्रवेश योजना के माध्यम से भारतीय नौसेना या भारतीय रक्षा अकादमी के नौसेना विंग में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें भौतिकी, गणित और रसायन विज्ञान के साथ 12 वीं कक्षा या समकक्ष सफलतापूर्वक उत्तीर्ण होना चाहिए। एक बार जब उम्मीदवार यू पी एस सी एनडीए लिखित परीक्षा पास कर लेते हैं, तो उन्हें 'सेवा चयन बोर्ड' (Service Selection Board (SSB)) मूल्यांकन प्रक्रिया के लिए बुलाया जाता है। एसएसबी चयन प्रक्रिया को उत्तीर्ण करने पर अभ्यर्थी को व्यापक चिकित्सा मूल्यांकन से गुजरना होता है। उपरोक्त सभी मूल्यांकनों को पास करने वाले उम्मीदवारों को 'राष्ट्रीय रक्षा अकादमी' (National Defence Academy (NDA)) में तीन साल के कठोर शारीरिक और तकनीकी प्रशिक्षण से  गुज़रना होता है।

यू पी एस सी एनडीए परीक्षा पैटर्न:

अनुभाग का नामअनुभाग के लिए आवंटित अवधिआवंटित अधिकतम अंक
सामान्य योग्यता परीक्षण2.5 घंटे या 150 मिनट600
गणित2.5 घंटे या 150 मिनट300

 

संदर्भ 

https://tinyurl.com/3nsy49s

https://tinyurl.com/mr2ncttx

https://tinyurl.com/4vz85ns3

https://tinyurl.com/2j7pskz6

मुख्य चित्र: नई दिल्ली में, गणतंत्र दिवस पर, परेड के दौरान, अनुशासन और एकता का प्रदर्शन करते हुए वर्दी में मार्च करते भारतीय नौसेना के अधिकारी (Pexels)