समय - सीमा 267
मानव और उनकी इंद्रियाँ 1051
मानव और उनके आविष्कार 814
भूगोल 260
जीव-जंतु 315
| Post Viewership from Post Date to 31- Oct-2023 (31st Day) | ||||
|---|---|---|---|---|
| City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Messaging Subscribers | Total | |
| 1869 | 296 | 0 | 2165 | |
| * Please see metrics definition on bottom of this page. | ||||
क्या आप जानते हैं कि “भारत में पहली मोबाइल फोन कॉल, 31 जुलाई 1995 के दिन पश्चिम बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री ज्योति बसु द्वारा केंद्रीय संचार मंत्री सुखराम जी को की गई थी।” यह कॉल ‘मोदी टेल्स्ट्रा’ (Modi-Telstra) की मोबाइल नेट सेवा (Mobile Net Service) पर नोकिया हैंडसेट (Nokia Handset) का उपयोग करके नई दिल्ली के संचार भवन से कोलकाता के राइटर भवन (Writer’s Building) में की गई थी। ‘मोदी टेल्स्ट्रा’ भारत के बी.के. मोदी समूह (B.K. Modi Group) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के टेल्स्ट्रा के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
संयुक्त उद्यम (Joint Venture) दो या दो से अधिक पक्षों के बीच एक व्यावसायिक व्यवस्था होती है, जिसके तहत ये पक्ष किसी विशिष्ट परियोजना या लक्ष्य पर एक साथ काम करने और अपने संसाधनों का एक साथ उपयोग करने के लिए सहमत होते हैं। यह कार्य कोई नई परियोजना (New Project) या कोई अन्य व्यावसायिक गतिविधि भी हो सकती है। संयुक्त उद्यम के तहत परियोजना से जो भी लाभ-हानि होती है या जो भी लागत आती है, उसे दोनों पक्ष या समूह आपस में साझा करते हैं। ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से कंपनियां संयुक्त उद्यम बनाती हैं।
कुछ सबसे सामान्य कारणों में शामिल हैं:
संसाधनों और तकनीक को साझा करना।
किसी नए बाज़ार में प्रवेश करना या मौजूदा बाज़ार का विस्तार करना।
कोई नया उत्पाद या सेवा विकसित करना।
जोखिम कम करना।
नई प्रौद्योगिकियों या ज्ञान तक पहुंच हासिल करना।
भारत का बी.के. मोदी समूह और ऑस्ट्रेलिया का टेल्स्ट्रा का मिलकर काम करना, संयुक्त उद्यम का एक आदर्श उदाहरण माना जा सकता है। मोदी-टेल्स्ट्रा नामक यह संयुक्त उद्यम, 1995 में भारत में मोबाइल फोन पेश करने वाली पहली निजी कंपनी बना। उस समय तक, दूरसंचार मुख्य रूप से राज्य के स्वामित्व वाली ‘भारत संचार निगम लिमिटेड’ (Bharat Sanchar Nigam Limited (BSNL) और ‘महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड’ (Mahanagar Telephone Nigam Limited (MTNL) द्वारा नियंत्रित किया जाता था। मोदी टेल्स्ट्रा के मोबाइल नेटवर्क ने ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल कम्युनिकेशन (Global System for Mobile Communications (GSM) तकनीक का उपयोग किया, जिसे उस समय मोबाइल संचार के लिए अत्याधुनिक तकनीक मानक माना जाता था। जीएसएम से उस समय के मौजूदा एनालॉग सिस्टम (Analog System) की तुलना में आवाज की बेहतर गुणवत्ता और बेहतर कवरेज प्राप्त होती थी। मोदी टेल्स्ट्रा द्वारा मोबाइल फोन के लॉन्च और उसके बाद अन्य निजी खिलाड़ियों द्वारा मोबाइल सेवाओं का विस्तार करने के कारण भारतीय लोगों के संचार करने के तरीके में क्रांति आ गई।
बी के मोदी ग्रुप (BK Modi Group) की स्थापना भारत में भूपेन्द्र कुमार मोदी जी (जन्म 2 जनवरी, 1949) के द्वारा की गई थी, जिन्हें संक्षेप में बी के मोदी के नाम से भी जाना जाता है। वह एक भारतीय मूल के सिंगापुरी व्यवसायी, सामाजिक उद्यमी और परोपकारी हैं। वह ‘स्मार्ट ग्रुप ऑफ कंपनीज’ (Smart Group of Companies) के संस्थापक-अध्यक्ष, ‘ग्लोबल सिटीजन फोरम’ (Global Citizen Forum) के संस्थापक और ‘फॉरेन इन्वेस्टर्स इंडिया फोरम’ (Foreign Investors India Forum) के वैश्विक अध्यक्ष भी हैं। इसके अलावा वह ‘वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ यूनाइटेड नेशंस एसोसिएशन’ (World Federation of United Nations Associations) के मानद अध्यक्ष भी हैं। साल 1987 में मोदी ने ओलिवेटी (Olivetti) नामक एक इटालियनकंपनी (Italian Company) के साथ ‘मोदी-ओलिवेट’ (Modi Olivetti) नाम से एक संयुक्त उद्यम स्थापित किया।
यह संयुक्त उद्यम उन्नत कंप्यूटर और फ्लॉपी डिस्क (PC and floppy disk) बनाने वाला भारत का पहला संयुक्त उद्यम था। साल 1992 में, भूपेन्द्र कुमार मोदी जी ने अल्काटेल (Alcatel) नामक कंपनी के साथ एक और संयुक्त उद्यम में प्रवेश किया। ‘अल्काटेल मोदी नेटवर्क सिस्टम’ (Alcatel Modi Network Systems) के नाम से भी जाना जाने वाला यह उद्यम दूरसंचार उपकरण बनाने वाली पहली निजी भारतीय कंपनी माना जाता है। उन्होंने ‘डिजिटल स्विचिंग सिस्टम’ (digital switching system) का भी निर्यात किया और भारत में एक जीएसएम नेटवर्क स्थापित किया।
बाद के वर्षों में भी मोदी ने टेलीकॉम-मलेशिया (Telecom-Malaysia) के साथ एक संयुक्त उद्यम ‘स्पाइस कम्युनिकेशंस’ (Spice Communications) की स्थापना की। यह कंपनी भी शीघ्र ही उत्तरी और दक्षिणी भारत में अग्रणी टेलीकॉम संचालक (Leading Telecom Operator) बन गई। इनके द्वारा मोबाइल मूल्य वर्धित सेवाओं के लिए सेलेब्रम (Celebrum) (अब स्पाइस डिजिटल (Spice Digital) और पहली भारतीय मोबाइल खुदरा श्रृंखला ‘स्पाइस हॉटस्पॉट’ (Spice Hotspot) की भी स्थापना की गई। स्पाइस मोबाइल्स भारत में ब्रांडेड हैंडसेट (Branded Handsets) के शुरुआती निर्माताओं में से एक थी।
चलिए इनके सफर को संक्षेप में समझने का प्रयास करते हैं:
| वर्ष | संयुक्त उद्यम | अंतिम सक्रिय वर्ष |
|---|---|---|
| 1986 | मोदी जेरोक्स “Modi Xerox” (ज़ेरॉक्स ने शेष 20% हिस्सेदारी खरीद ली) | 2004 |
| 1986 | मोदी ओलिवेटी (ओलिवेटी को खरीदा) | 1999 |
| 1992 | मोदी टेल्स्ट्रा (भारती एयरटेल (Bharti Airtel) को बेचा) | 2000 |
| 1992 | मोदी अल्काटेल (अल्काटेल को हिस्सेदारी बेची) | 1999 |
| 2006 | स्पाइस कम्युनिकेशंस (संयुक्त उद्यम भागीदार टीएम इंटरनेशनल (TM International) | 2008 |
इस परियोजना के लिए उन्होंने पहले से ही जमीन खरीद ली है। समूह द्वारा एएसी ब्लॉक और पैनल (AAC blocks and panels), प्री-फैब्रिकेटेड (pre-fabricated) स्टील संरचनाओं और ग्लास प्रसंस्करण (glass processing) इकाइयों का उत्पादन करने वाली विनिर्माण इकाइयां भी स्थापित की जाएगी जिससे नवीनतम वैश्विक प्रौद्योगिकी का उपयोग करके परियोजना को समय पर पूरा किया जा सके ।