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                                            कोरोनावायरस (Coronaviru) के संक्रमण से बचने के लिए हर किसी के द्वारा सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलह दी जा रही है, इसको ध्यान में रखते हुए लोगों में सार्वजनिक वाहनों में सफर करने पर संक्रमण को पकड़ने का डर बना हुआ है। भारत में लोगों में कोरोनावायरस संबंधी चिंताओं को देखते हुए निजी कारों की बिक्री में वृद्धि हो सकती है। इस संक्रमण से गाड़ी की कंपनियों (Company) और प्रयुक्त कार विक्रेता को फायदा होने की उम्मीद है, जो देश भर में टैक्सी (Taxi) समूहक और मेट्रो (Metro) रेल के उदय से प्रभावित थे।
 
एक सर्वेक्षण में बताया गया है कि लगभग 40% लोगों का कहना है कि वे कोरोनोवायरस संकट के बाद एक नई या एक प्रयुक्त कार खरीदने की अधिक संभावना रखते हैं और 31% ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के कारण उनके खरीद प्रतिरूप में बदलाव नहीं होगा। हालांकि, 29% लोग सावधानी से सवारी कर रहे हैं और उनके द्वारा नई या प्रयुक्त कार खरीदने की संभावना कम है। वहीं गाड़ी की कंपनियों के विक्रेताओं ने लॉकडाउन (Lockdown) के कारण शून्य बिक्री की सूचना दी थी। हालांकि कुछ प्रतिबंधों में ढील मिलने के बाद ऑटो कंपनियों (Auto companies) ने अपने संयंत्रों का आंशिक उत्पादन शुरू कर दिया है और कई स्थानों पर डीलरशिप (Dealership) भी खोली गई हैं।
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लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या लोग उच्च-लागत वाली कार को खरीदने पर विचार कर सकते हैं, जो कि लॉकडाउन के कारण नकदी को संरक्षित करने के बारे में सोच रहे होंगे और परिणामस्वरूप उनकी नौकरियां भी प्रभावित हुई होंगी? कार खरीदना भारत में एक सहज खरीद नहीं है, लोगों द्वारा 3-4 साल तक नकदी संरक्षित करने के बाद ये फैसला लिया जाता है। हालांकि ये संभव हो सकता है कि व्यक्तिगत परिवहन के लिए लोग उपयोग की गई कार और प्रवेश स्तर की कार श्रेणी को प्राथमिकता दे सकते हैं। साथ ही जिन लोगों ने नई कारों को खरीदने का फैसला किया होगा, वे भी लागत के दबाव के कारण इस्तेमाल की गई कारों का विकल्प चुन सकते हैं। जबकि शहरी बाजार में गाड़ियों की मांग बढ़ने के साथ ही ग्रामीण बाजारों में दोपहिया वाहन की बिक्री की संभावनाएं जताई जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि अच्छी रबी फसलें और आय में सुधार के परिणामस्वरूप दोपहिया वाहन की मांग में भी सुधार होना तय है।
चित्र सन्दर्भ:
1. मुख्य चित्र के पार्श्व में कारों के साथ अग्र में बढ़ते व्यवसाय का ग्राफ दिखाया गया है।(Prarang)
2. दूसरे चित्र में जन यातायात का एक साधन दिखाया गया है। (Pickist)
3. अंतिम चित्र में उपयोग की जा चुकी गाड़ियों का शोरूम दिखाई दे रहा है। (Pixabay)
संदर्भ:-
1.	https://bit.ly/376w65g
2.	https://bit.ly/376ZOr3
3.	https://bit.ly/2Mz2XX9
4.	https://bit.ly/2BBSojD
 
                                         
                                         
                                         
                                         
                                        