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हमारे जौनपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर, विंध्य पहाड़ियों में स्थित मिर्ज़ापुर, अपनी हरियाली, झरनों और जंगलों के कारण गर्मियों की छुट्टियों के लिए एक आकर्षक गंतव्य है। हालाँकि, मिर्ज़ापुर पारंपरिक रूप से उच्च ऊंचाई वाला एक हिल स्टेशन नहीं है, लेकिन विंध्य पहाड़ियों में इसका एक अलग प्राकृतिक सौंदर्य है। यदि आप एक दिन में मिर्ज़ापुर घूमना चाहते हैं तो आपकी यात्रा की शुरुआत, लखनिया दरी जलप्रपात से की जा सकती है, जो अपने सुरम्य एवं शांत दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। फिर सिरसी बांध के झरने की सुंदरता और प्राकृतिक सोंदर्य का आनंद लेने के बाद, विन्धम जलप्रपात के अद्भुत दृश्य का अनुभव किया जा सकता है।, इतना ही नहीं, मिर्ज़ापुर का चुनार किला अपने ऐतिहासिक महत्व और स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है। इसकी प्राचीन दीवारों में छिपी कहानियाँ इतिहास प्रेमियों को विशेष रूप से आकर्षित करती हैं। वहीं, आध्यात्मिक अनुभूति के लिए विंध्यवासिनी देवी और अष्टभुजा मंदिर जैसे तीर्थस्थल अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। गंगा नदी के किनारे बसा यह शहर, अपने शांत घाटों के लिए भी जाना जाता है। यहाँ गंगा गार्डन जैसे स्थान एक शांत शाम बिताने के लिए आदर्श हैं। आप मिर्ज़ापुर पहुँचने के लिए हवाई, रेल या सड़क मार्ग से यात्रा कर सकते हैं। यहां का निकटतम हवाई अड्डा वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। ट्रेन से आने वालों के लिए मिर्ज़ापुर जंक्शन एक प्रमुख स्टेशन है। इसके अलावा, राष्ट्रीय राजमार्गों द्वारा मिर्ज़ापुर, देश के अन्य हिस्सों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, जिससे यहाँ सड़क मार्गों से पहुँचना भी आसान है। तो आइए, आज कुछ चलचित्रों के माध्यम से इस खूबसूरत जगह की सुंदरता का आनंद लें। हम मिर्ज़ापुर के मध्य में स्थित मनमोहक लखनिया दरी जलप्रपात और हरियाली से घिरे सिरसी बांध की शांत झीलनुमा सुंदरता के कुछ दृश्य देखेंगे। फिर हम, विन्धम जलप्रपात के साथ मिर्ज़ापुर के परिदृश्यों और कुछ सर्वोत्तम पर्यटन स्थलों के दर्शन करेंगे । इस संदर्भ में हम, ऐतिहासिक चुनार किले और इसकी प्राचीन दीवारों में अंकित मूक कहानियों को भी उजागर करेंगे। फिर हम, अपनी यात्रा के अंत में पवित्र विंध्याचल मंदिर के दर्शन करेंगे, जहाँ की पवित्रता और शांति को आप महसूस कर सकते हैं।
संदर्भ:
https://tinyurl.com/4u5dwjav
https://tinyurl.com/mr44ca36
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