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जालीदार अजगर, सांप की एक विशेष प्रजाति है, जिसे वैज्ञानिक तौर पर मैलायोपाइथन रेटिकुलेटस (Malayopython reticulatus) के नाम से जाना जाता है। यह प्रजाति मुख्य रूप से दक्षिण एशिया (Asia) और दक्षिण पूर्वी एशिया में पाई जाती है। यह दुनिया का सबसे लंबा सांप है, जिसे प्रकृति संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ (International Union for Conservation of Nature) ने रेड लिस्ट (Red List) में कम चिंताजनक (Least concern) श्रेणी में रखा है।इसका प्रमुख कारण यह है, कि यह प्रजाति बड़े पैमाने पर उपलब्ध है। जालीदार अजगर निकोबार आईलैंड (Nicobar Islands), भारत, बांग्लादेश (Bangladesh), म्यान्मार (Myanmar), थाईलैंड (Thailand), लाओस (Laos), कंबोडिया (Cambodia), वियतनाम (Vietnam), मलेशिया (Malaysia), सिंगापुर (Singapore) तथा इंडोनेशिया (Indonesia), फिलीपींस (Philippines) आदि स्थानों में पायी जाती है। यह प्रजाति वर्षावन, वुडलैंड (Woodlands), घास स्थल (Grasslands) आदि में रहना पसंद करती है। इसके अलावा इन्हें नदियों, झरनों, झीलों आदि के नजदीक भी पाया जा सकता है। बढ़िया तैराक होने के कारण यह पानी में लंबी दूरी की यात्रा कर सकते हैं। यह प्रजाति लखनऊ में भी मौजूद है, तथा इनकी तीन उप-प्रजातियां होती हैं, जिनमें पाइथन रेटिकुलेटस रेटिकुलेटस (Python reticulates reticulatus), पी आर जम्पीनस (P RJampeanus), पी आर सपूतारी (P R Saputari) शामिल हैं।सबसे लंबा जालीदार अजगर 32 फीट लंबा था तथा उसका वजन 350 पाउंड था। जालीदार अजगर प्राकृतिक आहार में मुख्य रूप से कृंतक खाते हैं, जबकि कुछ सूअरों, भालुओं आदि पर भी निर्भर रहते हैं।इनका मुख्य शत्रु किंग कोबरा(King Cobra) है, जो उन्हीं स्थानों में रहता है, जहां ये पाए जाते हैं। सामान्य तौर पर यह मनुष्यों पर आक्रमण नहीं करते, लेकिन यदि इन्हें खतरा महसूस हो,तो यह उन्हें काट सकते हैं। हालांकि, यह जहरीला नहीं होता, लेकिन अपने शत्रु को अत्यधिक हानि पहुंचाने में सक्षम है। किंग कोबरा, जालीदार अजगर के प्रमुख शत्रुओं में से एक है, तथा ऐसी कई तस्वीरें या वीडियो (Video) अक्सर सामने आती हैं, जिनमें इन दोनों खतरनाक सांपों को लड़ते हुए देखा जा सकता है। इस लड़ाई में अक्सर जालीदार अजगर की जीत होती है, हालांकि लड़ाई में दोनों की मौतें भी हो सकती हैं। यह शानदार तैराक प्राणी दुनिया के तीन सबसे भारी सांपो में से एक है।
 इसकी त्वचा पारंपरिक औषधि निर्माण हेतु अत्यधिक महत्वपूर्ण है, इसलिए कुछ देशों में इसकी त्वचा के लिए इसका शिकार किया जाता है। इसके अलावा पालतू पशु बनाने के लिए भी इनका व्यापार कुछ देशों में प्रचलित है।2015 में संयुक्त राज्य अमेरिका में इन्हें रखने और एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने पर पाबंदी लगा दी गयी थी किंतु 2017 में इस पाबंदी को हटा दिया गया।हालांकि, इनके संरक्षण के लिए बंदी प्रजनन कार्यक्रम भी चलाए गये हैं, लेकिन प्राकृतिक आवास के समान परिस्थितियों के अभाव के कारण उन्हें कैद में रखना बहुत मुश्किल काम है।हालांकि, देश भर के चिड़ियाघर इन विशालकाय सांपों का सफलतापूर्वक प्रजनन कराने में विफल रहे हैं, लेकिन चेन्नई स्थित गुइंडी पार्क (Guindy park) ने वर्षों से इनके लिए आरामदायक परिस्थितियों का निर्माण किया है। किंतु यहां मौजूद सांपों के बीच प्रजनन से कमजोर संतानें उत्पन्न हो रही हैं,जो कि इनब्रीडिंग अवसाद (Inbreeding depression) का शिकार बन रही हैं।मानव गतिविधियों के कारण अनेक जीवों के निवास स्थान उजड़ चुके हैं। मनुष्य ने उन क्षेत्रों में अपना आवास बना लिया है,जहां पहले इन जीव-जंतुओं का निवास स्थान हुआ करता था। इस प्रकार इन स्थानों में अभी भी वे जीव-जंतु आते रहते हैं। सांप इन जीव-जंतुओं या अपने शिकार की तलाश में मानव घरों में घुस जाता है। चूंकि, ये लचीले होते हैं, इसलिए छोटे छेदों के माध्यम से घर में प्रवेश कर जाते हैं। अपने आकार के कारण यह घर की दीवारों,पाइपों आदि में मौजूद होते हैं।अगर इन्हें अपना भोजन घर के अंदर मिलता रहे तो, वे घर के अंदर लंबे समय तक रह सकते हैं। अत्यधिक गर्मी की अवधि के दौरान ये जीव ठंडे स्थानों, जैसे पानी के पाईप, टंकी इत्यादि में भी पाये जाते हैं। इसके अतिरिक्त ये घरों की दीवारों, बेसमेंट (Basement), छतों में भी पाये जा सकते हैं।सांप के काटने से जहां घरों में बीमारी फैल सकती हैं, वहीं व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। इसलिए इनका घरों में आना खतरे से खाली नहीं। इसके लिए मकान में जहां भी दरारें हों, उन्हें बंद कर देना चाहिए।लकड़ियों के ढेर को जमीन से थोड़ा ऊपर उठा कर रखना चाहिए, ताकि वे ढेर में छिपे नहीं। कूड़े को घर से साफ कर बाहर निकाल देना चाहिए। घर के आस-पास मौजूद झाड़ियों को साफ करते रहना चाहिए। यदि सांप घर में घुस जाये, तो पशु नियंत्रण विभाग को सूचित करके उन्हें पकड़वाना चाहिए। यह सुनिश्चित करें कि, घर के आस-पास किसी अन्य जीव जैसे चूहे, छिपकली आदि के आने की संभावना न हो।घर के आस-पास मौजूद पाइपलाइन (Pipeline) में यदि छेद हो,तो उसे तुरंत भरवा दें, साथ ही उनकी देख-रेख, सफाई इत्यादि पर ध्यान दें।खाद को जमीन पर इकट्ठा करने के बाजाय डिब्बों में बंद करके रखें, जिससे चूहे और सांप उनमें छिप नापाएं।बगीचे की दीवार के साथ एक जाल लगवाएं, जिसकी ऊंचाई 36 इंच होनी चाहिए।इसके अलावा आप प्राकृतिक रेपेलेंट (Repellent) का उपयोग भी कर सकते हैं। सांपों से राहत पाने के लिए पशु नियंत्रण इकाई की मदद भी ली जा सकती है।