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भारत केवल एक देश नहीं, बल्कि विविधता का एक जीवंत संगम है — जहां संस्कृति, परंपरा, और प्रकृति आपस में गहराई से जुड़ी हुई हैं। यह वही धरती है जहाँ मंदिरों की घंटियों के बीच पक्षियों की मधुर चहचहाहट सुनाई देती है, और खेतों की हरियाली के बीच रंग-बिरंगे पंख फड़फड़ाते हैं। इस प्रकृति-समृद्ध देश में दुनिया की कुल पक्षी प्रजातियों का लगभग 12 प्रतिशत हिस्सा, यानी 1200 से भी अधिक अलग-अलग प्रजातियाँ, पाई जाती हैं — जो यह बताता है कि भारत न केवल सांस्कृतिक दृष्टि से, बल्कि जैविक दृष्टि से भी एक अत्यंत समृद्ध देश है।
यह पक्षी विविधता कोई संयोग नहीं, बल्कि भारत की भौगोलिक और जलवायु संबंधी विविधता का परिणाम है। उत्तर में हिमालय की बर्फीली चोटियाँ, दक्षिण में समुद्र से घिरे तटीय क्षेत्र, पश्चिम में रेगिस्तानी विस्तार और पूर्व में नम जंगल — भारत का हर कोना पक्षियों को रहने और सुरक्षित रूप से उड़ने के लिए एक उपयुक्त वातावरण देता है। घने वनों में चुपचाप रहने वाले शिकारी पक्षियों से लेकर आर्द्रभूमियों में मछली पकड़ते बगुलों तक, और शहरी पेड़ों में बसे रंगीन तोतों से लेकर दूर पहाड़ियों में गूंजती कोयल की आवाज तक — यह देश हर प्रकार के पक्षियों का स्वागत करता है।
पहले वीडियो में हम दुनिया के कुछ सबसे खूबसूरत पक्षियों को देखेंगे।
चलिए, नीचे दिए वीडियो में नजर डालते हैं भारत के उन पक्षियों पर जो अपनी रंग-बिरंगी खूबसूरती से मन मोह लेते हैं।
चलिए देखते हैं भारत में पाए जाने वाले कुछ बेहद सुंदर और मनमोहक पक्षियों को।
भारतीय मोर (Peafowl)
भारत का राष्ट्रीय पक्षी — मोर — अपनी चमकदार नीली-हरी त्वचा और लंबी, आंखदार पंखों वाली पूंछ के लिए जाना जाता है। नर मोर की पूंछ लगभग 1.5 मीटर लंबी होती है, जो अत्यधिक आकर्षक और भारी होने के बावजूद उड़ान में बाधा नहीं बनती। मादा मोर सफेद व भूरे रंग की होती है और उसके पास वह चमकीली पूंछ नहीं होती। ये पक्षी खेतों के पास रहना पसंद करते हैं, लेकिन किसानों के लिए यह नुकसानदेह हो सकते हैं क्योंकि ये अनाज को खा जाते हैं।
ब्लैक काइट (Black Kite)
ब्लैक काइट मानव बस्तियों के अनुकूल पक्षी है, जो अक्सर शहरों, गांवों, नदियों और झीलों के पास दिखता है। ये मृत जानवरों पर जीवित रहते हैं, विशेषकर मछलियाँ, और खेतों में जुताई की गई ज़मीन पर कीड़े खाते हैं। छोटे चूजों को उठाकर ले जाना इनकी आदत होती है, जिससे मुर्गीपालकों को भारी नुकसान होता है। यह भारत समेत यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया तक फैले हुए हैं।
भारतीय कोयल (Indian Cuckoo)
घने पेड़ों की शाखाओं में रहने वाला यह पक्षी मुख्यतः कीट और बालों वाले कैटरपिलर खाता है। यह अपने अंडे दूसरे पक्षियों के घोंसलों में देकर चला जाता है और इसीलिए इसे “ब्रोड पैरासाइट” कहा जाता है। भारत में ड्रोंगो और कौए इसके सामान्य शिकार होते हैं।
आइए, नीचे दिए वीडियो लिंक के ज़रिए देखते हैं कुछ खूबसूरत पक्षियों की रंगीन दुनिया।
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