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मगरमच्छ अक्सर मनुष्य पर उन स्थानों पर आक्रामक हो जाते हैं, जहां बड़े मगरमच्छ मूल रूप से निवास करते हैं तथा
साथ ही मानव आबादी भी वहां बसी होती है। एक अनुमान के अनुसार हर साल लगभग 1,000
लोग मगरमच्छों द्वारा मारे जाते
हैं। दक्षिण-पूर्वी श्रीलंका (South-Eastern Sri Lanka) में मगरमच्छ और अन्य जीवों के बीच संघर्ष को स्पष्ट रूप
से देखा जा सकता है। शुष्क मौसम में जब अन्य जीव-जंतु पानी पीने जलाशयों में
उतरते हैं,तब उन पर बड़े मगरमच्छों द्वारा हमला कर दिया जाता है, जो कि
जलाशयों के अंदर छिपे होते हैं तथा मौका पाते ही पास मौजूद जानवर पर हमला कर देते
हैं।
मनुष्यों पर हमला करने वाली सबसे प्रसिद्ध और
प्रलेखित प्रजातियों में नील मगरमच्छ और खारे पानी के मगरमच्छ शामिल हैं।हर साल, उप-सहारा
अफ्रीका (Africa) में नील मगरमच्छ के कारण सैकड़ों
घातक हमले होते हैं। खारे पानी के मगरमच्छों के हमले अक्सर दक्षिण पूर्व एशिया (Asia), ऑस्ट्रेलिया (Australia), न्यू गिनी
(New Guinea) और सोलोमन द्वीप (Solomon Islands) में देखे जाते हैं। मगरमच्छ न केवल भोजन के लिए बल्कि
अपनी और अपने बच्चों की रक्षा के लिए भी आक्रामक व्यवहार प्रदर्शित करते हैं।
संदर्भ: