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                                            यदि जौनपुर की ऐतिहासिक पृष्ठ भूमि को देखा जाए तो इसमें उर्दू और सूफीवाद का विशेष महत्व रह चुका है, जिस पर कभी शर्की शासन किया करते थे। शर्कीकाल में जौनपुर में अनेकों भव्य भवनों, मस्जिदों तथा मकबरों का र्निमाण हुआ। साथ ही शिक्षा, संस्क़ृति, संगीत, कला और साहित्य के क्षेत्र में जो अनूठा स्वरूप शर्कीकाल में विद्यमान रहा, वह जौनपुर के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण है।
जौनपुर में सक्रिय सूफ़ीवाद और चिश्ती आदेश में “कश्फ-उल महजूब” पुस्तक का भी काफी प्रभाव देखने को मिलता है। प्रतिष्ठित सूफी संत अली हजवेरी द्वारा ही "फारसी में सूफीवाद पर सबसे प्रारंभिक औपचारिक ग्रंथ" कश्फ-उल महजूब (अंग्रेज़ी में: अनवीलिंग ऑफ द हिडन/ Unveiling of the Hidden) की रचना की गई थी। यह अल हजवेरी का एकमात्र ऐसा कार्य है जो आज भी काफी प्रसिद्ध है। उनका यह कार्य स्वयं ही रूढ़िवादी सूफ़ीवाद के विभिन्न पहलुओं को दर्शाता है और इस्लामी समुदाय के महानतम संतों की जीवनी भी प्रस्तुत करता है।
यही कारण है कि चिश्ती आदेश के एक प्रमुख संत, मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी, ने एक बार कहा था कि एक महत्वाकांक्षी मुरीद (शिष्य) जिसके पास मुर्शिद (अध्यात्मिक गुरु) नहीं है, उसे अली हजवेरी की पुस्तक कश्फ-उल महजूब को पढ़ना चाहिए, वह उसे आध्यात्मिक मार्गदर्शन (अस्थायी रूप से) प्रदान करेगी।
अली हजवेरी द्वारा अपनी इस पुस्तक में लेख्यांकित आत्मकथात्मक जानकारी के अनुसार, यह स्पष्ट है कि अली हजवेरी ने ग़ज़नवी साम्राज्य से भी आगे तक बगदाद, निशापुर और दमिश्क में काफी समय बिताते हुए व्यापक रूप से यात्रा की थी। वहाँ उन्होंने उस समय के कई पूर्व-प्रतिष्ठित सूफियों से मुलाकात की थी। न्यायशास्त्र के मामलों में, उन्होंने विभिन्न शिक्षकों के तहत रूढ़िवादी सुन्नी कानून के हनफ़ी संस्कार में प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
मूल रूप से फ़ारसी में लिखी गई इस पुस्तक का पहले ही विभिन्न भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। कश्फ-उल महजूब की पांडुलिपियां कई यूरोपीय पुस्तकालयों में संरक्षित हैं। साथ ही इसे भारतीय उपमहाद्वीप में लाहौर में लिथोग्राफ (Lithograph) किया गया था। वहीं रेनॉल्ड ए. निकोल्सन द्वारा कश्फ-उल महजूब का अंग्रेज़ी में अनुवाद किया गया। कश्फ-उल महजूब का अंग्रेज़ी अनुवाद पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।
संदर्भ:
1. https://en.wikipedia.org/wiki/Ali_Hujwiri
2. https://en.wikipedia.org/wiki/Kashf_ul_Mahjoob
3. https://en.wikipedia.org/wiki/Jaunpur,_Uttar_Pradesh
4. https://www.jaunpurcity.in/2014/03/jaunpur-was-then-major-center-of-urdu.html
चित्र सन्दर्भ:-
1. https://bit.ly/2kvJ2Ok