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मोर, प्रारंभ से ही मनुष्य के आकर्षण का केंद्र रहे हैं। अनेक धार्मिक कथाओं में इन्हें उच्च कोटी का दर्जा दिया गया है। इन्हें मुख्य रूप से अपने पंखों और सुंदर नृत्य लिए जाना जाता है। जब यह अपने जीवंत पंख फैलाते हैं और धीमे, सुंदर कदमों से चलते हैं, तो ऐसा लगता है, मानो जैसे कोई जीवित पेंटिंग सामने हो। इनके रंग प्रकाश में झिलमिलाते हैं और क्षण भर में आस-पास की बाकी सभी चीज़ें फीकी पड़ जाती हैं। रामपुर, जहां प्रकृति चुपचाप अपना विस्तार करती है, में कई लोगों ने खेतों में या पुराने बागों के पास मोर को नाचते देखा है। रंगों भरा यह सुंदर दृश्य, लोगों को लंबे समय तक याद रहता है, जब वे यह दृश्य देख चुके होते हैं। क्या आप जानते हैं कि हमारी पृथ्वी पर मोर की केवल तीन प्रजातियाँ हैं, जिनमें भारतीय मोर (जिसे नीला मोर भी कहा जाता है), हरा मोर (Green peafowl) और कांगो मोर (Congo peafowl) शामिल हैं। नीला मोर, भारतीय उपमहाद्वीप और श्रीलंका (Sri Lanka) के मूल निवासी हैं, जबकि हरा मोर, जिसे जावानीज़ मोर (Javanese peafowl) भी कहा जाता है, दक्षिण-पूर्व एशिया (southeast Asia) में इंडोनेशियाई के जावा द्वीप का मूल निवासी है। दूसरी ओर, कांगो मोर, अफ़्रीका (Africa) के कांगो बेसिन (Congo Basin) का मूल निवासी है। तो आइए, आज हम, कुछ धीमी गति के चलचित्रों के माध्यम से मोरों की खूबसूरत प्राकृतिक क्रियाओं को देखेंगे। साथ ही, हम कुछ ऐसे दृश्यों का आनंद लेंगे, जिनमें इन पक्षियों के पंखों के खुलने, इनके सुंदर नृत्य और इनकी छोटी उड़ानों को दिखाया गया है। इन क्लिप्स के ज़रिए, हम इस पक्षी की चाल, प्रतिक्रिया और इसके अद्भुत रंगों से रूबरू होंगे।
संदर्भ: